सभी प्रकार के कम्प्युटर एक खास कार्यप्रणाली से अपना काम पूरा करते हैं और इनका कार्य करने का तरीका सभी कम्प्युटरों में एक समान ही रहता हैं. कम्प्युटर किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए तीन आधारभूत कार्य करता हैं.
Input
Process
Output
नीचे कम्प्युटर की कार्यप्रणाली का एक Flow Chart दिया गया हैं. जिसे समझकर आप एक कम्प्युटर की Basic Functionality को समझ सकते हैं.
Computer कोई भी कार्य अपने आप नही कर सकता हैं. वह पहले User से Input लेता हैं. उसके बाद Input के आधार पर अगला कदम बढाता हैं. अब सोच रहे होंगे कि Input क्या होता हैं?
Input, किसी कार्य से संबंधित निर्देश या डाटा होता हैं. जिसे Input Devices जैसे Keyboard, Mouse, Scanner, Light Pen आदि द्वारा Input किया जाता हैं.
Input लेने के बाद कम्प्युटर Input Data को Computer Memory में Store करता हैं. इसके बाद User द्वारा दिए निर्देशों का पालन करता हैं. इस कार्य को कम्प्युटर बहुत तेज गती से करता हैं.
Processing के दौरान कम्प्युटर Input Data की जाँच करता हैं, दिए गए निर्देशों का पालन करता हैं और उसे सूचना में परिवर्तित करता हैं. जिसे परिणाम कहा जाता हैं.
Data को Process करने के बाद Computer Result देता हैं. इस परिणाम को ही Output कहा जाता हैं. Computer Results को दिखाने के लिए Output Devices का सहारा लेता हैं.
Output Devices में सबसे प्रमुख Monitor या Display होती हैं. जिसके ऊपर Output Show होता हैं. इनके अलावा Printers, Speaker भी अन्य प्रमुख Output Devices हैं.
Keyboard एक इनपुट डिवाइस हैं, जिसकी सहायता से हम कम्प्युटर को निर्देश और डाटा देते हैं. की-बोर्ड का उपयोग मुख्य रूप से Text लिखने के लिए किया जाता हैं. मगर,कुछ Special Functions और Commands भी की-बोर्ड द्वारा दी जाती हैं.
Keyboard की बनावट एक Typewriter की तरह होती हैं. जिसमे 100 से भी अधिक Keys होती हैं. Keyboard Keys को Function Keys, Typing Keys, Control Keys, Navigation Keys और Numeric Keys में बांटा जाता है.
Mouse एक खास मगर आम इनपुट डिवाइस हैं. जिसे Pointing Device भी कहा जाता हैं. माउस का उपयोग मुख्यत: Computer Screen पर Items को चुनने, सरकाने, उनकी तरफ जाने, उन्हे खोलने और बंद करने के लिए किया जाता हैं.
कम्प्युटर माउस भी आमतौर पर वास्तविक माउस की तरह ही नजर आता हैं. यह छोटा और आयताकार होता है, जो एक केबल के द्वारा कम्प्युटर से जुडा रहता हैं. लेकिन, आजकल तो Wireless Mouses भी बाजार में आ गए हैं.
Touch Screen भी एक इनपुट डिवाइस होता हैं. क्या आप जानते थे? यह की-बोर्ड और माउस दोनों का कार्य अकेली कर देती हैं. यह उंगली या Stylus से Touch करने पर Event Register करती हैं और उसे Processing के लिए कम्प्युटर को भेजती हैं. Touch Screen पर Navigation के लिए Icons और Text का सहारा लिया जाता हैं.
Joy Stick भी कुछ-कुछ माउस की तरह का इनपुट डिवाइस होता हैं. जिसका उपयोग Cursor या Pointer को नियत्रिंत करने के लिए किया जाता हैं. इसका उपयोग Computer Games और Graphic Designing में अधिक किया जाता हैं.
