विज्ञान क्लब का परिचय

विद्यालय में विज्ञान की औपचारिक शिक्षा दी जाती है। इन औपचारिक शिक्षा को व्यवहारिक बनाने में विज्ञान क्लब योगदान देती है। यह वैज्ञानिक क्रियाओं, वैज्ञानिक अभिवृति अभिरुचि तथा सृजनात्मक शक्ति के विकास पर आधारित होता है। क्यूबर तथा कॉल्लिह ने कहा है कि विज्ञान क्लब कक्षा कक्ष की स्थितियों से भी अधिक व्यापक है। यह एक ऐसी संस्था है। अधिगम को अभिरुचियों तथा जिज्ञासा के अनुरूप सजाया जाता है। विज्ञान क्लब में अधिगम का आधार करके सीखने (Learning by doing) होता है। यह प्रकृति के वैज्ञानिक तथ्यों को जानने का अवसर देता है। इस प्रकार वैयक्तिगत पहल तथा स्वतंत्र अध्ययन के अच्छे अवसर मिलते हैं जिससे छात्रों की शोध प्रवृत्ति को भी प्रोत्साहन मिलती है। परिणामस्वरूप बच्चों में बहुत सारे कौशलों का विकास होता है।

विज्ञान क्लब के उद्देश्य

  1. छात्रों में वैज्ञानिक अमिरुचि उत्पन्न करना।

  2. छात्रों में वैज्ञानिक मनोवृत्ति का विकास करना।

  3. वैज्ञानिक समस्याओं को हल करने के कौशलों का विकास करना।

  4. छात्रों में व्यापक दृष्टिकोण का विकास करना।

  5. रोचक कार्य (Hobby) का निर्माण करना।

  6. छात्रों को वातावरण को स्वच्छ रखने का प्रशिक्षण।

  7. छात्रों में निरीक्षण शक्ति का विकास करना।

  8. छात्रों को वैज्ञानिक प्रगति तथा क्रियाओं को दैनिक जीवन में उपयोग करना।

  9. अनुसंधानात्मक तथा सृजनात्मक योग्यताओं को विकसित करना।

  10. छात्रों में सद्भाव उत्पन्न करना।

  11. विज्ञान संबंधी रुचियों का विकास करना।

  12. जटिल प्रयोगों का प्रदर्शन करना।

  13. नवीनतम वैज्ञानिक गतिविधियों तथा अविष्कारों से परिचित कराना।

  14. छात्रों को विज्ञान मेले, प्रदर्शनियों, यात्रायें पुस्तकालयों आदि के संगठन एवं प्रबंधन सिखाना,

  15. वैभिन्न वैज्ञानिक क्लबों के साथ सूचनाओं तथा क्रियाओं का आदान-प्रदान करना।