what is ACL (ACCESS LIST)

Access Lists in HINDI | CCNA HINDI | KRATINE


अच्छी बात यह है कि सिस्को के द्वारा अपने प्रोडक्ट्स में सिक्यूरिटी से जुड़े हुए कुछ इफेक्टिव टूल्स डाले गए है | और इनमे सबसे पहले जिसकी बात की जाती है वो है एक्सेस लिस्ट कण्ट्रोल (Access List Control) | किसी भी सिस्को की डिवाइस में acl सही तरीके से बनाना, ये सिस्को की सिक्यूरिटी से जुदा हुआ बहुत जरुरी हिस्सा है | में आपको यहाँ सब बताऊंगा कि Acl को कैसे लगाया जाता है और कितने प्रकार में ये बंटी हुई है |


Access List को सही तरीके से कॉन्फ़िगर करना और इस्तेमाल करना ये किसी भी राऊटर की कॉन्फ़िगरेशन के जरुरी हिस्से है | एक बार ये कॉन्फ़िगर होने के बाद ये नेटवर्क में फ्लो होने वाले बहुत बढे ट्रैफिक को कण्ट्रोल करती है | इसके द्वारा नेटवर्क में फ्लो होने वाले ट्रेफिक के स्टेटस की जानकारी रखती है और इसके अनुसार सिक्यूरिटी पॉलिसीस इंस्टाल करने में आसानी होती है | नीचे आने वाले भागों में हम access list के बारे में पूरा पढेंगे |


Perimeter, Firewall and Internal Routers


आपने बहुत सी कम्पनीज में देखा होगा कि वहां सिक्यूरिटी को टाइट रखने के लिए सभी तरह की सिक्यूरिटी इस्तेमाल की जाती है, विभिन्न प्रकार की राऊटर प्लस Firewall devices इस्तेमाल की जाती है |


इंटरनल राऊटर के द्वारा किसी भी कॉर्पोरेट नेटवर्क में नेटवर्क की सिक्यूरिटी प्रदान की जाती है | और ये सब एक्सेस लिस्ट का इस्तेमाल करके किया जाता है | नीचे दिए चित्र में आपविभिन्न प्रकार की devices को देख सकते है |

आप तो जानते ही होंगे कि बजाय routers का इस्तेमाल किये, हम स्विचेस के अंदर, trusted network के बीच में vlan बना करके, सिक्यूरिटी लगा सकते है | मल्टीलेयर स्वितचेस में उनकी अपनी खास सिक्यूरिटी पॉलिसीस होती है और कभी-कभी routers का इस्तेमाल करके, उनकी इंटरनल सिक्यूरिटी का ही इस्तेमाल किया जाता है |