कुंडली में ग्रहों के विभिन्न योग और दोषों का विशेष महत्व है, क्योंकि ये हमारे जीवन की दिशा तय करते हैं। प्रत्येक दोष का असर हमारे जीवन के अलग–अलग पहलुओं जैसे शादी में देरी, करियर, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ, और वित्त पर पड़ता है। यहां हम चर्चा करेंगे पांच ऐसे खतरनाक कुंडली दोषों के बारे में, जो जीवन में कई समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इन दोषों के उपाय जानना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि आप इनका प्रभाव कम कर सकें और जीवन में सुख–समृद्धि ला सकें।
1. पितृ दोष (Pitru Dosh)
पितृ दोष वह दोष होता है, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष का संकेत मिलता है। यह दोष आमतौर पर तब उत्पन्न होता है जब किसी व्यक्ति के पूर्वजों (पितरों) ने अधूरा कार्य किया हो या उन्होंने अपने जीवन में कुछ गलत कार्य किए हों। इसके कारण व्यक्ति को जीवन में लगातार कष्ट, मानसिक तनाव और अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय:
पितृ दोष को शांत करने के लिए व्यक्ति को नियमित रूप से तर्पण और श्राद्ध कर्म करने चाहिए।
सूर्योदय से पूर्व उबले हुए जल में काले तिल डालकर गरीबों को दान दें।
पितृ पूजा और हवन के दौरान विशेष ध्यान रखें।
2. काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh)
काल सर्प दोष तब उत्पन्न होता है जब कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में होते हैं। यह दोष व्यक्ति के जीवन में भय, विघ्न और असफलता का कारण बन सकता है। इस दोष के प्रभाव से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
उपाय:
इस दोष के निवारण के लिए विशेष रूप से काल सर्प योग के शांति हवन का आयोजन करना चाहिए।
राहु और केतु के मंत्रों का जाप करें, जैसे “ॐ राहवे नमः” और “ॐ केतवे नमः“।
नियमित रूप से रुद्राभिषेक और नाग पूजा भी इस दोष को कम करने में मदद कर सकती है।
3. गुरु चांडाल दोष (Guru Chandal Dosh)
गुरु चांडाल दोष तब उत्पन्न होता है जब बृहस्पति (गुरु) ग्रह, राहु या केतु के साथ स्थित होता है। यह दोष व्यक्ति की बुद्धि, शिक्षा, करियर और विवाह में कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है। गुरु चांडाल दोष से बचने के लिए व्यक्ति को अपनी स्थिति का सही मूल्यांकन करना और सही मार्गदर्शन प्राप्त करना आवश्यक है।
उपाय:
गुरु चांडाल दोष को समाप्त करने के लिए बृहस्पति ग्रह के मंत्र “ॐ बृं बृस्पतये नमः” का जाप करें।
पीली वस्तुएं जैसे पीला वस्त्र, केसर, हल्दी आदि का दान करें।
एकांत में ध्यान और साधना करने से इस दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
4. केंद्राधिपति दोष (Kendraadhipati Dosh)
केंद्राधिपति दोष तब उत्पन्न होता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में चतुर्थ या सप्तम भाव में एक ही ग्रह (जैसे गुरु, शनि, मंगल) की स्थिति हो और वह केंद्र में हो। यह दोष व्यक्ति के जीवन में गृहस्थ जीवन, कार्यस्थल और अन्य महत्वपूर्ण जीवन निर्णयों में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
उपाय:
इस दोष को समाप्त करने के लिए शनि, मंगल, और गुरु की पूजा और व्रत का पालन करें।
शनि और मंगल की शांति के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना लाभकारी होता है।
अपने घर के मुख्य द्वार पर तांबे का ताबीज या शनि यंत्र लगाना भी इस दोष को कम कर सकता है।
5. मंगल दोष (Mangal Dosh)
मंगल दोष तब उत्पन्न होता है जब मंगल ग्रह व्यक्ति की जन्म कुंडली के प्रथम, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें घर में स्थित होता है। यह दोष विशेष रूप से विवाह संबंधी समस्याएं उत्पन्न करता है। मंगल दोष की वजह से शादी में देरी, संबंधों में विवाद और वैवाहिक जीवन में असंतोष उत्पन्न हो सकते हैं।
उपाय:
मंगल दोष को दूर करने के लिए व्रत रखें और विशेष रूप से मंगलवार को उबले हुए चने और गुड़ का दान करें।
भगवान हनुमान की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
एकमात्र उपयुक्त साथी से विवाह को सुनिश्चित करने के लिए कुंडली मिलान पर ध्यान दें।
कुंडली के दोषों का असर व्यक्ति के जीवन में शारीरिक, मानसिक, और वित्तीय समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। यदि किसी एक दोष का प्रभाव ज्यादा प्रबल हो, तो वह पूरे जीवन को प्रभावित कर सकता है। इन दोषों के कारण व्यक्ति को करियर में अडचनों का सामना करना पड़ सकता है, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं और यहां तक कि पारिवारिक जीवन भी प्रभावित हो सकता है।
निष्कर्ष
कुंडली में दोष व्यक्ति के जीवन को कठिन बना सकते हैं, लेकिन इन दोषों के उपायों को अपनाकर आप अपनी जीवन की राह को सुधार सकते हैं। पितृ दोष, काल सर्प दोष, गुरु चांडाल दोष, केंद्राधिपति दोष, और मंगल दोष जैसे खतरनाक दोषों के निवारण के लिए ध्यान, साधना, और विशेष उपायों को अपनाने से आप इनसे मुक्ति पा सकते हैं। कुंडली मिलान, विवाह ज्योतिष, और वित्तीय ज्योतिष जैसे क्षेत्रों में भी इन दोषों का समाधान महत्वपूर्ण है, ताकि आप एक खुशहाल और समृद्ध जीवन जी सकें।
किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।
और पढ़ें: बाल ज्योतिष | आजका राशिफल
Source: https://kundlihindi.com/blog/5-khatarnak-kundali-dosha/