रेड क्रॉस एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जिसका मिशन मानवीय जिन्दगी व सेहत को बचाना है। इसकी स्थापना 1863 ई. में हेनरी ड्यूनेन्ट ने जेनेवा में की। ... जहां तक रेड क्रांस संस्था के उद्देश्य व उसके कार्य की बात की जाये तो इस संस्था का मुख्य उद्देश्य युद्ध के दौरान घायल सैनिकों की मदद और चिकित्सा करना है.

प्रतिवर्ष 8 मई को रेडक्रॉस के संस्थापक जीन हेनरी ड्यूनेंट के जन्मदिन को विश्व रेडक्रॉस दिवसके रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1901 में उन्हें इसके लिए शांति का सबसे पहला नोबेल पुरस्कार मिला था। हेनरी डयूनेन्ट ने 9 फरवरी 1863 को स्विट्जरलैंड के जेनेवा में पांच लोगों की कमिटी बनाकर इस संस्था की स्थापना की थी। उसी वर्ष जेनेवा में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हुआ, जिसमें 18 देशों ने इस संस्था में हिस्सा लिया, जिसमें रेडक्रॉस सोसायटी को कानूनी रूप प्रदान कर दी गयी। इस संस्था के गठन का उद्देश्य युद्ध और प्राकृतिक आपदा जैसी आपातकालीन परिस्थितियों में पीड़ितों की मदद करना है।

भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी

इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस) की स्थापना 1920 में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी एक्ट के तहत हुई थी और 1920 के संसद अधिनियम एक्स.वी. के तहत शामिल की गई थी। इस अधिनियम को 1992 में संशोधित किया गया था और नियमों का गठन 1994 में हुआ था। भारत में रेड क्रॉस सोसायटी की स्थापना 1920 में पार्लियामेंट्री एक्ट के तहत की गई थी। शुरुआत में इस संस्था का नाम इंटरनेशनल कमिटी फॉर रिलीफ टू द वाउंडेडरखा गया था। उसका नारा है, Find the Volunteer in side you (अपने अन्दर के स्वयं सेवक को पहचाने।)

सफेद पट्टी पर लाल रंग का क्रॉस का चिन्ह इस संस्था का निशान है। रेड क्रॉस चिन्ह का गलत इस्तेमाल करने पर 500 रुपये जुर्माना लगाया जाता है और उस व्यक्ति की संपत्ति भी ज़ब्त की जा सकती है।