Email इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों द्वारा किसी नेटवर्क (इंटरनेट) के जरिए संदेश भेजने-प्राप्त करने का एक साधन है. Email का मतलब Electronic Mail होता है. कार्यालयों, अदालतों, स्कूलों, कॉलेजों आदि जगहों पर Email को सूचना भेजने तथा प्राप्त करने का आधिकारीक तरीका बना लिया गया है.
यह कागज पर लिखी गई चिट्ठी के समान ही होता है. बस कागज के पत्र (Letter) और Email में इतना ही अंतर होता है कि एक कागज के पत्र को कागज पर लिखा जाता है, और Email को हमे Computer पर लिखना पडता है.
E-mail भी एक साधारण पत्र की तरह ही एक पत्र होता है. आप एक साधारण पत्र की कल्पना करीए और पता करिए हम उसे लिखते समय क्या-क्या काम करते है?
हम साधारण पत्र लिखते समय उसमें प्राप्त करने वाले का नाम (Receiver), पता (Address), संदेश (Message) और नीचे भेजने (Sender) वाले का नाम लिखते है. फिर उसे भेजने के लिए नदजीक के Post Office में जाकर उसे Post Box में डाल देते है. और पत्र प्राप्त करने वाले के पास कुछ दिनों में चला जाता है.
बिल्कुल इसी तरह ही Email में भी प्राप्त करने वाले का नाम (Receiver), पता (E-mail ID), और संदेश (Body) को लिखना पडता है. Email में भेजने वाले का नाम अलग से नही लिखना पडता है. इसमें भेजने वाले का नाम Automatic संदेश पाने वाले के पास चला जाता है.
और इसके बाद Send पर क्लिक करना पडता है. और Email कुछ ही सेकण्डों में भेजने वाले के पास पहुँच जाता है.
इसकी गती साधारण पत्र से Email को अलग बनाती है. इसके अलावा भी बहुत ऐसे कारण है, जो एक Email को एक साधारण पत्र से उपयोगी बनाती है.
आप इंटरनेट के द्वारा मिनटों में अपने संदेश को भेज तथा प्राप्त कर सकते है. यह सुविधा अधिकतर Email Service Providers द्वारा मुफ्त दी जाती है.
आपको सिर्फ इंटरनेट और एक इंटरनेट चलाने वाले Device, जैसे, Computer, Mobile Phone, Laptop आदि की आवश्यकत पडती है.
दुनियाभर में लोग एक-दूसरे को Mails Send तथा Receive करते है. आप अपने दोस्त, परिवारजन, सहकर्मी, बॉस आदि को Email Send कर सकते है.
इसके लिए बस आपको एक Email ID, Internet और एक Email Program की जरूरत होती है. जिस व्यक्ति के पास Email ID है, उसे कोई भी व्यक्ति जिसके पास भी Email ID है, Mails Send तथा Receive कर सकता है.
अब, आपके मन में भी यही प्रशन चल रहा होगा कि आखिर यह Email ID क्या है? Email ID कैसे बनाते है? ईमेल आई डी की जरूरत EMail भेजने और प्राप्त करने के लिए क्यों होती है?
आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नही है. क्योंकि थोडी ही देर में आप Email ID से परिचित हो जाएंगे. और जान पाएंगे कि एक Email ID क्या होती है? Email ID की जरूरत क्यों पडती है?
Email ID बनाने से पहले ये जान लेना जरूरी है कि इसे बनाने के लिए क्या-क्या चाहिए? हमें किन-किन चीजों की जरूरत पड़ने वाली है.
जैसा आपको ऊपर बताया कि ईमेल सर्विस मुफ्त है और ईमेल भेजने तथा प्राप्त करने के लिए एक भी रुपया खर्च नही करना पड़ता है. बस, हमें कुछ आवश्यक Email Tools की जानकारी होना चाहिए. जिनके नाम नीचे बताए गए है.
एक कम्प्यूटर या स्मार्टफोन
इंटरनेट कनेक्शन
ईमेल प्रोवाइडर
थोड़ा-सी डिजिटल साक्षरता
सबसे पहले आपको एक कम्प्यूटर चाहिए. अगर, आपके पास कम्प्यूटर की सुविधा नही है तो आप स्मार्टफोन से भी काम चला सकते है.
आप, गूगल करिए कि “मोबाइल फोन से ईमेल आइडी कैसे बनाते है” तो आपको जवाब मिल जाएगा.
ईमेल एक ऑनलाइन सर्विस है. इसलिए, इसे इस्तेमाल करने के लिए इंटरनेट की जरूरत पड़ती है. आपका डिवाइस किसी ना किसी नेटवर्क से कनेक्ट होना चाहिए.
आपके स्मार्टफोन में जो इंटरनेट डेटा पैक है उसी से आप ईमेल आइडी बना लेंगे. आपको नया इंटरनेट कनेक्शन लेने की कोई जरूरत नहीं है.
अब बारी आती है आप ईमेल अकाउंट बनाने के लिए किस कंपनी अथवा सर्विस प्रोवाइडर का इस्तेमाल करना पसंद करेंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें. एक ईमेल सर्विस प्रोवाइडर डाकघर की भांती काम करता है.