Joy Stick की बनावट Gear की जैसी होती हैं. जिसमें एक गोल या वर्गाकार Base होता हैं जिसमें Lever या छ्डी लगी रहती हैं. इस छडी को हिलाकर Cursor/Pointer को नियत्रिंत किया जाता हैं. आजकल Joy Sticks में बटन भी आते हैं जिन्हे Triggers कहा जाता हैं.
Light Pen एक Pointing Input Device है. जिसका इस्तेमाल Text को Select करने, Picture Draw करने के लिए किया जाता हैं. इसकी बनावट एक Ball Pen के जैसी होती हैं. Light Pen को Touch Screen का जन्म दाता भी माना जाता है.
Track Ball एक इनपुट डिवाइस हैं जिसका इस्तेमाल Pointer को नियत्रिंत करने के लिए किया जाता हैं. इसके Base में एक आधी धंसी हुई Ball होती हैं. जिसे हिलाने पर Pointer हलचल करता हैं. Track Ball में भी बटन होते हैं जो माउस बतन की तरह क्लिक का काम करते हैं.
Scanner एक Photocopy मशीन की तरह होती हैं और काम करती हैं. मगर इसका परिणाम विपरित होता हैं. Scanner की मदद से हम Hard Copy यानि कागज पर उपलब्ध डाटा को कम्प्युटर में पहुँचाते हैं. जिसे Use करने से पहले Edit भी कर सकते है और Print भी ले सकते हैं.
Webcam जिसका पूरा नाम Web Camera होता हैं. एक छोटा Digital Camera होता हैं. जो सीधे कम्प्युटर से जुडा रहता हैं. जो सॉफ्टवेयर की मदद से Control किया जाता हैं. इसका उपयोग Video Calling करने, Video Record करने, तस्वीर खींचने के लिए किया जाता हैं.
आजकल Laptop में तो Webcam Built In होता हैं. मगर कम्प्युटर के लिए इसे अलग से खरीदना पडता है. और Smart Phones में इसे Front Facing Camera आसान शब्दों में कहें तो Selfie Camera के नाम से जाना जाता हैं.
Digital Camera का उपयोग तस्वीरों और विडियों को कम्प्युटर में पहुँचाने के लिए किया जाता हैं. फिर इन तस्वीरों और विडियों को Graphic Editor द्वारा Manipulate किया जाता हैं. और फिर User इन्हे Print कर सकता है.
Microphone का इस्तेमाल Sound Input देने के लिए किया जाता हैं. इसकी सयायता Voice Chat, Calling करते समय आवाज पहुँचाई जा सकती हैं. और Presentations, Videos के लिए Sound Record की जा सकती हैं.
Graphic Tablet को Digitizer भी कहा जाता हैं. जिसका उपयोग Computer Screen पर लिखने के लिए किया जाता हैं. यह इनपुट उपकरण Graphics और Pictorial Data को Binary Input में बदलता हैं. E-learning में इसका बहुत इस्तेमाल होता हैं.
MICR का पूरा नाम Magnet Ink Character Reader होता हैं. MICR का सबसे ज्यादा इस्तेमाल Financial Sector में किया जाता हैं. इस उपकरण की मदद से ये बैंकिग संस्थाएं Checques Processing के लिए करती हैं.
Checque पर Bank Code और Cheque Number एक विशेष स्याही से छपा रहता हैं. जिसमे मशीन के पढने योग्य Magnetic Partical मिले रहते हैं. ये मशीन Checques पर मुद्रित डाटा को पढती हैं और उसे कम्प्युटर में भेज देती हैं. यह कार्य बहुत तेजी से किया जाता हैं.
OCR का पूरा नाम Optical Character Reader होता हैं. इसका उपयोग मुद्रित (Printed), टंकित (Typed) और हस्तलिखित (Hand Written) Text को Machine-Encoded Text में बदलने के लिए किया जाता हैं. Data Entry जैसे कामों के लिए OCR सबसे ज्यादा कारगार मशीन हैं.
