Hello दोस्तों Computer Tips and Tricks in Hindi के इस Blog में आपका स्वागत है इस पोस्ट में हम Cloud Computing के बारे में जानेंगे Cloud computing in Hindi आज कल काफी ज्यादा use हो रहा है वैसे तो यह काफी पहले से use किया जा रहा है तो चलये Start करते है Cloud Computing !
Introduction को मेने तीन Topic में अलग किया है:-
Computing Models कई प्रकार के होते है यहां में कुछ models की list दे रहा हूं !
हम इनके बारे में एक-एक करके जानेंगे ताकि हमको Clear Idea हो Cloud Computing क्या होता है
Desktop यानि सिंगल Computer एक आदमी ही use करता है इसको कोई Network या Internet Connection की जरुरत नहीं है ! Single PC से ही सारा काम किया जा सकता है इस पे Software install करके ! जैसे :यह Personal और Professional use के लिए आता है या ऑफिस या Desktop Publishing के काम में आता है ! सिंगल PC यानि Desktop.Professional में Authors, Engineers, Programmers, या Doctors आदि इसको use करते है इन कामो के लिए हम तरह तरह के softwares use करते है कुछ software की list यहाँ दे रहा हु :-
इन सब software को use करके Programmers और Engineers अपना काम कर लेते है Single PC से Professional या Personal Work अब आगे बढ़ते है !
Client-Server Computing Business के लिए इस्तेमाल किया जाता है हम कई तरह के Companies या Business में देखते है जहाँ पर कई सारे उनके Employees computers use करते है !जैसे की example बैंक लेते हैBank वहां पर कई Counters होते है और वहां पर आप देखते है की उनके Employees Computers use करते है और वो सभी computers कोई न कोई एक Server से Connected है और देखा जाता है की डाटाबेस सर्वर पर रखा जाता है और application software client machine पे Run होते है ये machines client application run करते है जो यह डाटाबेस server से डाटा access करते है तो यह है Client-Server Computing यह कई सारे business में use आता है
जैसे की Banks, Retail Stores, Marketing & Sales, Distribution, Aviation Companies, Automobile Companies, Oil Companies तरह की Companies है और वो तरह तरह के work के लिए Client-Server Computing Model use करते है इनको कुछ software की जरुरत पड़ती है जैसे :-
ERP Software Complete business sloution provide करता है ! और यह custmizable software होता है ! जैसे की बैंकिंग के लिए एक ERP है तो वो कोई बैंक के लिए काम में आजायेगा जैसा की HDFC, ICICIC, SBBJ इनका काम करने का तरीका तो अलग है लेकिन ये एक ही ERP काम में ले सकते है ERP को अपने कार्य के मुताबित customize कर के !
अब हम देखेंगे Client Server में एक Problem जिसका Solution आगे देखेंगे !मान लो किसी ने Business सुरु किया और Client Server Model वो काम में ले रहा है कई सरे Clients है और एक Server है ! मान लो उसका Business बढ़ने लगा तो उसको और भी ज्यादा Client Machines लगाने पड़ेंगे और वो सरे machines जब इस server से जुड़ेंगे तो server पर लोड ज्यादा हो जायेगा !अब इस Problem से निपटने के हमारे पास दो रास्ते है या तो पहला server हटा के दूसरा High Configuration वाला server लगा दे या फिर एक और server लगा दे ताकि दो server मिल के एक जैसा काम करेंगे और सरे Client को service provide करेंगे तो यह model था Cluster Computing नीचे दिए गए Picture में देख सकते है आप दो एक जैसे Computers है और वो Multiple Client को Service Provide कर रहे है और ये दो Servers मिलकर Load Balance कर रहे है ! तो Load balancing या Load Sharing के लिए Cluster Computing काम में ली जाती है !
यह तो हो गया छोटे Business के लिए कुछ बड़ी Companies होती है जिनको 100 या 1000 में ऐसे Servers की जरुरत पड़ती है नीचे दी गई Picture में आप देख सकते है कई सरे Servers लगे है और यह सारा Cluster है.
Grid Computing भी एक client server का special case है पर कैसे जानते है :-
मान लो एक Company ने अपना branch सुरु किया Delhi में वहां पर client और server लगे है ऐसे ही इस company ने एक और City में branch सुरु किया तो वहां पर भी इसको client और server की जरुरत पड़ेगी और इसी तरह इसका business फैलता जाए अलग-अलग city में तो यह चाहेगा ये सारे servers एक Network में आ जाए ताकि सभी compnies सभी branches एक Organization की तरह काम कर सके तो यह different location पर machines है और इन सभी machines को एक Network में connect किया जा सकता है तो उसको कहेंगे Grid Computing !
तो दोस्तों Cluster computing और Grid computing में एक difference यह हो गया की Cluster computing में सारे machines एक जगह रहेंगे और Grid computing में different location पर !एक और special case देखते है जो Grid computing की तरफ जाता हैमान लो एक Organization अलग-अलग Services run करना चाहती है जैसे :- Database Server, Mail Server, Web Server, File Server तो एक से ज्यादा Servers चाहिए अलग-अलग Services के लिए तो ये Heterogeneous Servers हो गए शायद इनमें Operating सिस्टम भी अलग-अलग हो लकिन ये सारे System मिल कर एक System जैसा काम करेंगे तो यह भी Grid Computing ही कहा जायेगा !नीचे दिए गए Picture में आप Example देख सकते है इसमें एक server पे Active Directory run हो रहा है दुसरे पे File server run हो रहा है और एक में Mom server तो ये Different service Provide करेंगे अलग-अलग Machines और ये सरे System मिल कर एक सिस्टम बनेगा जिसे हम कहेंगे Grid Computing ये Machines same location पर भी हो सकते है या different location पर भी हो सकते है !
Cloud Computing in Hindi
Cloud Computing Grid computing और Cluster computing का combination है !For Example एक Multinational company है जिसके branches पूरी दुनिया में है अलग-अलग country में है और हर branch में इसके server लगे है
तो ये सभी servers मिलकर एक Grid बन गया Picture में आप देख सकते है ये सभी Bubbles मिल कर एक Grid बन गया और हर Bubble के अन्दर एक से ज्यादा server है तो वो एक से ज्यादा server Cluster की तरह काम करेंगे तो इसको कहेंगे Cloud Computing ! जो Compnies का business सारी दुनिया फ़ैल गया है उनको इस तरह के Infrastructure की जरुरत पडती है.
Example के लिए कुछ Compnies है list में देख सकते है आप
इनको इस तरह के Infrastructure की जरुरत पड़ती है.
दोस्तों, मेरा नाम Hari Shyam है एवं मैं hsgtech.com blog का फाउंडर एंड ऑथर हूँ | मैं इस ब्लॉग पर technical topics
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