आज के समय में हर व्यक्ति एक अच्छी नौकरी पाने की चाह रखता है, लेकिन क्या हर किसी को उसका मनचाहा करियर या प्रोफेशन मिल पाता है? बहुत से लोग कई सालों तक संघर्ष करते रहते हैं, फिर भी उन्हें सफलता नहीं मिलती। ऐसे में सवाल उठता है — क्या हम पहले से ही जान सकते हैं कि हमें नौकरी कब और किस क्षेत्र में मिलेगी? जवाब है — हां, ज्योतिष शास्त्र की मदद से ऐसा संभव है।
कुंडली यानी जन्मपत्रिका एक ऐसा माध्यम है, जिससे व्यक्ति के पूरे जीवन की दिशा और दशा को समझा जा सकता है। नौकरी का योग और उससे जुड़े अवसर भी कुंडली में पहले से ही निहित होते हैं।
कुंडली का दसवां भाव व्यक्ति की नौकरी, पेशा, और सार्वजनिक जीवन से संबंधित होता है। अगर इस भाव में मजबूत ग्रह हों, तो व्यक्ति को जल्दी और अच्छी नौकरी मिलने की संभावना होती है। विशेष रूप से शनि, सूर्य और मंगल जैसे ग्रह यहां मजबूत स्थिति में होने चाहिए।
छठा भाव नौकरी पाने की प्रतिस्पर्धा, सरकारी सेवाएं और नौकरी में स्थायित्व का सूचक है। अगर यह भाव मजबूत है, तो व्यक्ति प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो सकता है और सरकारी नौकरी का योग बनता है।
किसी भी कार्य के लिए दशा (Mahadasha/Antardasha) और गोचर (transit) की भूमिका अहम होती है। अगर सही ग्रहों की दशा चल रही हो और अनुकूल गोचर मिल रहा हो, तो उस दौरान व्यक्ति को नौकरी मिलने की संभावना अधिक होती है।
शनि को कर्म का कारक माना जाता है। अगर शनि मजबूत हो और शुभ भावों में स्थित हो, तो व्यक्ति मेहनत और धैर्य के बल पर सफलता पाता है। वहीं अशुभ शनि नौकरी में देरी या परेशानियों का कारण बनता है।
राहु और केतु की स्थिति भी नौकरी में अस्थिरता या अचानक बदलाव ला सकती है। अगर ये ग्रह छठे, आठवें या बारहवें भाव में अशुभ स्थिति में हों, तो नौकरी छूटने या बार–बार नौकरी बदलने का योग बनता है।
Read more: नौकरी नहीं मिल रही है, मुझे नौकरी कब मिलेगी
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य Dr. Vinay Bajrangi के अनुसार, “हर व्यक्ति की कुंडली में उसके कर्म और भविष्य के संकेत पहले से ही लिखे होते हैं। यदि सही समय पर सही ज्योतिषीय सलाह ली जाए, तो व्यक्ति सही करियर का चयन कर सकता है और करियर में तेजी से आगे बढ़ सकता है।“
वे आगे कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति को नौकरी से संबंधित समस्याओं का समाधान उसके दशम, छठे और ग्यारहवें भाव को देखकर मिल सकता है। साथ ही सही उपाय और ग्रहों की शांति से नौकरी पाने की राह आसान हो सकती है।
1. शनि देव की पूजा करें और शनिवार को व्रत रखें।
2. सूर्य को जल चढ़ाएं और आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें।
3. अगर कुंडली में राहु–केतु का दोष है, तो उसका शांति उपाय करें।
4. ज्योतिषीय रत्न धारण करें (जैसे नीला पुखराज, गोमेद आदि — केवल विशेषज्ञ सलाह पर)।
5. गुरुवार को गरीबों को भोजन कराएं और पीले कपड़े दान करें।
उत्तर: हां, कुंडली में दशा और गोचर के माध्यम से यह स्पष्ट किया जा सकता है कि व्यक्ति को नौकरी कब मिलेगी और किस क्षेत्र में।
उत्तर: ऐसे में कुंडली का छठा और दशम भाव देखने के बाद, ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं जैसे ग्रह शांति, रत्न धारण और विशेष मंत्रों का जाप।
उत्तर: बिल्कुल, कुंडली में मजबूत शनि, छठे भाव की स्थिति और दशा–गोचर के अनुसार सरकारी नौकरी के योग की पहचान की जा सकती है।
उत्तर: Dr. Vinay Bajrangi एक अनुभवी ज्योतिषाचार्य हैं, जो करियर और नौकरी संबंधी समस्याओं को कुंडली के माध्यम से समझते और उसका सटीक समाधान देते हैं।
यदि आप भी सरकारी नौकरी, निजी क्षेत्र की नौकरी या विदेश में करियर बनाने की सोच रहे हैं और बार–बार असफल हो रहे हैं, तो एक बार अपनी कुंडली का विश्लेषण अवश्य कराएं। एक सटीक ज्योतिषीय मार्गदर्शन से आपकी राह आसान हो सकती है और आपको मनचाही नौकरी जल्दी मिल सकती है।
किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।
Read more also: kundli hindi