आध्यात्मिक कायाकल्प

अध्यात्म द्वारा दैनिक जीवन के प्रश्नों के समाधान

Refinement of Personality Through Spirituality

Answers to the questions of day-to-day life through Spirituality

पाठ्यक्रम 620110 - आध्यात्मिक पद्धतियों का ज्ञान-विज्ञान (आत्मिक उत्थान हेतु)

(परम पूज्य गुरुदेव, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा दिए गए उद्बोधनों पर आधारित पाठ्यक्रम) (स्व-शिक्षण पाठ्यक्रम Self-Learning Course)

यज्ञ का ज्ञान विज्ञान

परम पूज्य गुरुदेव, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा दिया गया उद्बोधन

यहाँ दिए गए उद्बोधन (.mp3 फाइल) को सुनें, एवं उस पर आधारित प्रश्नोत्तरी को हल करें

प्रश्नोत्तरी नीचे दी गई है

प्रश्नोत्तरी

1. ॠगवेद के पहले मंत्र में ------------ की प्रशंसा की गई है।

2. पुरोहित उसे कहते हैं जो ------------ दिखाता है; सही रास्ते पर ले आता है।

3. जो बात दूसरों से कहता है अगर यह बात ------ है तो सबसे पहले इसी ने फायदा उठाया होता।

4. ऐसा पुरोहित होना चाहिए जो अपने ------ के माध्यम से हमको शिक्षण कर सकता हो।

5. यज्ञ हमको ------- नसीहतें देता है। (ज्ञान पक्ष)

6. जिस यज्ञ को हम घर घर में रोज़ के लिए फैलाना चाहते हैं ------------- के रूप में

7. १ नसीहत - एक नसीहत है यज्ञाग्नि की कि ये ----------- बनी रहती है।

8. ज्ञान कौन सा - स्कूलों वाला नहीं - उसे तो शिक्षा भी कहते हैं, जानकारी भी कहते हैं, और ये ----------- विज्ञान के भीतर आती है।

9. जो रोटी कमाने के काम आती है, जो हमारी -------- को विकसित करने के काम आती है, ये शिक्षा है।

10. विद्या जिसको हम प्रकाश कहते हैं, जिसको हम ------ के अर्थ में प्रयोग करते रहते हैं; जो हमारी आत्मिक/ आंतरिक समस्याओं का समाधान करती है।

11. ज्ञान का प्रकाश न होने से हमको जीवन की एक भी समस्या का --------- स्वरूप दिखाई नहीं पड़ता; न हमारे हाथ समाधान लगते हैं।

12. दीपक जहाँ कहीं भी रहता है वहाँ रोशनी पैदा करता रहता है, -------- को दूर करता रहता है।

13. हमारा पुरोहित, यज्ञाग्नि, ये कहता है कि आप रोशनी प्राप्त कीजिए, ------- प्राप्त कीजिए, रास्ता प्राप्त कीजिए।

14. २ नसीहत - जब तक आग जिन्दा रहती है गरम रहती है, और हमारे जीवन में ------ बनी रहनी चाहिए।

15. गरम से मतलब गुस्सा नहीं है बेटे, गरम से मतलब है --------, क्रिया से गर्मी पैदा होती है।

16. हमारे जीवन में ---------, अर्थात हलचल, अर्थात हमारी क्रियाशीलता निरंतर बनी रहनी चाहिए।

17. मनुष्य के जीवन की भी कभी ------- नहीं होनी चाहिए, हर समय आदमी को सक्रिय बने रहना चाहिए।

18. आदमी को कर्मनिष्ठ होना चाहिए, और आदमी को --------- होना चाहिए।

19. निष्क्रियता हमारे समाज में आई, और आलस्य हमारे समाज में आया, और हमारे समाज में -------- आई।

20. कड़े काम से हर आदमी भागता है, हमारे देश के --------- और दरिद्रता की ये निशानी है। काम का सम्मान कम कर दिया गया।

