विष्णुप्रिया, महालक्ष्मीजी का स्वरुप है सात मुखी रुद्राक्ष। सप्तसागर, सप्तऋषियों, सूर्य की सात रश्मियां एवं सप्ततलों की सभी शक्तिया सात मुखी रुद्राक्ष में समाहित होती है। सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक को अस्टमहालक्ष्मी का आशीर्वाद तो प्राप्त होता ही है। साथ में जीवन का सभी सुख और वैभव प्राप्त होता है। पद्म-पुराण में वर्णित कथा के अनुसार सात मुखी रुद्राक्ष के सातों मुखों में सात नाग देवता का निवास है। उन सात नाग देवताओं के नाम इस प्रकार है। अनंत, कर्कट, पुण्डरीक, तक्षक, विषोल्बण, कारोष, और शंखचूड़। सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के बाद जातक को नागदेव का आशीर्वाद तो प्राप्त होता ही है साथ में नागदेव के आराध्य देव भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। और उस जातक पर महादेव सदा प्रसन्ना रहते है।
सात मुखी रुद्राक्ष के फायदे ?
आईये जानते है सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से क्या क्या फायदे मिलते है :-
अष्टलक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भी सात मुखी रुद्राक्ष का उपयोग किया जाता है। यदि आपका हरदम नुकसान हो रहा हो और वह नुकसान रुकने का नाम नहीं ले रहा है तो ऐसे समय में भी आप सात मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है। यदि आपको ऐसा लगता है की जन्म से ही आपका शोषण हो रहा है और आप पीड़ित है तो आप सात मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
सात मुखी रुद्राक्ष पर शनि ग्रह का अधिकार है। इसलिए जो लोग शनि से सम्बंधित कार्य करते है। उन्हें सात मुखी रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। इस रुद्राक्ष को धारण करने से माता लक्ष्मी के आशीर्वाद के साथ उनके कार्य में दिन दूनी और रात चौगुनी तरक्की मिलती है। शनि ग्रह से सम्बंधित कार्य भवन भूमि से सम्बंधित कार्य , बीमा, हॉस्पिटल, दवा वितरक (मेडिकल स्टोर), बिजली के उपकरण, कंप्यूटर पार्ट बनाने वाली कंपनी, फ़ोन बनाने वाली कंपनी, आयात निर्यात, ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक, दन्त चिकित्सक, इंजीनियर, आर्किटेक, भौतिक शास्त्री, प्रशासनिक अधिकारी, राज्यपाल और मंत्री पद पर कार्यरत लोग है। इन सभी के लिए सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना बहुत शुभ होता है। इसके धारण करने से उन्हें बहुत लाभ मिलता है।
यहाँ पर मै एक बात और कहना चाहूंगा की जहाँ पर 7 (सात) मुखी रुद्राक्ष होता है। वहां पर माता लक्ष्मी स्वयं आकर स्थिर हो जाती है। क्यों की सात (7) मुखी रुद्राक्ष सप्त साँपों का प्रतिक होता है। और माता लक्ष्मी श्री हरी विष्णुजी के साथ सांप पर ही स्थिर बैठती है। और श्री हरी के चरण दबाती है। तो, यदि आपने अपने घर में 7 (सात) मुखी रुद्राक्ष ला लिया तो समझो माता लक्ष्मी आपके घर में आकर स्थिर होने वाली है। और आपके अच्छे दिन आने वाले है।
किस राशि के लोगों को सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए ?
जिस जातक का जन्म लग्न या जन्म राशि मकर व कुम्भ हो वे लोग सात मुखी रुद्राक्ष बेहिचक धारण कर सकते है। जिस जातक का जन्म नक्षत्र पुष्य, अनुराधा या उत्तराभाद्रपद में हो वह लोग बिना किसी परामर्श के सात मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है। जिस जातक के ऊपर शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही हो, वह लोग भी शनि के शांति के लिए सात मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
सात मुखी रुद्राक्ष के औषधीय गुण ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह के कमजोर होने से शरीर बहुत निर्बल हो जाता है। जिसके चलते जातक को शरीर की नसों सम्बंधित रोग, रक्त विकार, उदर सम्बंधित रोग, हड्डी सम्बंधित रोग, वधिरता, मिर्गी, पक्षाघात, पैरों के रोग, नपुंसकता, स्नायु रोग और वायु रोग जातक के शरीर को परेशान करते है। जब ऐसे परिस्थिति का निर्माण हो जाये तो जातक को शिवजी के आशीर्वाद स्वरुप सात मुखी रुद्राक्ष को विधिवत प्राणप्रतिष्ठित करके धारण करना चाहिए। जिसके फलस्वरूप उपरोक्त रोगों में जातक को काफी राहत मिलती है।
किस बीमारी में काम आता है सात मुखी रुद्राक्ष ?
सात मुखी रुद्राक्ष शरीर की नसों सम्बंधित रोग, रक्त विकार, उदर सम्बंधित रोग, हड्डी सम्बंधित रोग, वधिरता, मिर्गी, पक्षाघात, पैरों के रोग, नपुंसकता, स्नायु रोग और वायु रोग आदि रोगों में बहुत काम आता है।इस रुद्राक्ष के इस्तेमाल से आप इन रोगो में बहुत लाभ पा सकते है। और इस रुद्राक्ष का जल तो मनो आप के लिए अमृततुल्य है।
क्या 7 मुखी रुद्राक्ष को घर में रख सकते है ?
यदि आप रुद्राक्ष को धारण नहीं करना चाहते हो तो आप अपने घर के मंदिर में सात मुखी रुद्राक्ष को रख सकते है। और प्रति दिन इस सात मुखी रुद्राक्ष की पूजा तथा दर्शन करने के पश्चात् ही आप घर से बहार काम पे जाएँ आपको आपके कार्य में सफलता अवश्य मिलेगी।
क्या 7 मुखी रुद्राक्ष को तिजोरी में रख सकते है ?
सात मुखी रुद्राक्ष एक भिखारी को भी करोड़पति बना सकता है। आप बस सात मुखी रुद्राक्ष अपने घर की तिजोरी में प्राणप्रतिष्ठित एवं सिद्ध करने के पश्चात् लाल कपड़े में बांध कर रखें। फिर देखे सात मुखी रुद्राक्ष का चमत्कार। माता लक्ष्मी कैसे आप पर प्रसन्ना होती है। और आपकी मनोकामना पूरी करती है।
7 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् कितने दिन में सक्रीय होता है ?
यदि आपने असली सात मुखी नेपाली रुद्राक्ष विधि पूर्वक प्राणप्रतिष्ठित एवं सिद्ध किया है। तथा उसे धारण किया है तो वह रुद्राक्ष केवल सात दिन में ही अपना असर दिखाना चालू कर देता है। अर्थात असली सात मुखी सिद्ध एवं प्राणप्रतिष्ठित रुद्राक्ष केवल सात दिन में ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। हो सके तो सात मुखी रुद्राक्ष को लाल धागे में ही धारण करे। क्योंकि लाल रंग माता लक्ष्मी को बहुत पसंद है।