आपको ईमेल आइडी देता है, भेजे गए ईमेल संभालता है, आए हुए ईमेल दिखाता है आदि.
आपकी सहायता के लिए हम यहां कुछ लोकप्रिय वेबमेल सर्विस प्रोवाइडर के नाम बता रहे है.
5 Best Web mail Providers
Gmail – दुनिया का एक लोकप्रिय फ्री ईमेल प्रोवाइडर है जीमेल. यह गूगल की सर्विस है. इसलिए, इसका उपयोग दुनियाभर में मौजूद इंटरनेट यूजर्स के अलावा बड़-बड़े बिजनेस ऑनर ईमेल आइडी बनाने के लिए करते है.
Yahoo! Mail – यह सर्विस आजकल भूल अवस्था में चल रही है. लेकिन, इसके फीचर और सर्विस आज की जरूरत के अनुसार ही काम कर रही है. इसलिए, याहू! मेल भी आपके लिए ईमेल आइडी बनाने के लिए बढ़िया टूल है.
Outlook – माइक्रोसॉफ्ट द्वारा निर्मित यह ईमेल सर्विस ज्यादातर पेशेवर तथा बिजनेस द्वारा ईमेल क्लाइंट के रूप में इस्तेमाल की जाती है. लेकिन, आउटलुक आपको पर्सनल ईमेल आइडी बनाने की मुफ्त सुविधा भी देता है.
Zoho Mail – जोहो मेल भी ईमेल आइडी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
Rediffmail – यदि आप अपने दोस्तों से अलग दिखना चाहते है तो आप रेडिफमेल का इस्तेमाल कर सकते है. बाकि सेवाएं लगभग समान ही है बस पीछे का नाम बदल जाता है.
इन सभी टूल्स से सही तरह काम लेने के लिए आपको इनका उपयोग करना आना चाहिए. इसलिए, डिजिटल साक्षरता जरूरी है.
कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी, इंटरनेट पर काम करना तथा ईमेल टूल्स का इस्तेमाल करने का तरीका की बुनियादी नॉलेज जरूरी है.
हम एक-दूसरे को भौतिक रूप से उसके नाम और उसके रहने का स्थान यानि पता से जानते है. हमे जब किसी व्यक्ति विशेष से कोई काम पडता है. तो हम उस व्यक्ति विशेष से उसके रहने के स्थान पर संपर्क करते है.
ठीक इसी तरह से Email भेजने तथा प्राप्त करने के लिए भी एक Address की जरूरत होती है. जिस पर Mails आएं और यहाँ से चले जाएं. इस Address को नेटलोक में Email ID कहते है. और एक Email ID बनाने के लिए एक E-mail A/c बनाना पडता है.
Email Accouont हम किसी Email Program के माध्यम से Free में बना सकते है. Gmail, Outlook, Yahoo Mail, Hotmail, Reddifmail आदि बेहतरीन Email Programs है. आप इनमें से किसी एक या अधिक के द्वारा अपने लिए Email A/c बना सकते है.
जब आपका Email A/c बन जाता है, तो Email Program आपको एक Email ID देते हैं. जैसे, ncchasanpura@gmail.com एक Mail ID है. इस Email ID को Google के Mail Program Gmail के द्वारा बनाया गया है.
एक Email ID में मुख्य रूप से दो भाग होते है. इनसे मिलकर एक Email ID बनती है. इन्हे आप ऊपर देख सकते है. पहला भाग Username होता है. और दूसरा भाग Domain Name कहलाता है. इनके बारे में अधिक जानकारी नीचे दी गई है.
यूजरनेम, Email ID का @ से पहले वाला भाग होता है. इसका इस्तेमाल Email Account में Log in करने के लिए किया जाता है. तथा यह उस व्यक्ति की पहचान होती है. जिसे Email भेजते है और प्राप्त करते है. इसे हम अपनी सहुलियत के अनुसार चुनते है. हमारे उदाहरण में ncchasanpura यूजरनेम है.
Email Address में @ के बाद वाला भाग Domain Name होता है. यह उस Server/Computer का नाम होता है, जहाँ से Internet के द्वारा हमारी सुचनाओं का आदान-प्रदान होता है.
ऊपर दिखाए गए Email Address में gmail.com एक Domain Name है. जिसमें एक Top Level Domain भी जुडा हुआ है. यहाँ .com एक Top Level Domain है.
हमारे बताए गए Email Address में gmail Service Provider है. और .com Service Provider के प्रकार को दर्शाता है. जैसे, यहाँ gmail एक Commercial सेवा प्रदाता है.
इसे AT बोला जाता है. इसे Email Address में Username और Domain Name को अलग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह Email ID का उपयोगी हिस्सा होता है.
ईमेल का लाभ सभी प्रकार के लोगों को होता है. और आप इसका किस प्रकार इस्तेमाल करते है. यह बात आपके ऊपर निर्भर करती है. यहाँ हम कुछ सामान्य फायदों के बारे में बता रहे है.