21. मशक्कत के दबाव से तो आप बच सकते हैं, लेकिन उसका बदला जो आपको चुकाना पड़ेगा, ------ के रूप में चुकाना पड़ेगा।

22. जो आदमी बैठा रहता है उसका ------- बैठा रहता है।

23. जो आदमी चलना शुरू कर देता है, उसका ------ चलना शुरू कर देता है।

24. आपको ज्ञानयोगी भी होना चाहिए और कर्मयोगी भी होना चाहिए; ये दो ------ अगर सीख कर के आप आते हैं तो बहुत अच्छी बात है।

25. ३ नसीहत - आग का सिर हमेशा -------- रहता है।

26. आग का स्वभाव ऊपर की तरफ चलने का है; हमारा मष्तिष्क, हमारा ----- और हमारा जीवन ऊँचे की तरफ चलने का होना चाहिए।

27. आपका विचार, चिंतन, आस्थाएँ, मान्यताएँ, ---------, गौरव हमेशा ऊँचा रहना चाहिए।

28. अनीति के सामने, दबाव के सामने आपका --------- नहीं झुकना चाहिए।

29. ४ नसीहत - चौथी वाली नसीहत ये है कि जो कुछ भी उसके पास जाता है, अपने ------- बना लेता है।

30. जिस तरीके से हम ---------- हैं, उसी तरीके से दूसरों को भी शानदार बनाने की कोशिश करें।

31. सारे संसार को -------- बनाने के लिए हमारे प्रयत्न होने चाहिए।

32. आपकी हस्ती, आपका व्यक्तित्व, आपका सिद्धांत, आपका चरित्र कुछ होने चाहिए, और आपके अंदर इतनी --------- होनी चाहिए कि दूसरों को अपने जैसा बनाने में समर्थ हो सकें।

33. ५ नसीहत - पाँचवी उपासना है, इसका नाम है -------------

34. ६ नसीहत - अपरिग्रह के साथ में एक और बात जुड़ी हुई है, इसका अर्थ है ----------

35. अपरिग्रह का अर्थ यह है कि आप कमाएँ तो बहुत, -------- हाथ से कमाएँ, लेकिन हजार हाथ से बाँट दें।

36. क्षमता सम्पन्न वर्ग अगर अपनी सारी कमाई खाता रहेगा, तो जो पिछड़े हुए आदमी हैं वो, जो --------, अपंग, पिछड़ गए हैं, पतित हैं, उनका क्या होगा, उनको हिस्सा कहाँ से आएगा।

37. चाहे सरकारी टैक्स के रूप में कटौती कीजिए, अथवा धर्म परम्परा के हिसाब से -------- में कटौती कीजिए, अथवा अध्यात्म सिद्धांत के अनुसार अपरिग्रही हो जाइए।

38. पाँच --------- हैं अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह।

39. यज्ञ हमको यह सिखाता है-पुरोहित हमारा ------- नहीं करता।

40. यज्ञ भगवान कहता है हमने तुरंत बाँट दिया, आपने आहुति दी और हमने ------- में बखेर दी

41. ------- जीवन इस तरह का होना चाहिए; ये परम्परा आपके व्यक्तिगत जीवन में हो तो मैं आपको संत कहूँगा, और आपको ॠषि कहूँगा।

42. भगवान आपके जीवन में आ गया कि नहीं, सिद्धांतों में आ गया कि नहीं, -------- में आ गया कि नहीं।

43. हमारा पुरोहित छ: शिक्षाएँ देता है; यज्ञ करने वाले अपने जीवन में धारण कर लें; इन्हीं सिद्धांतों का विस्तार करने लगें; मनुष्य के भीतर ------- का उदय, यही -------- का उदय है जो हम आपसे कह रहे हैं।

44. सक्रियता, ज्ञानवान होना, सिर ऊँचा रहना, समानता के सिद्धांत ग्रहण करना ------- के लक्षण हैं।

