मसाले स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ संक्रमण से भी हमें बचाते हैं। किसी भी घातक रोगों से लड़ने में हमारी क्षमता को मजबूत करते हैं। दैनिक जीवन में स्वास्थ्य संबंधी बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इन परेशानियों से बचने के लिए हमारे घर के रसोई में रखे हुए मसाले हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। इन्हीं में से एक है - 'मेथी'।
कड़ुवी हूँ पर भाती सबको मेरी यारी, भाजी हो या बीज सभी मेरे गुणकारी।
वातरोग, मधुमेह में हूँ बहुत चमत्कारी, मेरे लड्डू खाओ या खाओ तरकारी।।
मेथी मसाले का एक महत्वपूर्ण घटक है। इनके बीजों एवं पत्तियों का इस्तेमाल सब्जी एवं आयुर्वेदिक औषधियों में सदियों से करते आ रहे हैं।
वानस्पतिक नाम – ट्रिगोनेला फोनीम ग्रीक
कुल – लेग्युमिनोसी (उपकुल - पैपिलिओनेटी)
हिन्दी – मेथी
संस्कृत – बहुपर्णी कहते हैं।
मेथी का तासीर गर्म होता है। हमारे शरीर के लिए जिस आवश्यक तत्व की जरूरत होती है, वह पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जैसे - आयरन, कैल्शियम एवं फास्फोरस आदि।
मेथी के औषधीय गुण -
1. मेथी की हरी पत्ती सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। जिन्हें कब्ज, गैस है उन्हें मेथी की हरी पत्तियों की सब्जी जरूर खाना चाहिए, इससे पाचन तंत्र ठीक रहता है।
2. बच्चों को मेथी के पत्तों का रस पिलाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
3. मधुमेह के रोगियों को मेथी के पत्तों का रस पीने से शर्करा नियंत्रण में हो जाती है।
4. बार-बार जिन्हें पेसाब आने की समस्या है उनके लिए मेथी पत्ती का रस बहुत लाभदायक है।
5. मेथी के बीज गठिया के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द में बहुत फायदेमंद हैं। जोड़ो के सूजन को भी कम करता है। मेथी के लड्डू इसमें लाभदायक हैं।
6. मेथी का बीज कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। हृदय रोग एवं मोटापा को भी नियंत्रण में रखता है।
7. मेथी के बीज शुगर के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
8. शिशुओं को स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए मेथी के बीजों का सेवन करने से दूध में वृध्दि होती है।
9. रूसी एवं बालों के झड़ने से रोकने के लिए मेथी के बीज का चूर्ण छाछ के साथ लगाना फायदेमंद है।
10. मेथी में त्वचा के लिए अनेक चमत्कारी औषधीय गुण पाये जाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुणवत्ता होने के कारण झुर्रियों, मुंहासे एवं जली हुई त्वचा को भी ठीक करने में उपयोगी है।
11. मेथी के बीजों में अच्छी मात्रा में घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो कब्ज से राहत दिलाने में बहुत कारगर सिध्द होता है। यह अपच के कारण पेट में होने वाले दर्द को भी ठीक करता है।
12. मेथी के बीज एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के कारण सर्दी एवं फ्लू, बुखार से बचाता है।
13. मेथी का बीज महिलाओं के मासिक धर्म से सम्बन्धित समस्याओं को भी दूर करता है।
14. मेथी के पत्तियों की सब्जी या चूर्ण का सेवन प्रतिदिन करने से वजन को नियंत्रित रखने में लाभ मिलता है।
मेथी मोदक
आवश्यक सामग्री –
मेथी दाने का चूर्ण – 50 ग्राम
घी – 50 ग्राम
दूध – 1 लीटर
गुड़ – 1 किलोग्राम
प्रक्षेप घटक द्रव्य –
सफेद जीरा – 3 ग्राम
काला जीरा – 3 ग्राम
काली मिर्च – 5 ग्राम
पिप्पला मूल – 5 ग्राम
पिप्पली – 5 ग्राम
अजवाइन – 5 ग्राम
तेजपत्र – 3 ग्राम
हल्दी – 5 ग्राम
सोंठ –20 ग्राम
1. सभी प्रक्षेप घटक द्रव्यों को कूट-पीसकर कपड़े से पहले छानकर रख लें।
2. मेथी दाने के चूर्ण को दूध में मिलाकर मावा बना लें, मावा बन जाने पर घी डालकर धीमी आंच में भून लें।
3. गुड़ में 2 चम्मच घी डालकर पिघला लें, फिर मावा व प्रक्षेप घटक को डालकर अच्छी तरह से मिलाकर मोदक बना लें।
प्रात:काल नाश्ते के 20-25 मिनट बाद सेवन किया जा सकता है, रात्रि में भोजन के आधे घंटे बाद सेवन कर सकते हैं।
विशेष सावधानियाँ –
1. मेथी दाने की तासीर गर्म होती है, अधिक मात्रा में सेवन करने पर पाचन संस्थान पर असर पड़ सकता है।
2. जिन्हें दस्त की शिकायत हो, उन्हें मेथी का सेवन नहीं करना चाहिए।
3. गर्भावस्था के दौरान मेथी का प्रयोग न करें।
(यदि इन परिस्थितियों में लेना हो, तो अपने चिकित्सक के परामर्शानुसार लें।)
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