Feb 10 2017
इन्टरनेट का उपयोग
सामान्यतया इन्टरनेट प्रयोक्ता केवल वर्ड-वाइड-वेब को ही इन्टरनेट का एकमात्र संसाधन समझता हैं. परन्तु सत्य यह हैं कि इन्टरनेट के दुवारा वेब उपयोग तथा ई-मेल के अतिरिक्त भी अन्य महत्वपूर्ण सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं. इन सेवाओं में से कुछ सेवाओं का संछिप्त विवरण यहाँ प्रस्तुत हैं-
फ़ाइल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल – फ़ाइल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल का उपयोग एक कंप्यूटर नेटवर्क से किसी दूसरे कंप्यूटर नेटवर्क में फ़ाइल को भेजने करने के लिए किया जाता हैं. इस प्रोटोकॉल के दुवारा सर्वर से किसी अन्य कंप्यूटर पर फाईल भी कॉपी की जा सकती हैं.
इलेक्ट्रोनिक मेल-इलेक्ट्रॉनिक मेल को संछिप्त रूप से ई-मेल कहा जाता हैं. इस माध्यम के दुवारा आप बड़ी से बड़ी सूचनाओ तथा संदेशों को इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली दुवारा प्रकाश की गति से भेज या प्राप्त कर संकते हैं. ई-मेल दुवारा पत्र, ग्रीटिंग व कंप्यूटर के प्रोग्राम को दुनिया के किसी भी कोने से किसी भी हिस्से में भेज सकते हैं. इसके बारे में हम आगे और भी विस्तार से पढेंगे.
गोफर- गोफर का अविष्कार अमेरिका के मिनिसोटा नामक विश्वविद्यालय में हुआ था. यह एक यूजर फ्रेंडली इंटरफेस हैं, जिसके माध्यम से यूजर इन्टरनेट पर प्रोग्राम तथा सूचनाओं का अदान-प्रदान कर सकता हैं. गोफर यूजर की वांछित सूचनाओं तथा प्रोग्राम को खोज कर यूजर के सामने रख देता हैं. इसका प्रयोग अत्यंत सरल हैं.
वर्ल्ड-वाइड-वेब -इन्टरनेट का सबसे महत्वपूर्ण संसाधन वर्ल्ड-वाइड-वेब को समझा जाता हैं. इसे संछिप्त में ३ डब्लू www के दुवारा प्रदर्शित किया जाता हैं. वर्ल्ड-वाइड-वेब के दुवारा यूजर अपना या अपनी संस्था का वेब पेज बना कर नेट पर रख सकता हैं. जिसे फिर दुनिया के किसी भी कोने से देखा जा सकता हैं.
टेलनेट – डाटा के हस्तांतरण के लिए टेलनेट का उपयोग किया जाता हैं. इस प्रोटोकॉल के इस्तेमाल से हम कहीं दूर अन्यत्र रखें कंप्यूटर पर अपना डाटा भेज या मंगवा सकते हैं. हम दूरस्थ कंप्यूटर को कण्ट्रोल भी कर सकते हैं.
वेरोनिका – विरोनिका प्रोटोकॉल गोफर के माध्यम से काम करता हैं. इसके उपयोग से डाटाबेस तक पंहुचा जाता हैं.
