श्रीबाबू 125 वीं जयंती का आयोजन गांव-गांव में और
श्रीबाबू की जन्मस्थली खनवाँ में बिहार का महाकुंभ होगा ।
कल्याण बिगहा (माननीय नीतीश कुमार जी का गांव) एवं फुलवरीया (माननीय लालूजी का गांव) का विकास के लिए सरकारी खजानों का उपयोग हो सकता है और होना भी चाहिए तो क्या महान स्वतंत्रता सेनानी, आधुनिक बिहार के निर्माता एवं बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री के जन्मस्थली का विकास के लिए क्यो नहीं होना चाहिए। अभी तक सरकार क्यो सुस्त पडी हैं। क्या श्रीबाबू का जन्मस्थली खनवाँ का विकास सरकारी की पहल से नहीं होना चाहिए । हम सरकार से संर्घष करते रहेंगे जब तक सरकार श्रीबाबू की जन्मस्थली का विकास नहीं हो जाता ।
दुसरी ओर कई नेताएं समय पड़ने पर श्रीबाबू के नाम का प्रयोग करते रहते है लेकिन जब सता में होते है तो उन्हें जो करना चाहिए वो नहीं करते है । कई नेताओं के द्वारा आज तक झूठा आश्वासन खनवाँ को उचित सम्मान दिलाने के लिए किया गया है लेकिन सभी लोग अपने वादाओं को पूरा करने में असफल रहें । श्रीबाबू की सिर्फ जयंती एवं पूण्यतिथि मना लेने से काम पूरा नहीं होगा वैसे लोग के आदर्श अनुकरणीय है। खनवां बिहार के राजनीत खानदान की मॉ है । जयंती एवं पूण्यतिथि का कार्यक्रम सभी क्षेत्रो में हो यह गौरव का विषय है लेकिन खनवां को ना भूला जाय और इसको उचित सम्मान दिलाने के लिए संघर्ष करें । जब आधुनिक बिहार के निर्माता की ही जन्म स्थली उपेक्षित है, तो बिहार के अन्य गाँव की स्थिति इससे भली भाँति समझी जाएगी ।
श्रीबाबू की 125चीं जयंती वर्ष का शुरूआत हो चूका है । 125वीं जयंती पूरे वर्ष भर मनाया जायेगा । श्रीबाबू 125 वीं जयंती का आयोजन गांव गांव में और श्रीबाबू की जन्मस्थली खनवाँ में बिहार का महाकुंभ होगा । इसके लिए क्षेत्रीय , जिला , अनुमंडल, प्रखण्ड, पंचायत एवं ग्रामीण आयोजन समिति का गठन किया जायेगा । खनवाँ अभी तक उपेक्षा का दंश झेल रहा है । खनवाँ में श्रीबाबू की एक आदमकद प्रतिमा भी नहीं है तथा गर्भगृह की भी स्थिति दयनीय है। सरकार सुस्त है और ऐसी स्थिति में खनवाँ वासियों ने सामूहिक फैसला लिया है कि खनवाँ में श्रीबाबू कि उपेक्षित राजनीतिज्ञों के तीर्थस्थली का विकास गाँव-गाँव के जनभागीदारी से किया जायेगा । हर गाँव के प्रत्येक घर से भागीदारी आवश्यक है । यह भागीदारी का अंश कुछ भी हो सकता है। प्रत्येक गाँव से आये हुए कुल भागीदारी राशि को खनवाँ के शिलापट पर लिखा जायेगा । निम्नांकित विवरण के साथ सहयोग देने वाले गाँव का लिखा होगा ।
गाँव का नाम ग्राम पंचायत का नाम गाँव से प्राप्त कुल सहयोग राशि
.............. .............. .............. .............. ............................
गाँवों के सहयोग राशि के अलावा व्यक्ति विशेष के द्वारा 25,000 से अधिक सहयोग राशि करने वाले का नाम भी शिलापट्ट पर अंकित होगा । साथ ही साथ व्यक्ति विशेष के द्वारा 1,000 से अधिक राशि का सहयोग करने वालों का नाम बेब साईट पर होगा । सभी मंत्री, सांसद, विधायक, जिला पाषर्द तथा मुखिया द्वारा दिये गये सहयोग राशि भी शिलापट्ट पर लिखा होगा ।
संतोष कुमार
ग्रामीण
Send mail to Email : biharkeshari@gmail.com