Learning WordPress?

क्‍यों ठीक से सीखना जरूरी है WordPress?

WordPress in Hindi: यदि आप अपनी स्‍वयं की Website बनाना चाहते हैं या फिर आप अपने Customers के लिए Website या कोई बडा Commercial Web Application Create करना चाहते हैं, तो किसी भी प्रकार की जरुरत को पूरा करने के लिए WordPress निश्चित रूप से आपके लिए काफी उपयोगी व आसान PHP Framework साबित होता है।

एक Simple Website बनाने के लिए भी हमें बहुत सारी Technologies जैसे कि HTML-XHTML, HTML5 with CSS3, JavaScript,  jQuery, Core PHP, DBMS आदि का पर्याप्‍त ज्ञान होना जरूरी होता है। लेकिन जब हम WordPress जैसे किसी Framework को Use करते हैं, तो उस स्थिति में इन Web Development Related Technologies के ज्ञान के बिना भी हम बडी ही आसानी से एक Running Website Setup कर सकते हैं।

बिना इन Web Development से सम्‍बंधित Core Technologies को जाने हुए भी एक Professional Level की Website कैसे बनाया जा सकता है, इस विषय पर हमने “WordPress in Hindi” पुस्‍तक लिखी है और हमारा दावा है कि यदि आप इस पुस्‍तक को Step by Step Follow करते हैं, तो आपको अपनी Running Website Create व Setup करने में मात्र उतना ही समय लगेगा, जितना इस पुस्‍तक को पढने में।

इस पुस्‍तक में हमने किसी Website को किस प्रकार से Configure व Setup किया जाए, इस विषय में विस्‍तार से Discuss किया है। क्‍योंकि वर्तमान समय में जो पुस्‍तकें उपलब्‍ध हैं, वे एक Website को  Programming के नजरिए से तो Develop करना सिखाते हैं, लेकिन किसी Website के लिए कौन-कौन से अन्‍य Tools जरूरी होते हैं, और इन Tools को किस प्रकार से Use करते हुए किस Specific प्रकार की जरूरत को पूरा किया जाता है, इस विषय में कोई बात नहीं बताते।

परिणामस्‍वरूप आप एक प्रोग्रामर के रूप में Website बनाना तो सीख जाते हैं, लेकिन उसे Live Running Website की तरह अन्‍य लोगों के लिए उपलब्‍ध करवाने से सम्‍बंधित जानकारी आपको नहीं होती। परिणामस्‍वरूप आपको पता ही नहीं होता कि आपकी Website को लोग अपने Web Browser द्वारा किस प्रकार से देख सकते हैं अथवा Google जैसे Search Engines में कैसे Search कर सकते हैं।

इस पुस्‍तक में हमने Web Development से सम्‍बंतधित इसी समस्‍या को विषेश रूप से ध्‍यान में रखा है और बिना एक भी Line का Program Code लिखे हुए एक Running Website किस प्रकार से Setup किया जाए, इस विषय में बिल्‍कुल शुरूआत से अन्‍त तक क्रम से Follow किए जाने वाले विभिन्‍न Steps को विस्‍तार से Discuss किया है, ताकि यदि आप इस पुस्‍तक को शुरू से अन्‍त तक Follow करते हैं, तो पुस्‍तक के अन्‍त तक पहुंचते-पहुंचते आपके पास अपनी स्‍वयं की Professional Level की Running Website होती है।

इस पुस्‍तक में हमने सबसे पहले इस विषय में विस्‍तार से चर्चा की है कि आखिर Website व Internet क्‍या होता है और इन्‍हें किस प्रकार की जरूरतों को पूरा करने के लिए उपयोग में लिया जाता है इसी तथ्‍य के आधार पर ये भी बताने की कोशिश की है कि आप अपनी Website से Online या Offline Earning कैसे कर सकते हैं। यानी किस प्रकार से आप अपनी Website को कमाने के लिए उपयोग में ले सकते हैं।

फिर इस पुस्‍तक में हमने एक Website के लिए जरूरी तीन चीजें Domain Name, Web HostingWeb Development Framework तीनों के बारे में विस्‍तार से चर्चा की है, ताकि आप इस बात का निर्णय ले सकें कि आपकी Website का Domain Name क्‍या होना चाहिए, जिसके माध्‍यम से लोग आपकी Website को Access करेंगे और आप अपने Domain Name को कहां से और कैसे खरीद सकते हैं।

