~संत -शरण~
नाम - बासुदेव शर्मा ( बृजनंदन शर्मा )
Name - Basudeo sharma (Brijnandan sharma)
At+Po - Salmari, Block - Azamnagar
Dist - Katihar
State - Bihar (Bharat)
Pin code - 855113
मैं पारिवारिक जीवन व्यतीत करने वाला , स्वाभिमानी , संघर्षमय ,अपनी कमाई से जीविका चलाने वाला , माता- पिता और गुरु पथ गामी , सात्विक ,सदाचारी ,अन्धविश्वास से दूर ,स्पष्ट दृष्टी वाला एक साधक हूँ ।
पूज्य गुरुदेव संत सद्गुरु श्री हृदयालाल जी महाराज और माता- पिता की असीम अनुकम्पा से तथा परिवार के सहयोग से शिवनारायणी संत मतपंथ पर प्रकाश डालने का प्रयास किया है। मेरा जन्म ग्राम - सालमारी ,जिला - कटिहार ,राज्य -बिहार ,(भारत ) में सन 1972 में 1 मार्च को हुआ है। मेरे पिता- पूज्य श्री लखन लाल मिस्त्री,मेरी माता -पूज्या श्रीमती शकुंतला देवी है । मैं 1989 में दसवीं (Matric Board ) 1991 में ISc. और 1997 में भौतिकी (Physics,Hons) से स्नातक (BSc.) किया, School, College, University में मैंने अच्छे अंको से उत्तीर्ण हुआ । मेरे माता पिता पूर्व से ही इस मत पंथ दीक्षित थे साथ ही मेरे पिता लखन लाल मिस्त्री शिवानारायणी संत मतपंथ के जिला अध्यक्ष (कटिहार ,बिहार ) भी रहे । इससे मेरे घर में संतों और बाबाओं का आगमन होता रहता था । बचपन से ही इसमें अच्छाईयों और बुराईयों को देखता आया हूँ ।
पूज्य गुरुदेव मेरे घर लम्बे समय से आते रहे है और मुझे भी उनके निवास (मनेर ) में लम्बे समय रहकर सेवा करने का अवसर मिला है; किन्तु पूज्य गुरुदेव संत सद्गुरु श्री हृदयालाल जी महाराज 28 march 1996 (विक्रम संवत 2052 चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी ) में रामनवमी के शुभ दिन गुरुवार को मेरे घर पर ही अपनी कृपा दृष्टि कर ( अर्थात दीक्षा देकर ) मुझे निहाल कर दिए ।
गुरु कृपा से मुझे अधिकतम ज्ञान अपने पिता से ही प्राप्त हुआ है । दीक्षा पूर्व भी मुझे इस मत पंथ की बहुत सारी बातें ज्ञात थीं । स्वामी जी के तथा अन्य संतों की वाणी ( कबीर साहेब ,मेंही बाबा , पतंजलि ,गोरखनाथ ,बुद्ध ,महावीर ,राधास्वामी ,विवेकानंदजी आदि )और जीवन चरित्र को पढ़ा और समझा ।
इसके अतिरिक्त उपनिषद ,गीता, महाभारत, पुराण ,आदि धार्मिक ग्रंथों का भी अध्यन किया । सार बातें यह आई की सद्गुरु से दीक्षा लेकर उसके बताये मार्ग पर चलें यही कल्याण का मार्ग है । शिवनारायण स्वामी के ग्रंथों में ज्ञान तो भरपूर है पर संगठन ठीक नहीं होने ,300 वर्षों के लम्बे अवधि और मुर्ख लोगों की अधिकता के कारण इसमें अत्यधिक बुराई है । पूज्य गुरुदेव के जीवन चरित्र को प्रकाशित करना,और शिवनारायणी संत मतपंथ पर प्रकाश डालना मेरे जैसे अल्पज्ञानी के लिए कठिन है। फिर