इंटरनेट एक ऐसी तकनीक है जिससे दो या दो से अधिक कंप्यूटरों, सर्वरों और डाटा सेंटरों काे आपस में जोडा जाता है, उदाहरण के लिये आप जो फेसबुक चलाते हैं और उस पर जो फोटो अौर वीडियो अपलोड करते हैं वह अमेरिका के सिलिकन वैली स्थित फेसबुक के मुख्यालय के डाटा सेंटर में स्टोर होते हैं और वह इंटरनेट ही है, जिसकी वजह से आप उस डाटा को यूज कर पाते हैं।
आज हर जगह इंटरनेट का प्रयोग हो रहा है, पिछले कुछ वर्षो में लोग इससे इस तरह जुड गये हैं कि आने वाले समय में आप बिना इंटरनेट के किसी भी तकनीक की कल्पना नहीं कर सकते हैं, आज कोई भी क्षेञ इंटरनेट से अछूता नहीं है, आज भारत में इंटरनेट की वजह से ई-गवर्नेस का लाभ गांवों एवं पंचायतों को मिल रहा है। ऐसे ही अनेकों लाभ लोग इंटरनेट से ले रहे हैं।
आज आप मिनटों में इंटरनेट पर गूगल की सहायता से कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, अगर आप काम्पटेटिप एक्जाम की तैयारी कर रहे हैं इससे पढाई करने वाले बच्चों को बहुत मदद मिलती है। आप घर बैठे यू्ट्यूब पर वीडियो देखकर कुछ भी बनाना सीख सकते हैं। कभीं घूमने जाने से पहले आप वहॉ के बारे में सभी जानकारी गूगल मैप देख सकते हैं साथ ही वहॉ के मौसम के बारें में और वहॉ के घूमने लायक जगहों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। घर बैठे ई-कॉमर्स के माध्यम से आप शॉपिंग, नेटबैंकिग या व्यापार कर सकते हैं। महिलायें घर बैठे ही रेसिपी, होम मेकर टिप्स सीख सकती हैं। अगर आप बोर हो रहे हो तो इसकी सहायता से आप गाना, फिल्म, गेम्स डाउनलोड कर सकते हैं।
इंटरनेट दुनिया में इसका दुरूपयोग भी किया जा रहा है, कुछ लोग इंटरनेट पर सोशल नेटवर्किंग साइटों के आदि हो जाते हैं अौर रात-रात भी जागकर चैटिंग इत्यादी कर करते रहते हैं, इससे स्वास्थ्य पर विपरीत असर पढता है। असुरक्षित रूप से इंटरनेट का इस्तेमाल करने से आपके कंप्यूटर में वायरस आ सकता है और अापके कीमती कंप्यूटर को नुकसान पहुॅचा सकता है। ऑनलाइन बैंकिग, सोशल नेटवर्किंग साइटों पर आपकी पर्सनल इनफार्मेशन जैसे- नाम, पता, फोटो अौर मोबाइल नंबर होते हैं, आपकी छोटी सी लापरवाही से हैकर्स इस जानकारी को चुराकर आपको आर्थिक और मानसिक क्षति पहुॅचा सकते हैं।
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वेब ब्राउज़र एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो आपको इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री जैसे ब्लॉग बेवसाइट पर उपलब्ध लेख, इमेज, वीडियो और ऑडियो और गेम्स आदि को देखने और प्रयोग करने में अापकी सहायता करता है।
टिम बर्नर ली ने सन 1991 में पहला वेब ब्राउज़र बनाया था, जिसका नाम उन्होंने वर्ल्ड वाइड वेब रखा था। आजकल आप किसी भ्ाी साइट का नाम टाइप करने से पहले जो WWW लगाते हैं यह वही वर्ल्ड वाइड वेब की श्ाार्टफार्म है।
मिलिये दुनिया भर में प्रयोग किये जाने वाले वेब ब्राउज़र से। इन सभी ब्राउज़र की अलग अलग खूबियॉ हैं, जिसके आधार पर यूजर इनको पसन्द करते हैं -
यह Google के प्लेटफार्म पर बनाया गया इंटनरेट ब्राउजर है, इसका अपना अलग लुक है, यह तेज गति से काम करता है, इसमें कई सारे प्लगइन प्रीलोडेड होते हैं। इसे सितम्बर, 2008 में लांच किया गया था। बाद में इसका मोबाइल वर्जन भी लांच किया गया।
यह लगभग 10 वर्ष पुराना लोकप्रिय इंटरनेट ब्राउजर है, इसको वर्ष 2002 में Mozilla Corporation ने लांच किया था, Mozilla Firefox एक तेज गति का ब्राउजर है, सभी प्रकार के फांन्ट को सपोर्ट करता है, कुछ दिन पहले इसका हिन्दी वर्जन भी लांच किया गया था।
यह ब्राउजर Microsoft Corporation ने अगस्त, 1995 में विण्डोज 95 के साथ लांच किया था, इसने उपभोक्ताओं का इंटनेट का प्रथम बार अनुभव कराया आज के दौर में भी ज्यादातर यूजर इंटरनेट से मतलब Internet Explorer से ही है।
