मूली
वनस्पतिक नाम- Raphahus sativus
मूली सेहत के लिए फ़ायदेमंद होती है। सर्दीयों में मूली के सेवन से इम्युनिटी मजबूत होती है। सर्दी खांसी जैसी बिमारियों से बचा जा सकता है। मूली खाने से दिल की बिमारियों का खतरा भी कम होता है। लेकिन कई लोग मूली खाने से परहेज करते हैं। लोगों की शिकायत होती है कि मूली खाने के बाद गैस बनती है, कई लोग मूली खाने से पेट दर्द होने की भी शिकायत करते है। आयुर्वेद के अनुसार इस तरह की समस्याएं मूली खाने से नहीं होती है, बल्कि मूली के सेवन के गलत तरीके से होती है। मूली को खाने का एक सही समय होता है। लोग कभी भी या किसी भी तरह से मूली का सेवन करते है। परिणाम स्वरुप उन्हें पेट में दर्द या अधिक गैस बढ़ने जैसी समस्या हो जाती है।
मूली खाने का सही समय-
मूली को कभी भी खाली पेट नहीं खानी चाहिये। रात्रिकालीन भोजन में मूली का सेवन नहीं करना चाहिए। अक्सर लोग मूली को खाने के साथ सलाद के तौर पर खाते हैं। लेकिन पकी सब्जियों के साथ सलाद में कच्ची सब्जियां नहीं खानी चाहिए। ऐसा करने से पाचन तन्त्र पर दवाब पड़ता है। इसलिए मूली को सुबह के नाश्ते के बाद या दोपहर के खाने से पहले खाना चाहिए।
मूली का सेवन करने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखना आवश्यक होता है, जैसे कि-
1. कच्ची मूली खा रहे हैं तो उसके साथ अन्य कच्ची सब्जियां भी शामिल करें । जैसे खीरा,टमाटर,गाजर, आदि को मिलाकर सलाद की तरह खा सकते हैं।
2. मूली को पचने में समय लगता है, इसलिए मूली खाते समय एक स्थान पर न बैठें बल्कि चलते फ़िरते रहें। मूली को छीलकर उसमें काला नमक लगाकर खाना चाहिए।
3. मूली खरीदते समय ध्यान रखें कि अधिक पकी मूली न खरीदें। पतली और स्वाद में मिठी मूली का सेवन लाभदायक है।
4. मूली खाने का सही समय दोपहर का होता है। मूली, गाजर, टमाटर, हरी धनियां पत्ती, हरी मिर्च, स्वाद के अनुसार नमक मिलाकर सेवन किया जा सकता है।
5. मूल वाले सब्जियों में भी अच्छी मात्रा में विटामिन सी होता है जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाने के लिए एक एंटीआंक्सीडेंट के रुप में काम करता है।
मूली का सेवन कुछ-कुछ बीमारियों में लाभदायक है जो निम्न हैं -
1. कैंसर में - मूली में भरपूर मात्रा में फ़ौलिक एसिड विटामिन एंथोकाइनिन पाए जाते हैं। ये तत्व शरीर को कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं। मुँह,पेट,आँत,और किडनी के कैंसर से लड़ने में यह बहुत सहायक होती है।
2. डायबिटीज में - मूली में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के लिए जानी जाती है। इसे खाने से ब्लड शुगर पर असर नहीं होता है। रोजाना सुबह खाने में मूली का सेवन करने से डायबिटिज से जळि छुटकारा मिल सकता है।
3. सर्दी-जुकाम में - मूली खाने से जुकाम नहीं होता हैं। मूली को सलाद में जरुर खाना चाहिए।
4. पीलियाा में - हर रोज सुबह उठते ही एक कच्ची मूली खाने से पिलिया रोग में आराम मिलता है। यदि पेशाब में जलन या रुक-रुक कर आता है तो मूली का रस सेवन से आराम मिलता है। यदि खट्टि डकारें आती है तो मूली के रस में मिश्री मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है।
5. पायरिया में - पायरिया में परेशान लोग मूली के रस से दिन में दो तीन बार कुल्ले करें और मूली को चबा-चबाकर खाने से दातों और मसूड़ो की बिमारियां दूर होती है।
6. बवासीर में - बवासीर में मूली को पत्तियों के सहित सब्जी बनाकर खाने में फ़ायदेमंद होता है। आयुर्वेद में पाइल्स के मरीजों को अक्सर मूली खाने की सलाह दी जाती है। मूली में रापिनिन ग्लूकोसाइलिनेट्स और विटामिन सी जैसे मेटाबोलाइट्स होते है, जो बवासीर की वजह से होने वाली सुजन और दर्द को कम करने में मदद करती है। मूली में बाष्पशील तेल पाया जाता है, जो एंटीइंफ़्लेमेट्रि गुणों से भरा हुआ होता है।