हर व्यक्ति के जीवन में विवाह एक अहम मोड़ होता है। एक अच्छा जीवनसाथी न केवल जीवन को सुखद बनाता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी देता है। लेकिन आज के दौर में वैवाहिक समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में वैवाहिक समस्याओं का समाधान ढूँढने के लिए लोग कई मार्ग अपनाते हैं, जिनमें से एक सबसे प्रभावशाली मार्ग है ज्योतिष के माध्यम से जीवनसाथी की खोज।
ज्योतिष शास्त्र न केवल विवाह का सही समय बताता है, बल्कि यह भी बताता है कि किस प्रकार का व्यक्ति आपके लिए आदर्श जीवनसाथी होगा। डॉ. विनय बजरंगी, एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य, कहते हैं कि “यदि जन्मपत्रिका का सही विश्लेषण किया जाए, तो हम विवाह से जुड़ी लगभग हर समस्या का समाधान पा सकते हैं।”
जन्मकुंडली में सप्तम भाव विवाह और जीवनसाथी का मुख्य कारक होता है। इसमें स्थित ग्रह और इसका स्वामी यह बताते हैं कि जीवनसाथी का स्वभाव कैसा होगा। यदि सप्तम भाव पर पाप ग्रहों की दृष्टि है, तो वैवाहिक जीवन में संघर्ष हो सकते हैं।
नवांश कुंडली वैवाहिक जीवन की स्थिरता और गहराई को दर्शाती है। यदि आपकी नवांश कुंडली मजबूत है, तो विवाह के बाद जीवन सुखद रहेगा। यह कुंडली जीवनसाथी की गहराई से जानकारी देती है।
पुरुषों की कुंडली में शुक्र ग्रह पत्नी को दर्शाता है, और स्त्रियों की कुंडली में गुरु ग्रह पति का प्रतिनिधित्व करता है। इन ग्रहों की स्थिति यह बताती है कि आपका जीवनसाथी कितना समझदार, आकर्षक और सहयोगी होगा।
कई बार योग्य व्यक्ति को भी विवाह में विलंब का सामना करना पड़ता है। यह समस्या तब आती है जब दशा और गोचर अनुकूल नहीं होते। शनि, केतु या मंगल दोष जैसे ग्रह विवाह में बाधा डाल सकते हैं। ऐसे में ज्योतिष सटीक उपाय भी बताता है।
कुंडली मिलान, या गुण मिलान, वैवाहिक जीवन की सफलता में अत्यंत महत्वपूर्ण है। अष्टकूट मिलान, मांगलिक दोष, और नाड़ी दोष जैसी चीजें तभी पता चलती हैं जब कुंडली का गहराई से मिलान किया जाए। डॉ. विनय बजरंगी कहते हैं कि प्रेम विवाह में भी कुंडली मिलान जरूरी होता है, ताकि भविष्य में समस्या न आए।
यदि आपके विवाह में बार–बार रुकावट आ रही है या सही जीवनसाथी नहीं मिल रहा है, तो निम्नलिखित ज्योतिषीय उपाय लाभदायक हो सकते हैं:
· गुरुवार व्रत या शुक्रवार व्रत रखना
· गुरु मंत्र या शुक्र बीज मंत्र का जाप
· विवाह योग बनाने वाले ग्रहों की शांति पूजा
· सही रत्न धारण करना (ज्योतिषीय सलाह अनुसार)
ये उपाय तब ही प्रभावी होते हैं जब वे किसी योग्य ज्योतिषाचार्य की सलाह से किए जाएं। डॉ. विनय बजरंगी की सलाह अनुसार किए गए उपाय कई बार चमत्कारी परिणाम देते हैं।
आजकल डिजिटल युग में लोग ऑनलाइन ज्योतिष से जीवनसाथी की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। जन्मतिथि से जीवनसाथी का पता लगाना, भविष्य का जीवनसाथी कैसा होगा — ये जानने के लिए कई वेबसाइट और ऐप्स उपलब्ध हैं, परन्तु सटीक जानकारी के लिए डॉ. विनय बजरंगी जैसे अनुभवी ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेना सबसे उचित होता है।
हाँ, सप्तम भाव, नवांश कुंडली, और संबंधित ग्रहों के माध्यम से जीवनसाथी का स्वभाव, रूप, व्यवहार आदि जाना जा सकता है।
मंगल दोष, शनि की साढ़ेसाती, या अनुकूल दशा–गोचर न होने के कारण विवाह में देरी होती है।
जी हाँ, कुंडली मिलान से वैवाहिक जीवन की अनुकूलता और समस्याओं की संभावना का पता चलता है।
बिल्कुल, प्रेम विवाह में भी कुंडली मिलान और ग्रहों की स्थिति देखना आवश्यक होता है।
डॉ. विनय बजरंगी सटीक कुंडली विश्लेषण, विवाह योग, उपाय, और कुंडली मिलान में विशेषज्ञ हैं। वे वैदिक ज्योतिष के वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समाधान प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष: यदि आप विवाह से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं या सही जीवनसाथी की तलाश में हैं, तो ज्योतिष में विवाह का समाधान ढूँढना एक बुद्धिमानी भरा निर्णय हो सकता है। अनुभवी और प्रमाणिक ज्योतिषी जैसे डॉ. विनय बजरंगी की सहायता से आप अपने वैवाहिक जीवन को सफल और सुखमय बना सकते हैं।
किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।
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