आध्यात्मिक कायाकल्प
अध्यात्म द्वारा दैनिक जीवन के प्रश्नों के समाधान
Refinement of Personality Through Spirituality
Answers to the questions of day-to-day life through Spirituality
अध्यात्म द्वारा दैनिक जीवन के प्रश्नों के समाधान
Answers to the questions of day-to-day life through Spirituality
(परम पूज्य गुरुदेव, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा दिए गए उद्बोधनों पर आधारित पाठ्यक्रम) (स्व-शिक्षण पाठ्यक्रम Self-Learning Course)
1. ॠगवेद के पहले मंत्र में ------------ की प्रशंसा की गई है।
2. पुरोहित उसे कहते हैं जो ------------ दिखाता है; सही रास्ते पर ले आता है।
3. जो बात दूसरों से कहता है अगर यह बात ------ है तो सबसे पहले इसी ने फायदा उठाया होता।
4. ऐसा पुरोहित होना चाहिए जो अपने ------ के माध्यम से हमको शिक्षण कर सकता हो।
5. यज्ञ हमको ------- नसीहतें देता है। (ज्ञान पक्ष)
6. जिस यज्ञ को हम घर घर में रोज़ के लिए फैलाना चाहते हैं ------------- के रूप में
7. १ नसीहत - एक नसीहत है यज्ञाग्नि की कि ये ----------- बनी रहती है।
8. ज्ञान कौन सा - स्कूलों वाला नहीं - उसे तो शिक्षा भी कहते हैं, जानकारी भी कहते हैं, और ये ----------- विज्ञान के भीतर आती है।
9. जो रोटी कमाने के काम आती है, जो हमारी -------- को विकसित करने के काम आती है, ये शिक्षा है।
10. विद्या जिसको हम प्रकाश कहते हैं, जिसको हम ------ के अर्थ में प्रयोग करते रहते हैं; जो हमारी आत्मिक/ आंतरिक समस्याओं का समाधान करती है।
11. ज्ञान का प्रकाश न होने से हमको जीवन की एक भी समस्या का --------- स्वरूप दिखाई नहीं पड़ता; न हमारे हाथ समाधान लगते हैं।
12. दीपक जहाँ कहीं भी रहता है वहाँ रोशनी पैदा करता रहता है, -------- को दूर करता रहता है।
13. हमारा पुरोहित, यज्ञाग्नि, ये कहता है कि आप रोशनी प्राप्त कीजिए, ------- प्राप्त कीजिए, रास्ता प्राप्त कीजिए।
14. २ नसीहत - जब तक आग जिन्दा रहती है गरम रहती है, और हमारे जीवन में ------ बनी रहनी चाहिए।
15. गरम से मतलब गुस्सा नहीं है बेटे, गरम से मतलब है --------, क्रिया से गर्मी पैदा होती है।
16. हमारे जीवन में ---------, अर्थात हलचल, अर्थात हमारी क्रियाशीलता निरंतर बनी रहनी चाहिए।
17. मनुष्य के जीवन की भी कभी ------- नहीं होनी चाहिए, हर समय आदमी को सक्रिय बने रहना चाहिए।
18. आदमी को कर्मनिष्ठ होना चाहिए, और आदमी को --------- होना चाहिए।
19. निष्क्रियता हमारे समाज में आई, और आलस्य हमारे समाज में आया, और हमारे समाज में -------- आई।
20. कड़े काम से हर आदमी भागता है, हमारे देश के --------- और दरिद्रता की ये निशानी है। काम का सम्मान कम कर दिया गया।
21. मशक्कत के दबाव से तो आप बच सकते हैं, लेकिन उसका बदला जो आपको चुकाना पड़ेगा, ------ के रूप में चुकाना पड़ेगा।
22. जो आदमी बैठा रहता है उसका ------- बैठा रहता है।
23. जो आदमी चलना शुरू कर देता है, उसका ------ चलना शुरू कर देता है।
24. आपको ज्ञानयोगी भी होना चाहिए और कर्मयोगी भी होना चाहिए; ये दो ------ अगर सीख कर के आप आते हैं तो बहुत अच्छी बात है।
25. ३ नसीहत - आग का सिर हमेशा -------- रहता है।
26. आग का स्वभाव ऊपर की तरफ चलने का है; हमारा मष्तिष्क, हमारा ----- और हमारा जीवन ऊँचे की तरफ चलने का होना चाहिए।
27. आपका विचार, चिंतन, आस्थाएँ, मान्यताएँ, ---------, गौरव हमेशा ऊँचा रहना चाहिए।
28. अनीति के सामने, दबाव के सामने आपका --------- नहीं झुकना चाहिए।
29. ४ नसीहत - चौथी वाली नसीहत ये है कि जो कुछ भी उसके पास जाता है, अपने ------- बना लेता है।
30. जिस तरीके से हम ---------- हैं, उसी तरीके से दूसरों को भी शानदार बनाने की कोशिश करें।
31. सारे संसार को -------- बनाने के लिए हमारे प्रयत्न होने चाहिए।
