एक बार दुस्तानता के निदान की पुष्टि हो जाने पर, मरीज का उपचार उसके लक्षणों की डिग्री के आधार पर अलग-अलग से किया जायेगा. मामूली लक्षणों के मरीजों को मौखिक दवा लेना होगा या एमएबी चिकित्सा से गुजरना होगा. एमएबी चिकित्सा और मौखिक दवा उपचार दोनों में कई महीने लगेंगे. हालांकि, मुंह बंद करने की मांसपेशियों (मास्सेटर, टेम्पोरलिस, और औसत दर्जे के पक्षाभ मांसपेशियों) के लिए बोटुलिनम चिकित्सा एक बाह्यरोगी के रूप में संभव है. तालु या जीभ की मांसपेशियों में इंजेक्शन से, उपचार के बाद निगलने में कठिनाई हो सकता है, हालांकि हमारे विभाग में ऐसा कोई मरीज नहीं पाया गया है. अच्छा होगा कि आप इस तरह के इंजेक्शन लेने के बाद एक छोटी अवधि के लिए अस्पताल में ही रहें और यह सुरक्षित भी होगा. यदि आप एक संक्षिप्त अवधि के लिए अस्पताल में भर्ती होने के लिए तैयार हैं, तो बोटुलिनम चिकित्सा और सर्जरी संभव है. बोटुलिनम चिकित्सा में 3 से 5 दिन लगते हैं. सर्जरी जैसे कि कोरोनॉइडोटोमी के इलाज में अस्पताल में दो सप्ताह रहने की आवश्यकता है. मौखिक उपचार और सर्जरी जापानी राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा प्रणाली के द्वारा कवर हैं, लेकिन बोटुलिनम चिकित्सा को बीमा द्वारा कवर नहीं किया जा सकता है.
हाल ही में, चिकित्सा पर्यटन, मरीजों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों या देशों की यात्रा करके चिकित्सा सेवाओं को प्राप्त करना, अब काफी सामान्य हो गया है. इसलिए, यदि आपको बोटुलिनम चिकित्सा सहित मुंह और/या जबड़े के अनैच्छिक संकुचन के लिए उपचार की आवश्यकता है, तो एक चिकित्सा पर्यटन के रूप में आप हमारे मेडिकल केंद्र पर आयें और यह् एक अच्छा विकल्प हो सकता है. क्योटो में कई आकर्षण हैं जिनमें यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलें (चित्र 11) और मिशेलिन स्टार रेस्तरां भी शामिल हैं. इसके अलावा, इस प्राचीन शहर में, चारों ऋतुओं में काफी कुछ अच्छा देखने को मिलता है, उदाहरण के लिए वसंत में चेरी फूल, शरद ऋतु में सुंदर पत्ते, गिओन फेस्टिवल, जिदाई फेस्टिवल्, और दाइमोनजी. हमारा अस्पताल लगभग एक आलीशान होटल की तरह हैं जो कि विशेष निजी कमरे प्रदान करता है (अस्पताल में भर्ती के लिए मार्गदर्शन्). क्योटो में आये आगंतुकों के लिए मौखिक और मैक्सिलोफैशियल दुस्तानता का उपचार किया जा सकता है. हम दुनिया भर से आये हुए दुस्तानता के मरीजों का स्वागत करते हैं.
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चित्र 11. क्योटो में सांस्कृतिक आकर्षण के कुछ स्थान. स्वर्ण मंडप का मंदिर (a), कियोमिजु मन्दिर (b), फुशिमी इनारी मन्दिर (c)