जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसकी कुछ इच्छा कामना मरते समय मन में रह जाती है इसके कारण व्यक्ति की मृत्यु तो हो जाती है परंतु इच्छाएं और कामना के होने से व्यक्ति की आत्मा भटकने लगती है मरने के बाद भी उस व्यक्ति की आत्मा छूटी हुई कामना को पूरा करना चाहता है ऐसे लोग भूत प्रेत बन जाते जो लोगो को दुख देते है परेशान करते रहते है जो लोग मोह माया से मुक्त हो जाते है वे लोग भूत प्रेत नहीं बनते है वे लोग या स्वर्ग लोग या भगवान के पास चले जाते है
आंखे हमेशा लाल रहना ।
शरीर में कही ना कही दर्द पीड़ा का बना रहना ।
कितनी भी दावा करने पर ठीक नही होना ।
दिमाकी रूप से उलझन सा रहना।
सिर मस्तिक में दर्द सिर घूमना ।
शरीर में बीमारी का बना रहना ठीक नही होना ।
जिन लोगो को कोई प्रभावशाली प्रेत या भूत बाधा होती है उनके कुछ ये लक्षण देखे जाते है
बिना कारण के किसी समय रोने लगाना
गुस्सा आने पर आंखे पूरी तरह लाल खून जैसे हो जाना
शरीर का रंग पीला पड़ना कमजोरी आना चिंता में रहना।
उसे तंग करने पर गाली देना तुरंत झगड़ा कर लेना।
परिवार में हमेशा झगड़ा होते रहना ।
किसी के बात को नहीं मानना उसके ऊपर गुस्सा कर लेना।
शरीर कोई बड़ी बीमारी का होना , कैंसर, दिल की बीमारी, लीवर खराब , किडनी की बीमारी ,तो पेट खराब ,शरीर में दर्द बना रहना, अधिक गैस बनना, दस्त होना ,पीलिया का होना,आदि सामिल है.
शरीर में कोई घाव का होना घाव का बढ़ना ठीक नही होना ।
शरीर में अधिक कमजोरी का होना ।
शरीर का बीमारी का घर बन जाना
जिनके ऊपर कोई बड़ी प्रेत बाधा होती है उनके परिवार में हमेशा झगड़ा होते रहते हैं परिवार में कोई ना कोई बीमार रहता है पूरा परिवार कर्ज में चला जाता है उसे कुछ समझ नहीं आता है कि उसके साथ क्या हो रहा है कोई किसी की बात को सुना नहीं चाहता लोग छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करने लगते हैं भागने लगते हैं
जिन लोगो को लंबे समय का प्रेत बाधा होता है उनके शरीर में कही ना कही लंबे समय का दर्द होगा या किसी बीमारी की दावा करते होंगे जो ठीक नही होता होगा। मैने आपको प्रेत बाधा के प्रमुख लक्षण बताया जो लोगो नही पता होता है और वे लोग हमेशा परेशान रहते है आप और जाने की आखिर प्रेत बाधा क्यो होते है इसका मेन कारण क्या है और आप इससे कैसे बचेंगे
प्रेत बाधा होने के प्रमुख 3 से 4 कारण होते है अक्सर मैने देखा है अधिकतर प्रेत बाधा ऊनलोगो को अधिक होते है जिनके अधिक विरोधी होते है जिनके ऊपर जलन होता है उनके कामयाबी नहीं देखी जाती तो वे लोग उसके ऊपर किसी तांत्रिक से उसके ऊपर प्रेत बाधा कर देते है
पहला कारण है :किसी तांत्रिक से किया गया प्रेत बाधा व्यक्ति को अधिक दुख देता है जो व्यक्ति की जान भी ले लेता है और किसी को पता भी नही चलता । अधिकतर मैंने देखा है घर के दयाद के लोग ही जलन के कारण प्रेत बाधा कर देते है और कुछ पड़ोसी से झगड़ा होने से गुस्सा में आकर और जलन के कारण प्रेत बाधा कर देते है प्रेत बाधा करने के अनोको कारण हो सकते है
दूसरा कारण है: आप कही घूमने गए हो या किसी प्रेत के स्थान थूक दिया पेसाब कर दिया गाली दे दिया हैं तो वह प्रेत आपको पकड़ लेता है
तीसरा कारण है:कुछ लोग अपने प्रेत बाधा के छुटकारा के लिए किसी स्थान पर या अधिकतर रोड पर (फूल ,माला पैसा,गजरा, दारू की बोतल,) रोड पर प्रेत को कर देता है जो लोग उसके पहले सामने आ जाते है तो वह प्रेत उसके ऊपर हो जाता है
चौथा कारण है: कही घूमने जाते समय बिना कारण के ही भूत प्रेत व्यक्ति को पकड़ लेते है