Domain Name के बाद हमने बताया है कि एक उपयुक्‍त Web Hosting Provider को किन Parameters के आधार पर Select किया जाना चाहिए, ताकि बिना किसी परेशानी के आपकी Website Normal तरीके से Running रह सके।

फिर इस पुस्‍तक में अपने Domain Name व Hosting को आपस में Attach करने तथा Domain Management Panel व Web Hosting के cPanel द्वारा Provide किए जाने वाले विभिन्‍न Functionalities की उपयोगिता के विषय में विस्‍तार से Discussion किया है। क्‍योंकि जब एक बार बाप अपना Domain Name व Web Hosting खरीद लेते हैं, उसके बाद आपको सबसे ज्‍यादा परेशानी अपने Domain Management Panel व cPanel द्वारा Provide की जाने वाली विभिन्‍न Functionalities को Use करने में ही आती है, क्‍योंकि आपको पता ही नहीं होता कि किस Option को किस प्रकार की जरूरत को पूरा करने के लिए Use किया जाना चाहिए और कैसे Use किया जाना चाहिए।

इसलिए इस पुस्‍तक में हमने इन दोनों Panels के विभिन्‍न प्रकार की Functionalities Provide करने वाले विभिन्‍न Features व Options के बारे में काफी विस्‍तार से चर्चा की है, ताकि आपको इनके द्वारा Provide की जाने वाली एक-एक सुविधा की पर्याप्‍त जानकारी हो, जिनके माध्‍यम से आप अपनी Website को ज्‍यादा बेहतर तरीके से Manage व Maintain कर सकें।

इस पुस्‍तक में आधे से ज्‍यादा पन्‍नों में केवल आपकी Website को Manage व Maintain करने से सम्‍बंधित विभिन्‍न प्रकार की जरूरी बातें ही की गई हैं, क्‍योंकि ये वे बातें हैं, जिन्‍हें किसी पुस्‍तक में नहीं बताया जाता, लेकिन किसी भी वेबसाईट को Running बनाने के लिए ये सभी बातें भी उतनी ही जरूरी होती हैं, जितनी की वेबसाईट को Develop करने से सम्‍बंधित बातें।

परिणामस्‍वरूप अन्‍य पुस्‍तकें पढकर आप Website बनाना तो सीख लेते हैं, लेकिन उसे लोगों के सामने प्रस्‍तुत करने के विषय में आपको कोई जानकारी नहीं होती कि:

§  आप अपनी वेबसाईट को अपने Web Server पर अपलोड कैसे करें,

§  उसके लिए Domain कैसे खरीदें,

§  Hosting कैसे खरीदें,

§  कहां से खरीदें,

§  खरीदने से पहले व खरीदते समय किन बातों का ध्‍यान रखें, ताकि भविष्‍य में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पडे,

§  Domain व Hosting को एक दूसरे के साथ Connect कैसे करें,

§  आपकी Website पर आने वाले Visitors का Lead कैसे Capture करें,

§  आपकी Website पर Publish होने वाले हर Article को आपके Registered Subscribers को Automatically Send करने के लिए कैसे Setup करें,

§  आपकी Website को Search Engines द्वारा किस प्रकार से Treat किया जा रहा है, इस बात की जानकारी कैसे प्राप्‍त करें और

§  Search Engines आपकी Website के किन Articles को किन Keywords के लिए Search Engine Result Page (SERP) पर Top Position Provide कर रहा है, अथवा

§  आपकी Website पर किस प्रकार से लोग आ रहे हैं,

§  कौनसे देश से कितने लोग आ रहे हैं,

§  आपकी Website पर किस Age Group के लोग ज्‍यादा आ रहे हैं,

§  Male ज्‍यादा आ रहे हैं या Female और

§  आपकी Website पर कितनी देर रूकते हैं,

§  कितने Articles पढते हैं,

आदि बहुत सारी ऐसी जानकारियां हैं, जिनकी जरूरत आपको अपनी Website से ज्‍यादा से ज्‍यादा Benefit प्राप्‍त करने के लिए होती है। लेकिन इन विषयों पर किसी भी पुस्‍तक में कोई बात नहीं की जाती, जिसकी वजह से आपकी Website बन तो जाती है, लेकिन उसके सफल होने की सम्‍भावना काफी काम होती है।