भी पूज्य गुरुदेव ,पूज्य पिता और वरिष्ट बाबाओं की कृपा दृष्टी में यह कार्य कर रहा हूँ । स्वामी जी के विषय में गुरु अन्यास ,मूल ग्रन्थ ,लौ परवाना ,पाती परवाना, संग्रह ग्रन्थ ,विलास ग्रन्थ , शब्दावली , रामचंद्र तिवारी ( Ph D, reader in Hindi section, Gorakhpur university) द्वारा शोधित ग्रन्थ शिवनारायणी सम्प्रदाय और उसका साहित्य ,पूज्य गुरुदेव द्वारा रचित ग्रन्थ ,आदि का अध्यन कर मैं कुछ लिख पा रहा हूँ । शिवनारायणी संत मत पंथ के सत्य ज्ञान को भी U Tube पर धीरे धीरे दे रहा हूँ ( chanel --shivnarayan swami ke satya gyan या Basudeo sharma )
मैं पीछे बेंच पर बैठने वाला एक शिष्य और गुरुजनों ,संत साधकों का एक छोटा सा सेवक हूँ ।मैं एक प्राइवेट शिक्षक हूँ और इसी से अपनी आजीविका गुरु कृपा से चलाता हूँ । बाबाजी बनकर अपना भरण पोषण करने के विचारों से मैं काफी दूर हूँ । मतपंथ के लिए समर्पित हूँ जहाँ तक मेरे और मेरे परिवार द्वारा संभव होगा मतपंथ की सेवा करता रहूँगा । वर्तमान में मैंने पूज्य गुरुदेव संत सद्गुरु श्री हृदयालाल जी महाराज का संक्षिप्त जीवन परिचय नामक साहित्य को लिखा है जिसमें पूज्य गुरुदेव की जीवनी के साथ उनके साधना पद्धति को भी दिया है | भूल होना मुझ अज्ञानी के लिए संभव है किसी भी भूल के लिए क्षमा चाहता हूँ ।
इस कार्य में गुरुजनों के सहयोग के साथ मेरा सुपुत्र रितेश शर्मा का बहुत बड़ा भागीदारी है । Edditing का काम वही करता है और दिशा निर्देश भी करता है ।मेरी धर्म पत्नी नूतन देवी और सुपुत्री नेहा का दिशा निर्देश और पूर्ण सहयोग भी मेरे साथ है । इसके अतिरिक्त अरविन्द कुमार का पूर्ण सहयोग है । जीवन सत्य मार्ग में लगा रहे , गुरुदेव के कार्य में लगा रहूँ , और सद्बुद्धि बनी रहे यही गुरुदेव से प्रार्थना और विनती है । भूल चूक माफ़ कर गुरुदेव अपनी शरण में लगा लें । जय गुरु संतापति
🟢 सहयोगी 🟢
नाम -अरविन्द कुमार
name-Arvind kumar
At+Po-Belwari , Via - Salmari
dist- Katihar
State - Bihar(Bharat)
Pin code - 855113
मेरे इस कार्य में अरबिंद कुमार का भी अति सहयोग है। अरबिंद कुमार का जन्म 24 -01-1980 में बेलबाड़ी ग्राम (आज़मनगर ,कटिहार )में हुआ । इसके पिता का नाम स्व० केदार नाथ राय तथा माता का नाम - गीता देवी है। इसके पिता सरकारी स्कूल शिक्षक थे जो पूज्य गुरुदेव संत सदगुरु श्री हृदयालाल जी महाराज के शिष्य थे । अरबिंद कुमार से मेरा अति निकटता रहा है । यह भी पूज्य गुरुदेव के शिष्य हैं । यह B.A. इतिहास विषय से किया है । यह वर्तंमान में सरकारी स्कूल में शिक्षक पद पर है । इस मत पंथ के लिए क्रियाशील है । " जय गुरु संतपति '"
All content
tap for read ( पढने के लिए दाबें )