Mechanics

न्यूटन का गति का नियम ( Newton’s Law of Motion )

First Law / प्रथम नियम

प्रत्येक पिंड तब तक अपनी विरामावस्था अथवा गतिमान रहता है जब तक कोई बाह्य बल उसे अन्यथा व्यवहार करने के लिए विवश नहीं करता। इसे जड़त्व का नियम भी कहा जाता है।

Inertia of Rest/ स्थिर अवस्था की जड़ता - वस्तु स्वयं की स्थिर अवस्था में परिवर्तन करने में असमर्थ है.

Inertia of Motion / गति अवस्था की जड़ता - वस्तु स्वयं की गतिमान अवस्था में परिवर्तन करने में असमर्थ है.

Inertia of Direction / दिशा की जड़ता - वस्तु स्वयं की दिशा में परिवर्तन करने में असमर्थ है.

Second Law / द्धितीय नियम

किसी भी पिंड की संवेग परिवर्तन की दर लगाये गये बल के समानुपाती होती है और उसकी (संवेग परिवर्तन की) दिशा वही होती है जो बल की दिशा होती है।

Third Law / तृतीय नियम

प्रत्येक क्रिया की उतनी ही परंतु विपरीत क्रिया होती है।

विस्तृत अध्ययन के लिए निम्न विडियो देखें :-