32. आपकी हस्ती, आपका व्यक्तित्व, आपका सिद्धांत, आपका चरित्र कुछ होने चाहिए, और आपके अंदर इतनी --------- होनी चाहिए कि दूसरों को अपने जैसा बनाने में समर्थ हो सकें।
33. ५ नसीहत - पाँचवी उपासना है, इसका नाम है -------------
34. ६ नसीहत - अपरिग्रह के साथ में एक और बात जुड़ी हुई है, इसका अर्थ है ----------
35. अपरिग्रह का अर्थ यह है कि आप कमाएँ तो बहुत, -------- हाथ से कमाएँ, लेकिन हजार हाथ से बाँट दें।
36. क्षमता सम्पन्न वर्ग अगर अपनी सारी कमाई खाता रहेगा, तो जो पिछड़े हुए आदमी हैं वो, जो --------, अपंग, पिछड़ गए हैं, पतित हैं, उनका क्या होगा, उनको हिस्सा कहाँ से आएगा।
37. चाहे सरकारी टैक्स के रूप में कटौती कीजिए, अथवा धर्म परम्परा के हिसाब से -------- में कटौती कीजिए, अथवा अध्यात्म सिद्धांत के अनुसार अपरिग्रही हो जाइए।
38. पाँच --------- हैं अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह।
39. यज्ञ हमको यह सिखाता है-पुरोहित हमारा ------- नहीं करता।
40. यज्ञ भगवान कहता है हमने तुरंत बाँट दिया, आपने आहुति दी और हमने ------- में बखेर दी
41. ------- जीवन इस तरह का होना चाहिए; ये परम्परा आपके व्यक्तिगत जीवन में हो तो मैं आपको संत कहूँगा, और आपको ॠषि कहूँगा।
42. भगवान आपके जीवन में आ गया कि नहीं, सिद्धांतों में आ गया कि नहीं, -------- में आ गया कि नहीं।
43. हमारा पुरोहित छ: शिक्षाएँ देता है; यज्ञ करने वाले अपने जीवन में धारण कर लें; इन्हीं सिद्धांतों का विस्तार करने लगें; मनुष्य के भीतर ------- का उदय, यही -------- का उदय है जो हम आपसे कह रहे हैं।
44. सक्रियता, ज्ञानवान होना, सिर ऊँचा रहना, समानता के सिद्धांत ग्रहण करना ------- के लक्षण हैं।
45. जातिगत, लिंगगत भिन्नताएँ, ऊँच-नीच की भावना जहाँ आती हैं वहाँ हमारा अध्यात्म मना करता है, हमारा पुरोहित मना करता है कि ये मान्यताएँ ---------- नहीं हैं।
46. यज्ञ के ज्ञान पक्ष का विस्तार कर पाएँ तो नया व्यक्ति बनाने में, मनुष्य के अंदर देवता उगाने में, नया ------- बनाने में हमको पूरी-पूरी सफलता मिल सकती है; अगर ये छ: सूत्र समझ में आ जाएँ।
47. १. यज्ञ हर आदमी के लिए दैनिक कृत्य है; क्योंकि आदमी गंदगी नित्य फैलाता है, इसलिए सुगंधि के लिए भी नित्य प्रयत्न करना चाहिए; -------- का संशोधन काम नम्बर एक (प्रदूषण)
48. इंसानों के द्वारा गंदगी फैलाने का निराकरण करना हमारा नागरिक, --------, नैतिक कर्त्तव्य है।
49. २. -------- के खाने का तरीका यज्ञ से ज्यादा और कोई अच्छा शानदार नहीं हो सकता
50. जो पदार्थों का हवन करते हैं ये --------- हो जाते हैं; सब आदमी हमारे हिस्सेदार हो जाते हैं।
51. ३. और किस काम आ सकते हैं हवन; शारीरिक ------- के निवारण करने के लिए।
52. प्राचीन काल में यज्ञ की ------- ऐसी शानदार थी; वैसी ------ फिर दुबारा कभी नहीं बनी।
53. दवा हम खाते हैं, पेट में जाती है और ------ होने के बाद शरीर में प्रवेश करती है।
54. उसके बाद में इंजेक्शन का तरीका काम में आया; ------- में शामिल कर देते हैं इंजेक्शन के द्वारा।
55. एक और भी तरीका है; साँस के द्वारा अगर ------- पहुँचाई जा सके।
56. ४. प्राचीन काल में मानसिक ----------- के इलाज में काम आता था
57. हवन के सम्पर्क में आने से आदमी के -------, समझ; अक्ल में भी बड़ा फर्क पड़ सकता है।
58. आदमी को गुस्सा आता है, --------- है, चोर है, चालाक है, षणयंत्र बनाता रहता है, जलन में कुढ़ता रहता है, ये भी बीमारियाँ हैं; प्राचीन काल में इलाज था - यज्ञीय इलाज
59. -------- बार हर आदमी को यज्ञ के नजदीक आना पड़ता था; -------- इंजेक्शन लगाने पड़ते थे ताकि आदमी के मनोविकार काबू में रहें; मानसिक स्तर अच्छा बना रहे (देवोपम बनें)।
