श्रीकृष्ण सिंह जन्म एवं पूण्य तिथि आयोजन समिति
प्रतिवर्ष श्रीकृष्ण सिंह की जयंती एवं पूण्य तिथि समारोह का आयोजन कैसा हो एवं कैसे किया जाए इसके लिए एक आयोजन समीति का गठन हो कार्यक्रम के प्रारूप तय किये जाये तथा सभी को आवश्यक जिम्मेवारी भी दिया जा सके। यह समिति मूख्य समिति के द्वारा ही संचालित होंगे लेकिन इसके सदस्य इस आयोजन को बेहतर तरीके से करने के लिए संकल्पित हों ।
श्रीबाबू की जयन्ति तथा पूण्यतिथि के आयोजन का दिशा निर्देश ।
श्रीबाबू की जन्मतिथि 21 अक्टूबर एवं पुण्यतिथि 31 जनवरी को हर वर्ष खनवाँ में मनाया जायेगा ।
यह दोनो आयोजन ग्रामीणों के आर्थिक सहयोग के द्वारा ही किया जायेगा ।
यह कार्यक्रम किसी व्यक्ति विशेष या दल के द्वारा नही होगी ।
श्रीबाबू को जाति और घर्म से अलग कर पूरे बिहार का आधुनिक निर्माता के रूप में जाना जाता है और उनके आदर्श अनुकरणीय है । उनके आदर्श से सीख आज के सभी राजनीतिज्ञों को करना चाहिए ।
इस आयोजन को सफल करना समस्त ग्रामीणों का नैतिक जिम्मेदारी होगी ।
खनवाँ एक ऐसा वातावरण और महौल चाहता है जहाँ किसी भी दल तथा किसी भी जाति और धर्म के लोग निःसंकोच खनवाँ उनके गर्भगृह में आकर श्रद्धा-सुमन अर्पण कर सके ।
आमंत्रण कार्ड में सिर्फ कार्यक्रम की रूप रेखा होगा किसी भी राजनीतिज्ञयों का नाम विशिष्ट या मुख्य अतिथि में नहीं होगा ।
मंच पर कुर्सी तथा सोफा का इंतजाम नहीं होगा । जमीन पर दरी और जाजीम बिछा होगा और सभी आगत अतिथि नीचे ही बैठेंगे ताकि एक समता का परिचय हो ।
21 अक्टूबर उनके हर जन्मतिथि पर खनवाँ केशरी सम्मान किसी विशेष क्षेत्र में उपलब्धि के लिए राज्य या जिला स्तर पर दिया जायेगा ।
21 अक्टूबर उनके जन्मतिथि खनवाँ में प्रतिवर्ष हमें अपने सपूतों पर गर्व है- खनवाँ के लोगों को सम्मानित किया जायेगा ।
हर ग्रामीण जो गाँव से बाहर भी रहते है कम-से-कम 21 अक्टूबर उनके जन्मदिवस पर खनवाँ अवश्य आये।
खनवाँ के घर-घर में श्रीबाबू की फोटो घर कें बैठका पर लगा होना चाहिए । आप कार्यालय से सम्पर्क कर उनका फोटो खरीद सकते है।
श्रीबाबू की 125वीं जयन्ति वर्ष शुरू हो चुका है । 21 अक्टूबर 2012 को उनकी 125 वी जयन्ति मनाया जायेगा । इस अवसर पर खनवाँ में महाकुम्भ लगेगा इसकी विशेष तैयारी होना चाहिए ।
कार्य की सूची
सभी आवश्यक जानकारी एवं सूचनाएँ सूचना पट या बातचीत के द्वारा अधिक-से-अधिक लोगों तक पहूचाएँ ।
गाँव में, ब्लॉक, अनुमंडल के सभी सरकारी कार्यालयों मे भी कार्ड का वितरण होना चाहिए।
श्रीबाबू के जन्म एवं पुण्य तिथि के आयोजन समिति सदस्यों के लिए महत्वपूर्ण कार्यो में से कार्यक्रम के आयोजन हेतू वजट का निर्धारण एवं गाँव के लोगों से सहयोग राशि के रूप में लिया जाना चाहिए । यह कार्य में संपूर्ण गाँव के भागीदारी हो जानी चाहिए ।
