रामायण मंचन की निर्देशिका
इस रामायण कथा को नाट्ये के रूप में दर्शाने और कोरिओग्राफ करने का मुख्य श्रेय इंदिरा अलोक जी को जाता है जो की मनोविकास स्कूल फॉर इन्क्लूसन की प्रिंसिपल भी है | इन्होने रामायण में वक्ता की भूमिका भी निभाई है |
मनभावन मित्रमंडली के सभी प्रस्तुति की ये निर्देशिका है और सभी नृत्ये या नाट्ये रूप हो इनको सफल बनाने मे सहयोग है |