60. बलिवैश्य हर एक के लिए --------- था; रोज़ के जीवन में बलिवैश्य; शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक बीमारियों के निराकरण के लिए।
61. ५. आध्यात्मिक बीमारियाँ : --------, निष्ठुरता, संवेदनहीनता, अनुदारता (इनका निराकरण)
62. ६. यज्ञ से पर्जन्य बरसता है; पर्जन्य से मतलब है ------; ------ जब पानी के साथ मिल कर बरसता है तब घास मजबूत होती है, अनाज मजबूत होता है। (हवा में प्राण ज्यादा यज्ञ के कारण)
63. ७. यज्ञ से वातावरण बनता है; (सूक्ष्म) वातावरण का ---------- होना भी बड़ा काम है।
64. राम नाम ------- में से पैदा हुआ था।
65. विश्वामित्र जी उनको ले गए थे -------- की रक्षा के लिए।
66. यज्ञीय प्रक्रिया के द्वारा सारे के सारे वातावरण को, जिसमें राक्षसपन और असुरता ------- रूप से छाई हुई है; अगर ये बनी रही तो वातावरण फिर मुसीबत पैदा करेगा।
67. उन्होंने राम राज्य के स्थापित होते ही दस बार ----------- किए थे।
68. श्रीकृष्ण भगवान ने पाण्डवों को सलाह दी थी - आपको एक ऐसा आयोजन करना चाहिए, ऐसा यज्ञ करना चाहिए जिससे वातावरण का ------------- करने में मदद मिले।
69. पाण्डवों ने राजसूय यज्ञ किया था जिसमें श्रीकृष्ण भगवान ने --------- धोने का काम अपने जिम्मे लिया था।
70. द्रौपदी के बारे में वर्णन आता है --------- में से पैदा हुई थीं।
71. अनुकूल वातावरण जिसमें हम नए युग के अनुरूप ----------- पैदा कर सकें, और नए युग के अनुरूप मनुष्य पैदा कर सकें।
72. हमारे भौतिक प्रयत्न ही काफी नहीं हैं, बल्कि हमारे सूक्ष्म और ---------- प्रयत्नों की भी आवश्यकता है।
73. ८. प्राचीन काल में ---------- यज्ञ होते थे और और प्राचीन काल में वाजपेय यज्ञ होते थे। राजनैतिक समस्याओं के समाधान के लिए -------------- यज्ञ
74. ८. सामाजिक, और -------------, मानसिक समस्याओं का समाधान करने के लिए वाजपेय यज्ञ।
75. ये सारे के सारे वाजपेय यज्ञ हैं; इनसे वातावरण को बनाना, धार्मिक व्यक्तियों को एक जगह जमा करना, परामर्श करना, ---------- करना, मशवरा करना, संघबद्ध करना, एक विशेष काम में लगा देना।
76. बलि उसे कहते हैं जिसमें आदमी को अपने दोष और --------- का निराकरण करना पड़ता है।
77. अच्छे कामों के लिए त्याग करने वाले आदमियों को ----------- कहते हैं।
78. ------------------ तत्वों को जला देना, एक हवन की प्रक्रिया का उद्देश्य ये है।
79. हवन प्रक्रिया का दूसरा वाला उद्देश्य ये है कि जो देख पाएं कि -------- और बलिदान की परम्परा चालू की जाए; अच्छे कामों को बढ़ाने के लिए आदमियों को कुर्बानी करना है; सेवा के लिए, समाज हित के लिए कुछ आदमी अपना अंशदान प्रस्तुत करे।
80. अब हमारे यज्ञों में देव-दक्षिणा, देव-दक्षिणा के नाम से एक बहुत ही --------------- अंग ऐसे विद्यमान है।
81. चाहे ----------------- मनाना हो चाहे हवन करना हो, देव दक्षिणा तो आवश्यक अंग माना है।
82. ९. देवता वस्तुएँ नहीं लेते; देवता भावनाओं को परखते रहते हैं और संतुष्ट उसी से होते हैं; बिना भावनाओं के बिना देवता कभी ---------- नहीं होते।
83. ९. देव-दक्षिणा का हमारा आंदोलन है जो यह युग निर्माण योजना के अंतर्गत जितने भी यज्ञायोजन किए जाते हैं, ----- चीज़ों को हमने अविछिन्न रूप से जोड़ रखा है; हर आदमी से कहा गया है आप अपनी बुराइयों में से एक का त्याग कीजिए।
84. लोग प्रतिज्ञा लें कि हम ब्याह शादियों में --------- करना और बेकार का पैसा खराब करना नहीं करेंगे।
85. ९. ------------- के सम्वर्धन के लिए भी कहा है।
86. ----------- में से एक हिस्सा, चाहे वो १० पैसा जैसा थोड़ा ही क्यों न हो, रोजाना रोजाना अच्छे कार्य करने के लिए निकालने की बात सीख कर के जाइए।
87. जो आपको प्रकाश देते हैं -------- देते हैं ज्ञान देते हैं और आपके उज्ज्वल भविष्य की सम्भावना का आश्वासन देते हैं - ऐसे हैं यज्ञ भगवान जिसको हम व्यापक बनाना चाहते हैं।