Hindi Editorial Society
विदथ
‘विदथ’ क्या है
‘विदथ’ एक अति प्राचीन नाम है लेकिन इसकी सीख बहुत नयी है, इसलिए यह पुरानी भी है और नयी भी। हमारे दर्ज इतिहास में विचार-विमर्श के लिए इकठ्ठा होने वाली स्त्रियों के सबसे पुराने मंच या समूह का नाम ‘विदथ’ है। ‘विदथ’ शब्द की उत्पत्ति ‘विद्’ धातु से हुई है जिसका अर्थ है जानना, धारण करना और विचार करना। प्राचीन काल में ‘सभा’ और ‘समिति’ नाम की संस्थाएँ भी होती थीं लेकिन ‘विदथ’ का अपना संविधान होता था। इस रूप में इसका इतिहास वैदिक काल की सीमा तक जाता है और इसकी आधुनिक समझ सीधे हमसे जुड़ती है। अगर आपने घोषा, अपाला, मैत्रेयी, कात्यायनी, भारती आदि प्राचीन विदुषी महिलाओं का नाम सुन रखा है तो समझ लीजिए कि ‘विदथ’ उन जैसी स्त्रियों के लिए विचार-विमर्श और बहस का सबसे बड़ा मंच था। हिन्दी संपादकीय समिति ने यह नाम इसीलिए चुना क्योंकि इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व तो है ही, यह बौद्धिक रूप से स्वतन्त्र और बहुत जागरूक स्त्रियों का अर्थ भी देती है। ‘विदथ’ में हम सृजन करते हैं, संवाद करते हैं और संपादन करते हैं। मूलतः यह एक बौद्धिक समिति है जो भाषाई रचनात्मकता पर काम करती है।
‘विदथ’ के आयोजन
विदथ’ यानी हिन्दी संपादकीय समिति पूरे वर्ष अनेक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का आयोजन करती है। जैसे, गिरिजा कुमार माथुर कविता प्रतियोगिता, रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता, कॉलेज की पत्रिका ‘आरोह’ का संपादन, तथा अन्य अवसरों के अनुकूल कार्यक्रम।
1. गिरिजा कुमार माथुर कविता प्रतियोगिता, यानी ‘विदथ’ की सबसे महत्त्वपूर्ण गतिविधि जिसमें पूरे कॉलेज से सभी पाठ्यक्रमों की किसी भी वर्ष की छात्राएँ भाग ले सकती हैं। इसमें छात्राएँ अपनी मौलिक और स्वरचित कविताओं का पाठ करती हैं और एक निर्णायक मंडल द्वारा पुरस्कारों की घोषणा होती है। इसमें पुरस्कृत होने का मतलब है हिन्दी कविता लेखन के लिए आई पी कॉलेज की श्रेष्ठ प्रतिभा के रूप में सम्मानित होना। इस आयोजन में हम माथुर जी की कविताओं का पाठ, उनपर आलेख और ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति भी करते हैं।
2.रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता: यह एक व्यापक अंतर-महाविद्यालयी प्रतियोगिता है जिसमें सभी पाठ्यक्रमों और सेमस्टर की छात्र-छात्राएँ आमंत्रित होती हैं। रचनात्मक लेखन की कई श्रेणियाँ हैं जैसे - मीडिया लेखन, फिल्म समीक्षा, पुस्तक समीक्षा, ऑन द स्पॉट दिए गए विषय पर लेखन। इसका आयोजन कॉलेज के वार्षिकोत्सव ‘श्रुति’ के दौरान किया जाता है जिसमें विजेताओं को पुरस्कार के रूप में कॉलेज की ओर से उपहार, पुस्तकें और प्रमाण-पत्र दिए जाते हैं।
3. ‘आरोह’ पत्रिका का संपादन: यह समिति हमारे कॉलेज की वार्षिक पत्रिका ‘आरोह’ के हिन्दी अनुभाग की समग्री का संपादन भी करती है। हिन्दी संपादकीय समिति के साथ जुड़कर आप ‘आरोह’ के रचनाकार बन सकते हैं। हम हर साल ‘आरोह’ के लिए हिन्दी में आमंत्रित प्रविष्टियों का संपादन करते हैं और उन्हें प्रकाशन के लिए तैयार करते हैं।
4. विशेष अवसर पर अन्य कार्यक्रम : ‘विदथ’ समय-समय पर अनेक ऐसी गतिविधियों और प्रतियोगिताओं का आयोजन करती है जिनमें आपको अपनी रचनात्मक और बौद्धिक प्रतिभा को माँजने का भरपूर मौक़ा मिलता है। जैसे वर्ष 2021 में हमने ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के उपलक्ष्य में लगातार कार्यक्रमों की एक पूरी शृंखला की थी जिसमें कविता, निबंध, पोस्टर, स्लोगन आदि प्रतियोगिताएँ हुईं और विजेताओं के नाम दिल्ली विश्वविद्यालय को भेजे गए। हमने दूसरी समितियों जैसे हिन्दी साहित्य सभा और इंग्लिश एडिटोरियल सोसाइटी के साथ मिलकर भी अलग-अलग तरह के कार्यक्रम किए हैं। यह एक सक्रिय बौद्धिक समिति है इसीलिए हमें ऐसे सदस्यों की जरूरत है जिनमें लेखन और रचनात्मक कौशल के साथ संपादकीय क्षमता भी हो तथा वे प्रतिभागियों या आयोजकों के रूप में अपनी दुहरी भूमिका भी निभा सकें।