6 से 7 फीट के पोल से अधिक उचाई ना रखे जीससे वृक्षो के छाव पोल के प्रकाश को ना रोक पाए |
स्ट्रीट लाईट में लाईट के फीटींग कदी न डाले | आप कीसी भी केंद्र के फीटींग का कवर खोलोगे तो उसमे असंख्य मरे हुए छोटे छोटे किट पतंग होगे क्यूंकी वो प्रकाश की वजह से वहा जाते है और फीटींग एयरटाईट ना होने की वजह से कीट पतंग अन्दर चले जाते है और अन्दर लाईट की गरमी की वजह से वो बेचारे मर जाते है |
काच की येरा कंपनी की बरणी 60/70 रू. में मिलती है वो लगाए |
जो एल.ई.डी. फीटिंग 500 / 600 का आता है वो लगाने से रीप्लेस करते समय कारीगर की जरूरत पड़ती है, उसी लिये 60 / 70 का एल.ई.डी. बल्ब ही हमारे लिये बराबर है, जीसे कोई भी आसानीसे बदल सकता है|
हमारा बड़ा सेंटर होने की बजह से हमने करीबन 175 पोल लगाए है, जीसमे से 50% डबल वायरींग वाले है और 50% पोल है जो रात को 8:20 को ही चालू होगा और 10:00 बजे बंध हो जाएगा ओर दूसरा सुबह 4:00 से 5:00 ही चालू रहेगा बाकी जो अलटरनेट पोल है, वो पूरी रात चालू रहेंगे|
हमने ज्यादा पोल ही डाले है जहा 5 की जरूरत हे वहा हमने 8 डाले है|
ज्यादा ईसलिए डाले है की हम 3 या 5 वॉल्ट की ही लाईट ईस्तमाल करने वाले है ज्यादा वॉल्ट की लाईट डालने की वजह से वहा छोटे छोटे कीड़े ओर मच्छर हो जाते है, ओर वो फ़ीर रूम मे प्रवेश कर जाते है तो हम वार्म वाईट लाईट डालने वाले है| जीससे छोटे छोटे कीड़े ओर मच्छर कम होते है |
ओर हम रूम मे भी बहार पेसेज मे बल्ब का पोईंट रखते है, वो कभी नहि देना चाहिए | क्यूकी पोईंट रखते है तो कोई साधक बल्ब अंधेरे की वजह से बल्ब लेने आते है|
पोईंट ईस लिए नहीं लगाना चाहिए क्यूकी जब बारीश की सीजन मे वहा उतने छोटे छोटे कीड़े ओर मच्छर होते है ओर वो उड़ते है कभी कभी वो पेरो के नीचे आने की वजह से कुचल जाते है, ईसलिए स्ट्रीट लाईट ही ऐसी लगानी चाहिए जीससे के रूममे ओर पेसेजमे दोनों मे उजाला आए |
हमारे एक लाईन मे एवरेज 18-20 रूम है ओर 5 लाईट 3 वोट की चालू रहेती है तो 15 वोट का बीजली वापराश होता है| ज्यादा करोगे तो 25 वोट मे स्ट्रीट लाईट ओर 20 रूम की नाईट लेंप की लाईट भी कवर हो जाएगी|