हिंदी लोक शब्दकोश परियोजना

Hindi Lok Shabd Kosh Pariyojna

हिंदी की लोकभाषाओं (बोलियों) के कंप्यूटर-आधारित त्रिभाषी शब्दकोशों के निर्माण हेतु समर्पित परियोजना

A Project meant to prepare Computer based Tri-lingual Dictionaries of Hindi Varieties (Dialects)

हिंदी लोक शब्दकोश परियोजना का प्रमुख उद्देश्य है - हिंदी की लोकभाषाओं की विशिष्ट शब्द संपदा का संरक्षण और इनके भावी विकास के लिए आधुनिक सूचना-तकनीकी माध्यमों से डिजिटलीकृत प्रलेखन।


केंद्रीय हिंदी संस्थान हिंदी के भाषिक विकास से जुड़ी विभिन्न शैक्षणिक परियोजनाओं का संचालन कर रहा है। अनुसंधान एवं भाषा-विकास विभाग द्वारा संचालित हिंदी लोक शब्दकोश परियोजना अधुनातन भाषा वैज्ञानिक पद्धति एवं कोश वैज्ञानिक तकनीकों के साथ हिंदी की लोकभाषाओं के संरक्षण एवं सवर्धन के लिए प्रवृत हुई है जिसका दूरगामी भाषिक और अनुसंधानपरक महत्व है। हिंदी लोक शब्दकोश परियोजना का उद्देश्य है - हिंदी की लोकभाषाओं की विशिष्ट शब्द संपदा का संरक्षण और इनके भावी विकास के लिए आधुनिक सूचना-तकनीकी माध्यमों से डिजिटलीकृत प्रलेखन।

हिंदी की लोकभाषाओं के संरक्षण और संवर्धन का इतने व्यापक एवं व्यवस्थित स्तर पर प्रयास पहली बार किया जा रहा है। परियोजना के अंतर्गत निर्मित कोश न केवल स्थानीय विशिष्ट शब्दावली से समृद्ध हैं बल्कि संबंधित लोक भाषाओं की सांस्कृतिक चेतना के विभिन्न पहलुओं को भी उजागर करने वाले हैं। इस परियोजना में हिंदी की 18 प्रमुख मातृभाषाओं (उपभाषाओं और बोलियों) के लोक शब्दकोशों का निर्माण किया जाएगा।

हिंदी लोक शब्दकोश शृंखला का पहला कोश (भोजपुरी-हिंदी-इंग्लिश लोक शब्दकोश) वर्ष 2009 में प्रकाशित हुआ था। इसके उपरांत ब्रजभाषा, राजस्थानी, बुंदेली, अवधी, हरियाणवी, छत्तीसगढ़ी, गढ़वाली कोशों के लिए प्रविष्टि एवं अन्य सामग्री संकलन का कार्य किया गया जो अब क्रमशः संपादन एवं प्रकाशन की प्रक्रिया में जा रहे हैं। इस क्रम में ब्रजभाषा और राजस्थानी के लोक शब्दकोश पुस्तकाकार रूप में अध्येताओं के हाथों में आने जा रहे हैं।

हिंदी लोक शब्दकोश परियोजना के अंतर्गत निर्मित शब्दकोश

परियोजना प्रभारी के रूप में दो लोक शब्दकोश - ब्रजभाषा-हिंदी-अंग्रेज़ी लोक शब्दकोश और राजस्थानी (मारवाड़ी)-हिंदी-अंग्रेज़ी लोक शब्दकोश का कार्य-निष्पादन। इन लोक भाषाओं के मुहावरा एवं लोकोक्ति कोशों का कार्य-निष्पादन। पाँच अन्य लोक भाषाओं (अवधी, बुंदेली, हरियाणवी, गढ़वाली, छत्तीसगढ़ी) के प्रविष्टि संकलन और डाटा अंकन का कार्य-निष्पादन।