45. जातिगत, लिंगगत भिन्नताएँ, ऊँच-नीच की भावना जहाँ आती हैं वहाँ हमारा अध्यात्म मना करता है, हमारा पुरोहित मना करता है कि ये मान्यताएँ ---------- नहीं हैं।

46. यज्ञ के ज्ञान पक्ष का विस्तार कर पाएँ तो नया व्यक्ति बनाने में, मनुष्य के अंदर देवता उगाने में, नया ------- बनाने में हमको पूरी-पूरी सफलता मिल सकती है; अगर ये छ: सूत्र समझ में आ जाएँ।

47. १. यज्ञ हर आदमी के लिए दैनिक कृत्य है; क्योंकि आदमी गंदगी नित्य फैलाता है, इसलिए सुगंधि के लिए भी नित्य प्रयत्न करना चाहिए; -------- का संशोधन काम नम्बर एक (प्रदूषण)

48. इंसानों के द्वारा गंदगी फैलाने का निराकरण करना हमारा नागरिक, --------, नैतिक कर्त्तव्य है।

49. २. -------- के खाने का तरीका यज्ञ से ज्यादा और कोई अच्छा शानदार नहीं हो सकता

50. जो पदार्थों का हवन करते हैं ये --------- हो जाते हैं; सब आदमी हमारे हिस्सेदार हो जाते हैं।

51. ३. और किस काम आ सकते हैं हवन; शारीरिक ------- के निवारण करने के लिए।

52. प्राचीन काल में यज्ञ की ------- ऐसी शानदार थी; वैसी ------ फिर दुबारा कभी नहीं बनी।

53. दवा हम खाते हैं, पेट में जाती है और ------ होने के बाद शरीर में प्रवेश करती है।

54. उसके बाद में इंजेक्शन का तरीका काम में आया; ------- में शामिल कर देते हैं इंजेक्शन के द्वारा।

55. एक और भी तरीका है; साँस के द्वारा अगर ------- पहुँचाई जा सके।

56. ४. प्राचीन काल में मानसिक ----------- के इलाज में काम आता था

57. हवन के सम्पर्क में आने से आदमी के -------, समझ; अक्ल में भी बड़ा फर्क पड़ सकता है।

58. आदमी को गुस्सा आता है, --------- है, चोर है, चालाक है, षणयंत्र बनाता रहता है, जलन में कुढ़ता रहता है, ये भी बीमारियाँ हैं; प्राचीन काल में इलाज था - यज्ञीय इलाज

59. -------- बार हर आदमी को यज्ञ के नजदीक आना पड़ता था; -------- इंजेक्शन लगाने पड़ते थे ताकि आदमी के मनोविकार काबू में रहें; मानसिक स्तर अच्छा बना रहे (देवोपम बनें)।

60. बलिवैश्य हर एक के लिए --------- था; रोज़ के जीवन में बलिवैश्य; शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक बीमारियों के निराकरण के लिए।

61. ५. आध्यात्मिक बीमारियाँ : --------, निष्ठुरता, संवेदनहीनता, अनुदारता (इनका निराकरण)

62. ६. यज्ञ से पर्जन्य बरसता है; पर्जन्य से मतलब है ------; ------ जब पानी के साथ मिल कर बरसता है तब घास मजबूत होती है, अनाज मजबूत होता है। (हवा में प्राण ज्यादा यज्ञ के कारण)

63. ७. यज्ञ से वातावरण बनता है; (सूक्ष्म) वातावरण का ---------- होना भी बड़ा काम है।

64. राम नाम ------- में से पैदा हुआ था।

65. विश्वामित्र जी उनको ले गए थे -------- की रक्षा के लिए।

66. यज्ञीय प्रक्रिया के द्वारा सारे के सारे वातावरण को, जिसमें राक्षसपन और असुरता ------- रूप से छाई हुई है; अगर ये बनी रही तो वातावरण फिर मुसीबत पैदा करेगा।

