CPU कम्प्यूटर का महत्वपूर्ण भाग है जिसे प्रोसेसर, माइक्रोप्रोसेसर और केवल सीपीयू भी कहते है. सीपीयू कम्प्यूटर से जुड़े सभी हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, यूजर्स तथा इनपुट डिवाइसों से प्राप्त डेटा एवं निर्देशों को संभालता है, और उसे प्रोसेस करके परिणाम देता है. ऑपरेटिंग सिस्टम एवं अन्य प्रोग्रामों का संचालन भी करता है. यह कम्प्यूटर का दिमाग है.
यह कम्प्यूटर पार्ट्स मदरबोर्ड में लगा रहता है जिसे सीपीयू फैन के नीचे देखा जा सकता है. इसके अन्य पार्ट्स जैसे ALU, Cache Memory, Registers तथा FPU भी इसी के अंदर होती है.
आमतौर पर जानकारी के अभाव में, खासकर नए कम्प्यूटर यूजर्स सीपीयू को ही कम्प्यूटर समझने लगते है. मगर, ये गलत है. सीपीयू तो कम्प्यूटर के एक छोटा-सा जरूरी पार्ट्स होता है.
CPU अपना कार्य तीन सहायक उपकरणों की सहायता से पूरा करता हैं. जिनके नाम नीचे दिये जा रहे हैं.
Memory
Control Unit
ALU
मेमोरी को आप कम्प्यूटर का गोदाम या भंडार ग्रह भी समझ सकते हैं. इसमे Data को Store किया जाता हैं. CPU प्राप्त निर्देशों और डाटा को पहले अपनी स्मृति में भंडारित करता हैं और फिर दुबारा Data को Process करने के बाद भी उसे मेमोरी में ही स्टोर करता हैं. जिसे यूजर कभी इस्तेमाल कर सकता हैं.
इस कार्य के लिए कम्प्यूटर अलग-अलग मेमोरी काम मे लेता हैं. जिस मेमोरी में Unprocessed Data (Input) रखा जाता हैं, उसे प्राथमिक मेमोरी (RAM) कहा जाता हैं. और जिस मेमोरी में Processed Data (Output) भेजा जाता हैं उसे द्वितीयक मेमोरी (ROM) कहा जाता हैं.
कंट्रोल यूनिट (Control Unit) जिसे CU भी बोलते हैं कम्प्यूटर का मैनेजर होता हैं. जो सभी Operations को नियत्रिंत करता हैं.
Control Unit मेमोरी, लॉजिकल युनिट, इनपुट & आउटपुट डिवाइसों को बताता हैं कि किसी प्रोग्राम से प्राप्त निर्देशों का किस प्रकार पालन करना हैं.
यह मेमोरी से निर्देश प्राप्त करती हैं और उसे Decode करके Central Processor को भेज देती हैं. फिर उस Particular Event को Process किया जाता है. और यह प्रकिर्या चलती ही रहती हैं.
इस प्रोसेसर पार्ट यानि ALU का पूरा नाम Arithmetic Logical Unit हैं. यह यूनिट सिर्फ दो कार्य करती हैं. पहला डाटा पर गणितिय क्रिया करना. और दूसरा, परिणाम देना. ALU, CPU की सबसे Complex और Important Part इकाई होती हैं.
Arithmetic Logical Unit गणितीय क्रियाओं में जोड, घटाव, गुणा, भाग आदि करता हैं. और निर्णय देने के लिए डाटा का मिलान, तुलना करना, छांटना आदि कार्य करता हैं. फिर किसी निर्णय पर पहुँचता हैं. जिसे Output कहा जाता हैं. एक काम पूरा होने के बाद पुन: दूसरा काम करने के लिए यह प्रक्रिया दोहराई जाती हैं.
प्रत्येक सीपीयू कम से कम एक प्रोसेसर से बनता है जो सभी प्रोसेसिंग करता है. बहुत दिनों तक सीपीयू को सिंगल प्रोसेसर से ही काम चलाना पड़ा है.
इस प्रोसेसर को ही प्रोसेसिंग कोर कहते है.
समय के साथ एडवांस टेक्नोलॉजी ने एक सीपीयू को मल्टीकोर (प्रोसेसर) का इस्तेमाल करने लायक बनाया.
आज, एक अकेला सीपीयू एक से ज्यादा प्रोसेसर्स से युक्त हो सकता है. इन प्रोसेसर की संख्याओं के आधार पर ही सीपीयू का नामकरण किया जाने लगा है.
Dual-Core – जिस सीपीयू में दो प्रोसेसर होते है और उसे ड्यूल-कोर्स प्रोसेसर कहते है. आपने कम्प्यूटर स्टोर में सेलर को कहते सुना होगा कि यह ड्यूल-कोर प्रोसेसर है. तब वह इसी की बात कर रहा होता है. Intel Pentium Dual Core Processors इसी श्रेणी के प्रोसेसर है.
Quad-Core – वह सीपीयू जो चार प्रोसेसरों से मिलकर बना होता है उसे क्वाड-कोर प्रोसेसर कहते है. Intel i5 Processors क्वाड-कोर प्रोसेसर में गिने जाते है.
Hexa-Core – अब तो आपको भी अंदाजा लग गया होगा कि हम कितने प्रोसेसर बताने वाले है. आपने सही पकड़ा है छह. जिस सीपीयू में छह प्रोसेसर होते है उसे हेक्सा-कोर प्रोसेसर कहते है. Intel i5 के कुछ प्रोसेसर तथा Intel i7 Processors इस श्रेणी के प्रोसेसर्स है.
Octa-Core – सीपीयू में आठ प्रोसेसर होना उसे ओक्टा-कोर प्रोसेसर बनाता है. Intel i7 Processors श्रंख्ला के 9th Generation के बाद के प्रोसेसर इस श्रेणी में गिने जाते है.
एक बात ध्यान रखें
अक्सर लोग सीपीयू तथा प्रोसेसर को एक ही मान लेते है जो गलत है. असल में सीपीयू के भीतर प्रोसेसर मौजूद होता है जो प्रोसेसिंग युनिट कहलाती है. इसे ही कोर भी कहते है. एक सीपीयू के अंदर मल्टीकोर स्थित हो सकते है.