Bar Code Reader का इस्तेमाल वस्तुओं पर मुद्रित Bar Coded Data को पढने के लिए किया जाता हैं. इसकी सहायता से वस्तुओं की गिनती, छंटनी आसानी से हो जाती हैं. यह एक Scanner की तरह कार्य करता हैं. जो डाटा को पढता हैं और उसे कम्प्युटर में भेज देता हैं.
OMR का पूरा नाम Optical Mark Reader होता हैं. जो पेन या पेंसिल के Marks को Scan करता हैं. इसका उपयोग Answer Sheets को Check करने के लिए किया जाता हैं. जिन्हे OMR Sheet कहा जाता है. इसके द्वारा बहुचयनात्मक प्रशनों को जांचा जाता हैं.
Monitor जिसे, VDT – Video Display Terminal और VDU – Video Display Unit, भी कहते हैं. कम्प्युटर का मुख्य Output Device है. जिसका इस्तेमाल Computer Output Display करने के लिए करता हैं. ये आउटपुट Video, Text, Images कुछ भी होत सकता है.
Monitor किसी आउटपुट को दिखाने के लिए Pixels का इस्तेमाल करता हैं. जितने ज्यादा Pixels होंगे Object भी उतना ही साफ होगा. Pixels को आप एक Dot मान सकते हैं.
Monitor की बनावट आपकी TV के जैसी होती हैं. जिसमें Screen, Button, Power Supply, Case आदि चीजें होती हैं. इन मॉनिटर को इनकी Manufacturing Technology के आधार पर दो वर्गों में बांटा जाता हैं.
CRT Monitor
FPD Monitor
CRT का पूरा नाम Cathode-Ray Tube होता हैं. CRT एक Electron Beam होती हैं. जो स्क्रीन पर घूमती हैं. इसे आम भाषा में Pixel कहा जाता हैं. Screen पर जितने ज्यादा CRT होंगे Object उतना ही Quality का दिखाई देता हैं.
एक CRT Monitor आपकी पूरानी TV के जैसा होता हैं. जो बहुत वजनी भी होता हैं. और बिजली भी अधिक खपत करता हैं. ये मॉनिटर अधिकतर तीसरी और चौथी पीढि के कम्प्युटरों में इस्तेमाल होते थे.
FPD का पूरा नाम Flat-Panel Display होता हैं. जो एक पतली स्क्रीन होती हैं. जिसे आप दीवार पर टांग सकते हैं, हाथ में पहन सकते हैं. यह बहुत हल्कि , छोटी और मजबूत होती हैं. इनका इस्तेमाल आप Calculators, Digital Clocks, Laptop Dispaly, Smartphone Screen आदि में होता हैं.
FPD को आप दीवार पर टंगी TV के समान मान सकते हैं. जिसे आप LCD – Liquid Crystal Device और LED – Light Emitting Diodes के नाम से भी जानते हैं. आजकल कम्प्युटरों में LCD और LED Monitors का ही उपयोग किया जाता हैं.
Speaker एक आउटपुट डिवाइस हैं जिसका इस्तेमाल कम्प्युटर Sound Output देने के लिए करता हैं. आप जो गाने सुनते हैं. फिल्मों के डायलॉग सुनते हैं. वह सब Speaker के द्वारा ही सुनाई पडता हैं. कम्प्युटर Sound Results को Speaker के माध्यम से ही बताता हैं.
Printer एक अन्य महत्वपूर्ण आउटपुट डिवाइस हैं. जिसका उपयोग Computer में Stored Digital Data को कागज पर मुद्रित किया जाता हैं. जब डाटा कागज पर छ्प जाता हैं तो इसे Hard Copy कहते हैं. और कम्प्युटर में रहने पर इसे Soft Copy कहा जाता हैं.
हम कम्प्युटर में उपलब्ध डाटा को कई प्रकार और Quality में छाप सकते हैं. इसके लिए हमे अलग-अलग प्रकार के Printers की जरूरत पडती हैं. जिनके नाम नीचे दिये जा रहे हैं.