अत: इस पुस्‍तक में हमारा पूरा ध्‍यान न केवल आपकी Website बनाने की क्षमता Develop करने पर है, बल्कि उन Tools व Technologies से अवगत करवाने पर भी है, जिन्‍हें Proper तरीके से Use करके आप अपनी Website को ज्‍यादा बेहतर तरीके से Manage व Maintain करने में सक्षम हो पाते हैं और अपनी Website को एक Successful Website के रूप में Develop करते हैं।

अपनी Website को बेहतर तरीके से Manage व Maintain करने के साथ ही कम से कम समय में ज्‍यादा से ज्‍यादा Professional Level की Website कैसे बना सकते हैं, इस विषय में भी हमने इस पुस्‍तक में विस्‍तार से Discuss किया है, जिसके अन्‍तर्गत आप WordPress Framework को Use करते हुए मात्र उतने समय में अपनी Website को Setup कर सकते हैं, जितना समय आपको इस पुस्‍तक के उन पन्‍नों को पढने व समझने में लगता है, जो कि WordPress के विभिन्‍न Panels व Menu Options को Describe करते हैं।

WordPress को किस प्रकार से Use किया जाए या उसमें किस प्रकार से किसी Specific Requirement को पूरा करने हेतु किसी Plugin या Theme को Install किया जाए, या फिर किस प्रकार से नया Page, Post, Category, Tag आदि को Create किया जाए, WordPress से सम्बंधित इन विभिन्‍न Features के बारे में इस पुस्‍तक में काफी विस्‍तार से चर्चा की गई है और न केवल चर्चा की गई है, बल्कि कौनसा Feature कब और क्‍यों Use करना चाहिए और कौनसा Feature किस प्रकार की जरूरत को पूरा करता है, इस विषय में भी काफी विस्‍तार से बताया गया है, जिससे आपको WordPress Framework की FunctionalitiesCapabilities का भी पता चलता है कि कितना Powerful है WordPress Framework और किस-किस तरह की जरूरत को पूरा किया जा सकता है इससे।

इस पुस्‍तक को WordPress Framework व Website Development से सम्‍ब‍ंधित एक Fundamental पुस्‍तक मान सकते हैं, जिसकी जरूरत आपको केवल तभी नहीं होती, जब बाप WordPress Framework को Use करते हुए अपनी Website Develop करते हैं, बल्कि यदि आप किसी अन्‍य Framework को Use करते हुए भी अपनी Website Develop करते हैं अथवा यदि आप HTML-XHTML, HTML5 with CSS3, JavaScript,  jQuery, Core PHP, DBMS जैसी Core Technologies को Use करते हुए भी अपनी Website Develop करते हैं, तब भी आपके लिए ये पुस्‍तक उपयोगी साबित होती है, क्‍योंकि इस पुस्‍तक में WordPress Framework के अलावा अन्‍य Chapters में जिन Tools व Technologies को Discuss किया गया है, उनकी जरूरत तो आपको किसी भी प्रकार की Website Develop करते समय Compulsory रूप से पडती ही है।

जबकि एक Programmer के रूप में WordPress को Advance Level से उपयोग में लेने के लिए हमने एक और पुस्‍तक “Advance WordPress in Hindi” भी लिखा है, जिसे मूल रूप से WordPress PluginWordPress Theme Development Centric ही रखा गया है।

इसलिए यदि आप प्रोग्रामर हैं और WordPress को अपनी जरूरत के अनुसार Modify करते हुए उपयोग में लेना चाहते हैं या अपनी किसी Special जरूरत को पूरा करने के लिए अपना स्‍वयं का WordPress Plugin या Theme बनाना चाहते हैं, तो उस स्थि‍ति में “Advance WordPress in Hindi” पुस्‍तक आपके लिए काफी उपयोगी व जरूरी पुस्‍तक साबित होती है।

क्‍योंकि इस पुस्‍तक में किसी Special प्रकार की जरूरत को पूरा करने के लिए आप WordPress की Capabilities को Plugin या Theme के माध्‍यम से कैसे Extend कर सकते हैं, इस विषय में विस्‍तार से बताया गया है। यानी इस पुस्‍तक को हम WordPress in Hindi पुस्‍तक का Advance Part भी कह सकते हैं।

यदि आप Web Development Field में अपना Career बनाना चाहते हैं, तो BCA, MCA, MSc IT, BSc. IT, O-Level, A-Level, B-Level आदि डिग्रियों के दम पर आपको किसी कम्‍पनी में Interview तो मिल जाएगा, लेकिन आपकी जॉब पूरी तरह से आपके Development Skills व Experience पर ही आधारित होगी।

