1 से 5 साल तक के विभिन्न कार्यकाल हैं।
आप ब्याज आवृत्ति चुन सकते हैं, यदि आप एक नियमित इनकम करना चाहते हैं तो, संचयी (cumulative) चुन सकते हैं।
संचयी (Cumulative) फिक्स्ड डिपॉज़िट पर ब्याज दरें अधिक होती हैं और ब्याज का भुगतान परिपक्वता के समय किया जाता है। यदि आप अपनी बचत को बढ़ावा देना चाहते हैं और लम्भे समय के लक्ष्य लिए निवेश करना चाहते हैं तो यह सबसे अच्छा उपाय है।
यदि आप अपने फिक्स्ड डिपॉज़िट से नियमित आय कामना चाहते हैं तो, एक Non-Cumulative की फिक्स्ड डिपॉज़िट लें, जहां ब्याज दरें भुगतान की लागत द्धारा निर्धारित की जाती है | एक निश्चित जमा आपको ब्याज की उच्च दरों पर सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न देता है। इस विकल्प में आप मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक रूप से इनकम कर सकते हैं |
न्यूनतम जमा राशि 5000/- रुपये अधिकतम जमा राशि 1000/- के गुणक न्यूनतम का कार्यकाल 12 महीने अधिकतम का कार्यकाल 60 महीने प्रीमियम पेमेंट मोड मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक
सीनियर सिटीजन के लिए फायदेमंद है एफडी, बिना जोखिम मिलता है हाई रिटर्न
फिक्स्ड डिपॉजिट, जिसे एफडी के नाम से भी जाना जाता है, निवेश का एक बेहतरीन माध्यम है, जो आम लोगों के बीच बेहद प्रचलित है। फिक्स्ड डिपॉजिट सेफ इन्वेेस्टमेंट होने के साथ-साथ यह हाई रिटर्न का एक बड़ा साधन है। सीनियर सिटीजन (जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है) के लिए यह सबसे पसंदीदा इंवेस्टमेंट टूल है। आमतौर पर रिटायरमेंट के बाद सीनियर सिटीजन जोखिम वाले निवेश के बजाय सेफ इन्वेेस्टमेंट की ओर रूख करते हैं, ताकि फिक्स्ड व रेग्युलर इनकम के साथ-साथ हाई रिटर्न भी प्राप्त किया जा सके। फिक्स्ड डिपॉजिट में सीनियर सीटीजन को आम नागरिकों की अपेक्षा ज्यादा ब्याज और टैक्स में छूट जैसे अधिक फायदे मिलते हैं। बैंकों में आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट के तहत 7 दिनों से लेकर 10 साल तक की अवधि तक के लिए निवेश की सुविधा मिलती है। वहीं, बैंक सीनियर सिटीजन को इस निवेश पर 50 आधार अंक (Bps) अधिक देते हैं।