न गगनगिरीसम अवतार |
न गगनगिरीसम गुरू: |
न गगनगिरीसम क्षेत्रम् |
न भुतो न भविष्यति |
๑۩۞۩๑|| ॐ चैतन्य गगनगिरी नाथाय नमः ||๑۩۞۩๑