2003 में Apple कम्पनी ने Safari को खास अपने ऑपरेटिंग सिस्टम मैक के लिये तैयार किया था प्रारम्भ यह सिर्फ उन्हीं के कम्प्यूटरों का सपोर्ट करता था, लेकिन बाद में इसका विण्डोज वर्जन भी लांच किया गया।
Opera Software ASA ने वर्ष 1994 में एक बहुत तेज गति वाला ब्राउज़र लांच किया जिसकी गति को आज तक कोई मात नहीं दे पाया है यह आज भी सर्वाधिक गति वाला ब्राउज़र है।
पहला भारतीय ब्राउजर यह 12 भारतीय भाषओं को समर्थन देता है, इसके अलावा इनमें कई ऐसे फीचर एड किये गये है, जो आपको पसन्द आयेगें इसे Hidden Reflex ने जो एक भारतीय इंजिनियर है (श्री आलोक भारद्वाज) द्वारा स्थापित किया गया है ने 2010 में लांच किया था। इसे मोजिला के प्लेटफार्म पर बनाया गया है,
What is socail networking site
अगर आज आपको अपने किसी दोस्त को जन्मदिन की बधाई देने हो तो आप कहाँ जाएंगे यह सीधी सी बात है आप उसको फेसबुक पर या ट्विटर पर या व्हाट्सएप के जरिए बधाई संदेश देंगे और ऐसा करने वाले आप अकेले नहीँ हैँ आपके और भी कई दोस्त इसी तरह से अपने दोस्तो को मिलते हैँ और अपने मैसेज इस के जरिए आपस मेँ बात करते यही है सोशल नेटवर्किंग जिसमेँ आप बिना अपने दोस्त के घर जाए और बिना मिले अपने बधाई संदेश और अन्य बातें श्ोयर कर सकते हैं, जहॉ अाप इंटरनेट के माध्यम से ही एक दूसरे के सम्पर्क में रहते हैं। अपने या अपनी पंसद के फोटो अपलोड कर उन्हें दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं।
आज के दौर में सोशल नेटवर्किंग हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है, ज्यादातर लोग तो इसके अादि हो चुके हैं। अगर आपको कोई बात पब्लिक के बीच अासानी से पहुॅचानी है तो बस उसे किसी सोशल नेटवर्किंग साइट पर शेयर कर दीजिये। जहॉ सोशल नेटवर्किंग साइट अपने दोस्तों से मिलने का एक बहुत अच्छा साधन है वहीं दूसरी ओर यहॉ आप गंम्भीर मुद़दो पर चर्चा भी कर सकते हैं और लोगों की राय भी ले सकते हैं। आजकल तो बडे-बडे आन्दोलन भी सोशल नेटवर्किंग साइट से ही श्ाुरू होते हैं।
साथ ही आप बिजनेस प्रमोशन के लिए भी सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने प्रोडक्ट की जानकारियों को बडी अासानी से अपने ग्राहकों तक पहुॅचा सकते हैं और उनकी राय भी जान सकते हैं। भारत में भी सोशल नेटवर्किंग साइट का क्रेज तेजी से बढा है।
यहॉ आप अपने रूचि के अनुसार नये ग्रुप बना कर कई ग्रुप के सभी सदस्यों से एक साथ चर्चा कर सकते हैं, ऐसे कई ग्रुप्स में टीचर और स्टूडेंट भी शामिल हैं जो पढाई से सम्बन्धित परेशानियों को ग्रुप में श्ोयर करते हैं और उनका निदान पाते हैं।
वैसे तो इंटरनेट पर सोशल नेटवर्किंग साइट की भरमार है लेकिन भारत में कुछ प्रमुख सोशल नेटवर्किंग साइट हैं जिनको लोग ज्यादा यूज करते हैं जिसमें फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, गूगल प्लस, यूट्यूब, लिंकडिन, डिस्कस, स्नैपचैट, पिनट्रेस्ट, इंस्टाग्राम प्रमुख हैं।
what is difrence Between login and sign in
इंटरनेट पर जब कभी भी अाप नया ईमेल आईडी बनाने जाते हैं या पहले से बना ईमेल आईडी खोलने जानते हैं तो ये दो शब्द लॉग इन और साइन अप जरूर आपके सामने आते होगें। बहुत से लाेगों को इन दोनों को समझने में काफी परेशानी होती है, तो आईये जानते हैं कि क्या है लॉग इन और साइन अप -
अगर अापके पास इंटरनेट पर कोई खाता नहीं हैं जैसे जीमेल, फेसबुक आदि और आप नया खाता बनाने वाले फार्म में अपनी जानकारी भरते हैं जिसमें आप अपना नाम, ईमेल पता या फ़ोन नंबर, जन्मदिन और एक पासवर्ड डालते है यानि एक नये खाते के लिये आवेदन करते हैं तो इस प्रक्रिया को साइन अप कहते हैं।
अगर आपका पहले से एक इंटरनेट पर खाता है, तो अपना केवल अपना ईमेल पता या फ़ोन नंबर और पासवर्ड डालकर अपने खाते में प्रवेश करते हैं इस प्रकिया को लॉग इन कहते हैं।
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