यानी भले ही ये डिग्रियां आपके पास न हों या इन डिग्रियों में आपके Percentage या Grade अच्‍छे न हों, यदि आपने लोगों के लिए Websites, Blogs, Web Applications आदि Develop किए हैं, तो अपने Client के लिए आप द्वारा Develop किए गए इन Projects को कम्‍पनियां आपकी डिग्रियों की तुलना में ज्‍यादा महत्‍व देती हैं।

इसलिए यदि आप इस पुस्‍तक द्वारा Web Development को अच्‍छी तरह से सीखते हैं, तो बडी ही आसानी से आप अपने आस-पास Local Clients खोज सकते हैं और उनके लिए Website, Blogs, Web Applications आदि Develop करते हुए न केवल कुछ Extra Earning करना शुरू कर सकते हैं बल्कि आपका Practical Projects Development Experience भी बढने लगता है, जो कि आपको बडी Web Development Company में अच्‍छी Job दिलवाने में भी आपकी मदद करता है।

जबकि यदि आप Continuously नए Clients के लिए Web Development करते रहते हैं, तो आपको किसी कम्‍पनी में नौकरी खोजने की जरूरत ही नहीं रहती, क्‍योंकि यदि आप अपने Local Web Development Business पर ही पूरा ध्‍यान लगाते हैं, तो जितनी Earning  आप अपने Local Development Business से कर सकते हैं, उनती Salary तो आपको किसी कम्‍पनी में नहीं मिल सकती।

यानी ये पुस्‍तक केवल आपका Web Development से सम्‍बंधित ज्ञान ही नहीं बढाती बल्कि आपके कमाने की क्षमता को भी Increase करती है साथ ही आपके Web Development के प्रति Self Confidence को भी बढाती है, क्‍योंकि जब एक बार आप अपने स्‍वयं के लिए एक Running Website Create कर लेते हैं, तो किसी अन्‍य के लिए भी Website Create करने से सम्‍बंधित आपका आत्‍मविश्‍वास ही आपको अच्‍छा Developer बनने में मदद करता है।

ये पुस्‍तक PDF EBook के रूप में है, इसलिए आप इस पुस्‍तक को न केवल अपने Computer पर पढ सकते हैं, बल्कि आप इस पुस्‍तक को किसी भी ADOBE Reader Supported Mobile Phone, Tablet PC, Netbook, Laptop पर भी पढ सकते हैं और इसमें दिये गए Programs व Examples को तुरन्‍त Copy करके अपने Computer पर Run कर सकते हैं व Program का Effect देख सकते हैं।

इस पुस्‍तक की सबसे बडी विशेषता ये है कि ये पुस्‍तक आसानी से समझने योग्‍य हिन्‍दी भाषा में लिखी गई है और हिन्‍दी भाषा के क्लिष्‍ट शब्‍दों का प्रयोग करने के स्‍थान पर इसमें English भाषा के शब्‍दों का प्रयोग ज्‍यादा किया गया है क्‍योंकि Computer Programming में English भाषा के शब्‍द, हिन्‍दी भाषा के शब्‍दों की तुलना में ज्‍यादा आसानी से समझ में आ जाते हैं।

और जैसाकि हम सभी जानते हैं कि हर पुस्‍तक में समय-समय पर नए Content Add होते रहते हैं, जिससे पुस्‍तकों का नया Version आता रहता है। यदि आप इस पुस्‍तक को PDF Format EBook के रूप में खरीदते हैं, तो इस पुस्‍तक के सभी Updated Versions आपको Lifetime Free प्राप्‍त होते हैंए जिनके लिए आपको अलग से कोई Extra Charge कभी भी नहीं देना होता।

यानी इस पुस्‍तक में भविष्‍य में जब भी कोई परिवर्तन किया जाएगा, उस परिवर्तित वर्जन के लिए आपको अलग से कोई Payment नहीं करना होगा, बल्कि हर Updated Version Update होते ही आपको आपके EMail पर Automatically भेज दिया जाएगा, जिसके लिए आपको अलग से Request करने की भी जरूरत नहीं होगी। (WordPress in Hindi)

यदि आप चाहें तो  DOWNLOAD Button को क्लिक करते हुए इस Website पर उपलब्‍ध सभी EBooks का FREE DEMO Download कर सकते हैं तथा 800+ Pages पढ कर इस बात का निर्णय ले सकते हैं कि ये EBooks आपके लिए कितनी उपयोगी हैं।