जिन लोगो को प्रेत बाधा से छुटकारा चाहिए तो ऊनलोगो को किसी अच्छे ओझा या तांत्रिक के पास जाना चाहिए तभी प्रेत बाधा से बचा जा सकता है आप कोई तरीका अपना लीजिए कोई काम नही करेगा। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सामान्य मनुष्य किसी प्रेत भूत को नहीं देख सकता है और बाते नही कर रहता है और उसके पास ऐसी कोई शक्ति नहीं होती है की वह प्रेत को भगा सके दूर कर सके. और एक तांत्रिक के पास ही वह शिद्धि शक्ति होती है की वह प्रेत से बात कर सकता है और उसे शरीर से भगा सकता हैं
मैं आपको एक मैन बात बताना चाहता हु की प्रेत भगाने वाले अधिकतर ढोंगी होते है जो अधिक पैसे मांगते है वे लोग ढोंगी होते है
असली ओझा तांत्रिक की पहचान आप कुछ इस प्रकार आप कर सकते है एक असली ओझा तांत्रिक किसी से पैसे नही लेते है वे कहते है व्यक्ति अपनी मर्जी से जो जीतना पैसे देना चाहता है वह दे सकता है उसको किसी प्रकार मजबूर नहीं करता है और एक बात जब तांत्रिक प्रेत बाधा को किसी के ऊपर से हटाता है तो प्रेत उसके ऊपर से हटाने के लिए दारू शराब या फूल माला गजरा मांगता है तो तांत्रिक आपसे फूल माला जो भी चाहिए वह लाने के लिए कहेगा। इसमें आप कंजूसी ना और तांत्रिक को लेकर दे दे वह प्रेत बाधा दूर कर देगा यही प्रेत बाधा दूर करने का तरीका है
बाकी सभी प्रयास करना बेकार है अगर आपको किसी प्रकार की प्रेत की समस्या है और आपको कुछ समझ नहीं आ रहा है तो आप हमसे संपर्क +91-9999193249 कर सकते है और प्रेत बाधा से छुट सकते है
खुद से उपाय कर सकते है
अपनी सुरक्षा एवं अदृश्य बाधाओं से बचने के लिए हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि,
रात्रि में दूध पीकर एवं खीर खाकर अकेले घर से बाहर न निकलें।
पीपल, बरगद एवं इमली के वृक्ष के नीचे न थूकें तथा न ही अन्य किसी प्रकार से गंदगी करें।
किसी स्थान पर यदि टोटका किया हुआ हो, उस स्थान से बचकर निकलें। उसके ऊपर पैर पड़ना अथवा उसके ऊपर से होकर निकलना परेशानी का कारण बन सकता है।
यदि आपको अशुभ स्वप्न आते हों, तो सिराहने फिटकरी रखकर सोएं।
इत्र लगाकर रात्रि के समय बाहर न जाएं, न ही एकांत में रहें।
रूमाल में अथवा साड़ी के पल्लू में एक कोने में थोड़ी सी सुगन्धित हींग बांधनी चाहिए तथा उसे दिन में एकबार अवश्य सूंघना चाहिए।
जब भी किसी कारण से शमशान में जाना पड़े, तो बाहर निकलकर नीम की पत्तियां अवश्य चबानी चाहिए।
सुरक्षा हेतु मंगलवार के दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाना चाहिए तथा सिंदूर की बिंदी भी लगानी चाहिए।
जिस व्यक्ति पर यदि ऊपरी बाधा का प्रभाव हो, उसको अपने शयन कक्ष में मोर पंख इस प्रकार रखना चाहिए कि वे उसे दिखते रहें।
बरगद वृक्ष की लटकी हुई जूटों की गांठ न खोलें। जिस स्थान पर तांत्रिक प्रयोग करने के चिन्ह एवं वस्तुएं हों, उस स्थान से दूर रहें।
यदि कोई साधु, सन्यासी, तांत्रिक एवं टोटके करने वाला व्यक्ति कोई सुपारी, लौंग, इलायची एवं पान आदि वस्तु खाने के लिए दें, तो उसका सेवन न करें, अपितु उसे बहते जल में प्रवाहित कर दें, ऐसी वस्तुओं को साथ में भी न रखें।
झाड़ू व धान कूटने वाला मूसल अस्वस्थ व्यक्ति के ऊपर से उतार कर उसके सिरहाने रख दें।
गाय के गोबर का कंडा (या उपला) व जली लकड़ी की राख को पानी से भिंगोकर एक लड्डू बनाएं और उसमें पांच रुपए का सिक्का खोंस दें। फिर उस पर काजल और रोली की सात बिंदी लगा दें। तत्पश्चात लोहे की एक कील भी उसमें घुसा दें। अब इस लड्डू को अस्वस्थ व्यक्ति के ऊपर से सात बार उतार कर चुपचाप नजदीक के किसी चौराहे पर रख आएं। आते-जाते समय किसी से बातचीत न करें तथा पीछे मुड़कर भी न देखें। इस क्रिया को करने से भूत-प्रेत से ग्रस्त व्यक्ति बहुत ही जल्दी स्वस्थ होने लगता है।