67. उन्होंने राम राज्य के स्थापित होते ही दस बार ----------- किए थे।

68. श्रीकृष्ण भगवान ने पाण्डवों को सलाह दी थी - आपको एक ऐसा आयोजन करना चाहिए, ऐसा यज्ञ करना चाहिए जिससे वातावरण का ------------- करने में मदद मिले।

69. पाण्डवों ने राजसूय यज्ञ किया था जिसमें श्रीकृष्ण भगवान ने --------- धोने का काम अपने जिम्मे लिया था।

70. द्रौपदी के बारे में वर्णन आता है --------- में से पैदा हुई थीं।

71. अनुकूल वातावरण जिसमें हम नए युग के अनुरूप ----------- पैदा कर सकें, और नए युग के अनुरूप मनुष्य पैदा कर सकें।

72. हमारे भौतिक प्रयत्न ही काफी नहीं हैं, बल्कि हमारे सूक्ष्म और ---------- प्रयत्नों की भी आवश्यकता है।

73. ८. प्राचीन काल में ---------- यज्ञ होते थे और और प्राचीन काल में वाजपेय यज्ञ होते थे। राजनैतिक समस्याओं के समाधान के लिए -------------- यज्ञ

74. ८. सामाजिक, और -------------, मानसिक समस्याओं का समाधान करने के लिए वाजपेय यज्ञ।

75. ये सारे के सारे वाजपेय यज्ञ हैं; इनसे वातावरण को बनाना, धार्मिक व्यक्तियों को एक जगह जमा करना, परामर्श करना, ---------- करना, मशवरा करना, संघबद्ध करना, एक विशेष काम में लगा देना।

76. बलि उसे कहते हैं जिसमें आदमी को अपने दोष और --------- का निराकरण करना पड़ता है।

77. अच्छे कामों के लिए त्याग करने वाले आदमियों को ----------- कहते हैं।

78. ------------------ तत्वों को जला देना, एक हवन की प्रक्रिया का उद्देश्य ये है।

79. हवन प्रक्रिया का दूसरा वाला उद्देश्य ये है कि जो देख पाएं कि -------- और बलिदान की परम्परा चालू की जाए; अच्छे कामों को बढ़ाने के लिए आदमियों को कुर्बानी करना है; सेवा के लिए, समाज हित के लिए कुछ आदमी अपना अंशदान प्रस्तुत करे।

80. अब हमारे यज्ञों में देव-दक्षिणा, देव-दक्षिणा के नाम से एक बहुत ही --------------- अंग ऐसे विद्यमान है।

81. चाहे ----------------- मनाना हो चाहे हवन करना हो, देव दक्षिणा तो आवश्यक अंग माना है।

82. ९. देवता वस्तुएँ नहीं लेते; देवता भावनाओं को परखते रहते हैं और संतुष्ट उसी से होते हैं; बिना भावनाओं के बिना देवता कभी ---------- नहीं होते।

83. ९. देव-दक्षिणा का हमारा आंदोलन है जो यह युग निर्माण योजना के अंतर्गत जितने भी यज्ञायोजन किए जाते हैं, ----- चीज़ों को हमने अविछिन्न रूप से जोड़ रखा है; हर आदमी से कहा गया है आप अपनी बुराइयों में से एक का त्याग कीजिए।

84. लोग प्रतिज्ञा लें कि हम ब्याह शादियों में --------- करना और बेकार का पैसा खराब करना नहीं करेंगे।

85. ९. ------------- के सम्वर्धन के लिए भी कहा है।

86. ----------- में से एक हिस्सा, चाहे वो १० पैसा जैसा थोड़ा ही क्यों न हो, रोजाना रोजाना अच्छे कार्य करने के लिए निकालने की बात सीख कर के जाइए।

87. जो आपको प्रकाश देते हैं -------- देते हैं ज्ञान देते हैं और आपके उज्ज्वल भविष्य की सम्भावना का आश्वासन देते हैं - ऐसे हैं यज्ञ भगवान जिसको हम व्यापक बनाना चाहते हैं।