आज के प्रतिस्पर्धी दौर में हर व्यक्ति चाहता है कि उसे अपने करियर में सफलता सही समय पर और सही दिशा में मिले। कई बार मेहनत करने के बाद भी अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते, जबकि कुछ लोग कम प्रयास में भी अच्छा मुकाम हासिल कर लेते हैं। इसका राज़ छुपा है आपकी कुंडली में। Dr Vinay Bajrangi जैसे अनुभवी ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि जन्म कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति, दशा और गोचर आपके करियर ग्रोथ के समय और अवसर को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं।
कुंडली या जन्म पत्रिका आपके जन्म समय के ग्रह–नक्षत्रों की स्थिति का विवरण है। इसमें विशेषकर दशम भाव (10वां भाव) आपके प्रोफेशन और करियर का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा छठा भाव (सेवा, नौकरी) और सप्तम भाव (बिज़नेस और पार्टनरशिप) भी करियर में अहम भूमिका निभाते हैं।
अगर दशम भाव के स्वामी ग्रह मजबूत स्थिति में हैं और शुभ ग्रहों की दृष्टि में हैं, तो व्यक्ति को जल्दी और स्थायी करियर सफलता मिलती है। वहीं, अगर इन भावों में पाप ग्रह (शनि, राहु, केतु) का प्रभाव है, तो करियर में देरी, संघर्ष या अस्थिरता आ सकती है।
1. दशम भाव की स्थिति — करियर की दिशा तय करने वाला मुख्य भाव।
2. शनि की स्थिति — मेहनत और स्थिरता का कारक ग्रह।
3. गुरु (बृहस्पति) — भाग्य और अवसर का प्रतिनिधि।
4. बुध — बुद्धिमानी, कम्युनिकेशन स्किल और व्यापारिक समझ।
5. दशा और अंतर्दशा — ग्रहों की सक्रिय अवधि करियर में बदलाव और अवसर तय करती है।
6. गोचर (Transit) — शनि और गुरु का गोचर करियर में उन्नति के संकेत देता है।
अगर आप जानते हैं कि आपके करियर में उन्नति का समय कब आएगा, तो आप सही समय पर सही निर्णय ले सकते हैं। उदाहरण के लिए:
· नौकरी बदलने का सही समय
· बिज़नेस शुरू करने का उपयुक्त समय
· प्रमोशन या सैलरी इंक्रीमेंट का समय
· विदेश में करियर बनाने के योग
Dr Vinay Bajrangi कहते हैं कि कई बार करियर में अवसर मौजूद होते हैं, लेकिन हम उन्हें पहचान नहीं पाते। सही कुंडली विश्लेषण से इन अवसरों का लाभ उठाया जा सकता है।
· करियर में रुकावट के कारण जानना
· सही करियर क्षेत्र चुनने में मार्गदर्शन
· ग्रह दोष (जैसे शनि दोष, राहु–केतु दोष) का समाधान
· दशा–अंतर्दशा के अनुसार करियर निर्णय
· विदेश में नौकरी के योग देखना
उनके अनुसार, केवल मेहनत काफी नहीं है; मेहनत का सही समय और दिशा जानना भी उतना ही ज़रूरी है।
1. शनि और गुरु की शांति के उपाय — शनि के लिए शनिवार को दान और सेवा, गुरु के लिए गुरुवार को पीला वस्त्र और चना दान।
2. नवरत्न या रत्न पहनना — ग्रहों को मजबूत करने के लिए।
3. विशेष मंत्र जाप — करियर से जुड़े ग्रहों की कृपा पाने के लिए।
4. ग्रह दोष निवारण पूजन — जैसे शनि शांति पूजन, राहु–केतु शांति आदि।
आपकी मेहनत तभी फल देती है जब ग्रह भी आपके पक्ष में हों। कुंडली द्वारा करियर सफलता का समय जानना आपको सही निर्णय लेने में मदद करता है। अगर आप अपने करियर ग्रोथ का सही समय और दिशा जानना चाहते हैं, तो Dr Vinay Bajrangi जैसे अनुभवी ज्योतिषाचार्य से परामर्श लें और अपने भविष्य को सही दिशा दें।
Q1. क्या कुंडली से करियर का सही समय पता चल सकता है?
हाँ, दशा, गोचर और दशम भाव के विश्लेषण से करियर का सही समय पता लगाया जा सकता है।
Q2. करियर के लिए सबसे महत्वपूर्ण ग्रह कौन सा है?
शनि और गुरु करियर के लिए मुख्य ग्रह माने जाते हैं, लेकिन बाकी ग्रहों की स्थिति भी महत्वपूर्ण है।
Q3. अगर करियर में रुकावट आ रही है तो क्या करें?
सटीक कारण जानने के लिए जन्म कुंडली विश्लेषण कराएं और उचित ज्योतिषीय उपाय अपनाएं।
Q4. क्या ज्योतिष से विदेश में नौकरी के योग पता चल सकते हैं?
हाँ, कुंडली विश्लेषण से यह पता लगाया जा सकता है कि विदेश में नौकरी या व्यवसाय के अवसर कब मिलेंगे।
Q5. क्या Dr Vinay Bajrangi करियर काउंसलिंग करते हैं?
हाँ, वह करियर से जुड़े सभी प्रश्नों का समाधान और सही मार्गदर्शन देते हैं।
किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।
Read more: Kundli Milan