ईमेल का सबसे पहला काम है संप्रेषण यानि कम्युनिकेशन. और इसे एक-दूसरे से संपर्क करने के लिए ही विकसित किया गया है.
तो पहला फायदा यही है हम इंटरनेट के द्वारा हमसे दूर रहने वाले लोगों से भी बातचीत कर सकते है. और उनका हाल-चाल पूछ सकते है. तथा अपना बता सकते है.
चिट्ठी भेजने और उसका जवाब मिलने तक महिनों लग जाते थे. जिसमें अब तो काफि सुधार हुआ है. मगर, ईमेल के द्वारा आप तुरंत अपना संदेश भेज सकते है और कुछ ही देर में जवाब भी प्राप्त कर सकते है.
अब, आपको पुनित से बात करने के लिए उसके पास जाने की कोई जरुरत नही हैं. आप ईमेल के द्वारा ही अपनी बात उसके पास पहुँचा सकते है. और उसके विचार ले सकते है.
ईमेल को आप कागज की तरह जला नही सकते है. और ना ही इसके खोने का डर होता हैं. आपके द्वारा भेजे गए प्रत्येक ईमेल की एक कॉपी Mail Server पर सुरक्षित रहती हैं.
इस ईमेल कॉपी को आप कभी भी जब चाहे तब देख सकते हैं. और ईमेल को कागज पर लिखि गई चिट्ठी के बराबर ही मान्यता प्राप्त है.
ईमेल का खर्चा ना के बराबर होता हैं. क्योंकि आपको लिखने के लिए कागज तथा पेन की जरूरत नहीं हैं. और ना ही आप डाकिया का खर्च देने वाले हैं.
ईमेल भेजने और प्राप्त करने के लिए आपके बस इंटरनेट डाटा पैक की जरूरत पडती हैं. अगर आपके डिवाईस (कम्प्युटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन इत्यादि) में एक्टिव डाटा पैक है. तब आप मुफ्त में ईमेल भेज एवं प्राप्त कर सकते है.
अब आपको कागज की चिंता नहीं करनी हैं. लिखिए, काटिए, लिखिए, काटिए, फिर लिखिए और फिर काटिए…
जब तक चाहे तब तक आप एक ईमेल को लिख व मिटा सकते हैं. और समय की भी कोई पाबंदी आपके ऊपर नही होती है.
इसलिए इतमीनान से अपना संदेश लिख सकते है. और एक-एक शब्द का चुनाव अपनी पसंद से कर सकते है.
आप ईमेल के द्वारा केवल शब्दों में ही अपनी बात कहने के लिए सीमित नहीं है. अपनी फोटों, साथ बिताएं पलों की स्मृतियाँ, विडियों, या फिर अपके द्वारा गाया हुआ गाना भी ईमेल के साथ भेज सकते है.
ईमेल के द्वारा आप विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों को Email Attachments के रूप में भेज सकते है. और अपनी जरूरत के अनुसार मंगा भी सकते है.
ईमेल एक सुरक्षित और विश्वसनीय साधन हैं. यह आपके संदेश को हर हालात में पहुँचाने की कोशिश करता हैं और आप 99.99% तक भरोसा रख सकते है.
आपकी ईमेल चिट्ठी रास्ते में गायब नही होगी और ना ही कबुतर को पकडने का डर हैं. साथ ही कोई तीसरा व्यक्ति भी आपके ईमेल को पढ नही सकता है.
ईमेल के लिए हमें कई प्रकार के साधनों की जरूरत पडती हैं. और यह चिट्ठी के जितना आसान नही है. इसलिए हर कोई ईमेल का उपयोग नही कर सकता है. नीचे ईमेल की कुछ सीमाओं के बारे में बताया जा रहा है.
यदि आप ईमेल का उपयोग करना चाहते है तो आपको पहले इसके बारे में सीखना पडता हैं. तभी आप ईमेल भेज तथा प्राप्त कर सकते हैं.
इसलिए, ईमेल भेजने के लिए आपके पास बेसिक कम्प्युटर, इंटरनेट तथा ईमेल प्रदाता आदि के बारे में शुरुआती जानकारी होना जरूरी है.
ईमेल भेजने तथा प्राप्त करने के लिए आपके पास इंटरनेट कनेक्शन या फिर मोबाइल फोन में डाटा पैक होना चाहिए. तभी आप ईमेल का उपयोग कर सकते है.
आप ईमेल के द्वारा फाइल तो शेयर कर सकते है. मगर आप एक निश्चित आकार की फाइल ही मेल के द्वारा भेज सकते है. यदि आपके पास उपलब्ध डाटा तय सीमा से ज्यादा बडा है तब ईमेल आपके कोई काम का नही है. इसके लिए आपको दूसरा साधन ढूँढना ही पडेगा.
ईमेल का सबसे बडा नुकसान इसे ही समझा जाता हैं. एक बार आपकी Email ID लोगों को पता चलने के बाद नए-नए लोगों से ईमेल आने लगते हैं. और सोचने वाली बात यह है कि आप इन्हे जानते भी नही है. इन अनजाने और अनचाहे ईमेलों को तकनीक की भाषा में SPAM कहा जाता हैं.