नीचे नदी बह रही है


Prashant Mishra



नीचे नदी बह रही है।

लाशें लादे

बहती लाशें किनारे गड़े मुर्दों को

ईर्ष्या से देख रहे हैं।

ऊपर पुल पर एक बारात जा रही है।

थोड़ी दूर पुल पर एक दूधवाला है

बरकत के लिए अपने कनस्तर से

एक प्याला दूध नदी में डाल रहा है।

पुल के बीच में कहीं एक पपीता पड़ा है

गाड़ियों से कुचला, पका पपीता ।

25 बरस का सूखा लगभग नंगा लड़का

पपीता खा रहा है,

बीच सड़क, गाय के साथ।

गाय हमारी माता है।