इन्टरनेट : इन्टरनेट एक इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी है जिसके द्वारा हम दुनिया के किसी भी हिसे की जानकारिय प्राप्त कर सकते है अर्थात यूजर जो सूचना चाहे वो सर्च कर के इन्टरनेट के माध्यम से अपनी जानकारियों को आगे बढ़ा सकता है इन्टरनेट इंटरनेशनल नेटवर्क का संशिप्त रूप है इन्टरनेट दुनिया भर के लाखो करोडो कंप्यूटर से जुड़ा होता है इसका का अविष्कार 1969 में DOD (डिपार्टमेंट ऑफ़ डिफेन्स) द्वारा किया गया था इस नेटवर्क को ARPN (एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट इन एजेंसी ) ने बाद में इसको करीब 1980 में लंच किया भारत में इन्टरनेट पहली बार 15 अगस्त 1995 में बिदेश संचार निगम लिमिटेड (vsnl) द्वारा किया गया था इन्टरनेट पर सूचना को अदन पर्दान करने के लिए जिस नियम का उपयोग होता है उसे TCP (ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल) या IP (इन्टरनेट प्रोटोकॉल) कहते है
फाइल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल : इसका उपयोग एक कंप्यूटर नेटवर्क से किसी दुसरे नेटवर्क में फाइल को ट्रान्सफर के लिए किया जाता है जैसे की हम कोई वेबसाइट को ड्रीम वीवर या किसी और वेबसाइट मेकिंग प्रोग्राम में creat करते है जब हमरा वेबसाइट कम्प्लीट हो जाता है तो हम उस वेबसाइट को होस्टिंग करते है होस्टिंग एक तरफ से वेबसाइट का घर होता है जिस के अंदर सारे वेबसाइट फाइल को रखा जाता है होस्टिंग नेटवर्क में कंप्यूटर से फाइल को ट्रान्सफर करने को है फाइल ट्रान्सफर कहते है
ईमेल : ईमेल यह एक इलेक्ट्रोनिक मेल है इसके माध्यम से दुनिया के किसी भी हिसे में latter , डॉक्यूमेंट ,फोटो ,या किसी भी पारकर के दस्तावेज हो उसे हम भेंज शकते है पर इसके लिए आपको ईमेल ID बनना होगा गूगल द्वारा Gmail.com पर फ्री ईमेल अकाउंट creat कर सकते है
wold wide web(www): वर्ल्ड वाइड वेब को इन्टरनेट के सबसे महत्वपूर्ण संसाधन समझा जाता है इसके माध्यम से यूजर दुनिए के किसी भी हिसे में आसानी से अपनी वेबसाइट को प्राप्त कर सकते है
एचटीटीपी :HTTP( हाइपर टेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल ) इसका उपयोग html एंड दुसरे वेब संसाधनों को स्थ्नान्त्रित करने के लिए किया जाता है
ब्राउज़र : यह एक एसा सॉफ्टवेर है जिसके माध्यम से हम इन्टरनेट में प्रवेश करते है जैसे की हमें गूगल या किसी वेबसाइट को ओपन करने के लिए इस सोफ्टवेर के बिना हम नहीं जा सकते है आजकल क्रोम ब्राउज़र पोपुलर ब्राउज़र है जो की मोबाइल और कंप्यूटर दोनों के लिए है
ब्राउज: जब हम इन्टरनेट पर किसी वेबसाइट को सर्च करते है तो इस प्रक्रिया को ब्राउज कहते है
वेबसर्वर: यह प्रोग्राम वेब ब्राउज़र के द्वारा संसाधनों को प्राप्त करने के लिए यूजर द्वारा दिए गए निदेशो को पूरा करता है
नेटवर्क: विभिन्न कंप्यूटर को एक साथ जोड़ कर बांये गए संजाल को नेटवर्क कहते है इसके द्वारा एक साथ कई जगह पर सूचना को अदन पर्दान करना सम्भव है
होम पेज : किसी भी वेबसाइट के पहले पेज को होम पेज कहते है
वेबपेज: वेबसाइट के पहला पेज या किसी लिंक को खोलने पर जो पेज ओपन होता है वह वेबपेज कहलाता है
वेबसाइट : वेब पेज के समूहों को वेबसाइट कहते है जिसमे जिसमे कई पेज ,म्यूजिक ,इमेज इत्यादि का समवेस होता है
हाइपरलिंक : वेब पेज का वह शब्द जिसपर क्लिक करने पर दूसरा पेज ओपन होता है उसे हाइपर लिंक कहते है
सर्वर: वह कंप्यूटर जो इन्टरनेट इस्तेमाल करनेवाले यूजर सूचना प्राप्त करने की छमता रखता है सर्वर कहलाता है