कार्यक्रम हेतू नवादा जिला एवं स्थानीय प्रशासन को सूचना ।
पानी की सूविधा के लिए जिला से टैंकलोरी की सुविधा की मांग ।
20 एवं 21 अक्टूर को अवाधित बिजली की सूविधा ।
आमंत्रण कार्ड का प्रिंटिंग का अंन्तिम तारीख - 17-2011 ।
आमंत्रण कार्ड का वितरण अधिक-से-अधिक लोगों के बीच होना चाहिए । 15 से 20 तारीख तक ।
वितरण में सदस्य के लोग कार्य करें ।
नवादा में अधिक से अधिक कार्ड का वितरण हेाना चाहिए ।
नवादा, हिसुआ एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों में बैनर और बोर्ड लगना चाहिए।- । 15 तारीख तक यह हो जाना चाहिए।
कुछ पम्पलेट या अन्य प्रिंटिंग सामाग्री भी आवश्यक है।
21 तारीख को आनेवाले आगंतूकों के लिए खाना, नास्ता का इंतजाम ।
रात में कुछ लोग 100 - 250 की संख्या में ठहर सकते है। इसका भी इंतजाम के लिए विभिन्न घरो को सुचिबद्ध तथा उन्हें जानकारी दे दिया जाना चाहिए ।
ठहरने वाले लोगों के रात्रि का खाना ठहरने के स्थान पर होना चाहिए।
मंच का साज-सज्जा, साउण्ड सिस्टम, लाईट की व्यवस्था
मंच के आस-पास सफाई
पानी की समूचित व्यवस्था
आगन्तुकों के लिए कुर्सी की व्यवस्था
मंच पर बैठने के लिए - दरी एवं सफेदी तथा मसलंद (मंच पर कुर्सी की व्यवस्था नहीं होगी)
चुँकी कवि सम्मेलन होगी इसलिए थोडा साउण्ड सिस्टम अच्छा हों । कॉडलेस माईक भी होना चाहिए।
चुँकि आयोजन संध्या कालीन होगा इसलिए लाईट की भी सूविधा आवश्यक होगा ।
कम-से-कम तीन जेनरेटर की व्यवस्था होनी चाहिए ।
इन सारे एरेजमेंट अगर गांव में चलाने वाले डेकोरेटर के द्वारा हो तथा उन्हें यह सुविधा निःशूल्क होना चाहिए ।
गर्भ-गृह के पास कार्य
गर्भ-गृह की जमीन बराबर होना चाहिए ।
गर्भ-गृह से सभी समान को बाहर रखवा देना।
गर्भ-गृह के दीवालो को चूना करवा देना होगा ।
गर्भ-गृह को गोवर से एक दिन पहले लीप-पोत करना ।
कार्यक्रम के दिन पूरा गर्भ-गृह को फृलों से सजा देना ।
कार्यक्रम के दिन गर्भ-गृह मे उनका एक चित्र रखना होगा ।
कार्यक्रम के दिन गर्भ-गृह में पूरा दिन दीप जलता रहेगा । इसके लिए बडा दीप , बती एवं घी का इंतजाम होना चाहिए । इसके लिए ग्रामीण श्रद्धा से इच्छा अनुसार घी का दान दें ।
एक दरी और दो कम्बल की व्यवस्था होनी चाहिए जिस पर कम से कम दस बीस आदमी बैठकर मौन धारन कर सकें ।
गर्भ-गृह में एक बैनर लगेगा ।
गर्भ-गृह की सजावट की जिम्मेवारी
गर्भ-गृह की सजावट की जिम्मेवारी इच्छुक छात्राओं के समूह द्वारा पूरे किया जायेगें । इसके लिए सात सदस्यीए समूह तीन दिन पहले ही गर्भ-गृह स्थान का मुआयना कर ले ताकि आवष्यक इंतजाम पूरे किये जा सके ।
फूल का इंतजाम हिसुआ या नवादा से अग्रिम भूगतान कर मंगवा लें ।
कार्यालय पर आवष्यक चाय-पानी / अल्प अहार का इंतजाम
एक गेट बैनर के साथ हिसुआ में खनवाँ वाले रोड में लगेंगा ।
एक बैनर स्कूल के विद्यार्थी पैदल मार्च के समय लगायेंगे