Dot Matrix Printer
Drum Printer
Line Printer
Laser Printer
Inkjet Printer
3D Printer
Projector एक आउटपुट डिवाइस हैं जिसका उपयोग Computer Images, Videos, Texts या अन्य Items को दीवार या फिर किसी दूसरी समतल स्थल पर दिखाने के लिए करता हैं. यह इस काम के लिए एक रोशनी दीवार पर भेजता हैं जिसे Project करना कहते हैं. इसलिए इस डिवाइस को Projector कहा जाता हैं.
Projector एक मॉनिटर का कार्य ही करता हैं जो आउटपुट को किसी दुसरी चीज पर दिखाता हैं. Business Meetings, Class Room Teaching, Public Shows, Theaters आदि में इसका उपयोग बहुत किया जाता हैं. Projector का आउटपुट वास्तविक Size से बडा, समतल और ज्यादा रंगीन होता होता है.
Headphone भी Sound Output के लिए इस्तेमाल किया जा सकता हैं. लेकिन इसके द्वारा आप Sound Input भी कम्प्युटर को दे सकते हैं. इसके द्वारा आप अपनी खुद की आवाज Record कर सकते हैं. इसलिए इसे Input Device भी कहा जाता हैं.
यदि आप Computer से थोडा भी परिचित है तो आप जानते होंगे कि कम्प्यूटर कोई अकेला Part या Device नही है. बल्कि, कम्प्यूटर वह सिस्टटम है, जिसमें विभिन्न उपकरण (Parts) सामुहिक रूप से साथ मिलकर कार्य करते है.
Computer के वे Parts, जिन्हें देख तथा छू सकते है, Hardware कहलाते है. और दूसरी तरफ Computer के वे पार्ट्स, जिन्हें देख तथा छू नही सकते है और ये वे निर्देश या प्रोग्राम होते है जो हार्डवेयर को बताते है कि क्या करना है, वे Software कहलाते है.
इस लेख में हम कम्प्यूटर के Main Parts को जानेगें. जिन्हे एक डेस्कटॉप कम्प्यूटर में होना ही चाहिए. कम्प्यूटर इन्ही मुख्य उपकरणों से मिलकर बनता है. Computer Parts को कई श्रेणीयों में बाँटा गया है.
Computer Case
Input Devices
Output Devices
Storage Devices
Computer Parts मे Computer Case का अपना स्थान है. यह एक प्रकार का कंटेनर होता है, जिसमें कम्प्यूटर के अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे होते है, जो कम्प्यूटर को बनाते है.
सभी कम्प्यूटरों में System Unit होता है. इसका आकर एक छोटे बक्से के समान होता है. इसमें मुख्यत: निम्न इलेक्ट्रोनिक उपकरण लगे होते है.
Motherboard
CPU
Memory
Power Supply Unit
Computer Parts के जिन उपकरणों की मदद से हम कम्प्युटर को निर्देश या आँकडे पहुँचाते है, वे उपकरण Input Devices है. ये कई प्रकार के होते है.
Mouse
Keyboard
Scanner
Joy Stick
Touch Screen
Webcam
Digital Camera
Input Devices की मदद से कम्प्यूटर को जो निर्देश या आँकडे पहुँचाए जाते है, कम्प्यूटर उन निर्देशों पर प्रोसेसिंग कर उपयोगकर्ता द्वारा वांछित परिणाम देता है.
यह परिणाम Computer Parts के जिन उपकरणों द्वारा उपयोगकर्ता द्वारा देखा, सुना या पढ़ा जाता है. वे उपकरण Output Devices है. ये कई प्रकार के होते है.
Monitor
Speaker
Printer
Computer Parts में Storage Devices को आम भाषा में Memory के नाम से जाना जाता है. Computer Parts के ये उपकरण हमारे निर्देशों, आँकडों तथा सूचनाओ को लम्बे समय तक स्टोर करने का कार्य करते है. Storage Device के मुख्यत: निम्न प्रकार है.
Hard Disk Drive
Floppy Disk Drive
CD or DVD Drive