वेद, वेदाङ्ग, उपनिषद्, पुराण एवं धर्मशास्त्रादि वैदिक वाङ्गमय दिशा में समाज के कल्याणार्थ श्रेयस्कर मार्ग प्रशस्त करना।
वेद एवं वेदाङ्गादि शास्त्र संरक्षण हेतु विभिन्न संगोष्ठी, शिविर एवं राष्ट्रीय /अन्तर्राष्ट्रीय स्तरीय कार्यशालाओं का आयोजन।
योग एवं आयुर्वेद प्राचीन प्रकल्पों का यथावत् संवर्धन एवं प्रचार-प्रसार ।
गौ सेवा को बढावा देने के लिए विभिन्न प्रकल्प।
धर्मार्थ कार्यों का निर्वहन
दीन-हीन लोगों की यथा संभव आर्थिक सहयोग ।
योग्य शिक्षक एवं विद्यार्थियों को प्रश्रय देकर आगे लाना।
गुरुकुल शिक्षा पद्धति का अधिक मात्रा में प्रचार-प्रसार एवं नये-नये गुरुकुलों की स्थापना।
शास्त्रीय सिद्धान्तों का काशी के उद्भट विद्वानों द्वारा भ्रान्तियों का निर्मूलन।
शिक्षण संस्थानों में भारतीय शिक्षा पद्धति को बढावा देने हेतु कार्य।
गांव में कृषि एवं गौ-रक्षा प्रकल्पों को बढावा देना।
योग एवं अध्यात्म क्षेत्र में अभिव्याप्त भ्रमों का शास्त्रदृष्ट्या निवारण।