हमारे अद्वितीय विचार....
हम आप सभी लोगों के बीच हम एक विचार रखना चाहते है । यह विचार से हम सबो का अपना विकास, समाज और देश का भी विकास जुडा है । जिसके लिए लोग प्रतिदिन प्रयास करते ही रहते है। आज एक बहुत बड़े वर्ग वेतन भोगी है और अगर यह वर्ग उद्यमी बन जाय तो हमारे देश में बेरोजगारी कि समस्या का समाधान संभव है ।
हम यह सोचते रहते है कि कोई अवसर आयेगा
हम कहते है क्यों न अवसर हमारे द्वारा दूसरो को दिया जाय ।
हम यह सोचते है कि शायद हमारा किस्मत यही है।
हम कहते है कि प्रयास करने से ही हमारा किस्मत हमें साथ देगा ।
हमारी एक योजना असफल होती है तो हमें भविष्य में नये निर्णय लेने से घबराते या डरते है।
हम कहते है एक रास्ता बन्द होता है तो हजारो रास्ते खूल जाते है ।
हमेशा से ही हमारा मानना है कि सिर्फ पैसे के लिए काम करने से काम की पवित्रता खत्म हो जाती है और यह प्रक्रिया कभी-कभी इंसान को हैवानियत कि ओर लेकर जाता है । कार्य या विजनेस का लक्ष्य समाज हित से जूडी हूई समस्या का निवारण होना चाहिए या समाज हित एवं देश हित में काम किया जाना चाहिए । हम सफल हो या न हो लेकिन हरेक मनुष्य के जीवन में एक लक्ष्य जरूर होना चाहिए और उसके लिए उद्यम किये जाने चाहिए । जब हम समाज हित एवं देश हित से जूडी किसी कठिनाई का निराकरण करना चाहते हैं तो उसमें बहुत सारे लोगो की चाहत होती है जुडने के लिए और लोग जुड़ते भी हैं। ऐसे लोगों के साथ आने से ही सामाजिक संस्थाएं बनती हैं। प्रारंभ में संस्था का औपचारिक रूप ग्रहण करना जरूरी नहीं है, लेकिन एक साथ कुछ लोगों का काम में लगना जरूरी होता है। आज बहूत सारे लोग यही तय नहीं कर पाते है कि कौन सा काम करें ? किस क्षेत्र में काम करे ? जैसे कई सवाल नये दौर के युवको के द्वारा किये जाते है । भारत जैसे देश में सभी क्षेत्रों में काम करने के आपार संभावनाये है। पर बहुत सारे लोग है जिनके पास अच्छे विचार या योजनाये है और वे इसे शूरूआत करना चाहते है लेकिन शूरूआत करने के लिए उनके पास आवश्यक संसाधन का अभाव होता है।
किसी भी संस्थान के विकास और सफलता के लिए कुछ आवश्कताएं है जिनमें से बेहतर प्रोडक्ट या सेवा (Product /Service) , कुशल टीम/कर्मचारी , बिजनस एसोसिएट और अन्य । अगर सभीआवश्कताएं का ताल मेंल ठीक से बैठ जाय तो उस संस्था का वैश्विक क्षितिज पर विकास बहुत ही तेजी से संभव है। कई लोगो के मन में सपने पलते है व्यापार करने की /कॉर्पोरेट चलाने की और यह होना भी चाहिए :-
लेकिन कुछ निम्नलिखित कारणों की वजह से ही संस्थाएं अपने उदेश्यों में सफल नहीं हो पाते -
सामाजिक मूल्यों पर आधारित बिजनस करने के सोच का अभाव ।
अच्छे, पढे-लिखे, अनुभवी, उद्यमी विचार वाले पार्टनर/ साझेदार / एसोसिएट्स का अभाव ।
संगठन का अभाव ।
कुशल टीम के सदस्य और टीम भावना के साथ काम करने वाले कर्मचारी का अभाव ।
पूंजी कि कमी ।
बडी कंपनीयों के साथ चुनौती ।
विपरित परिस्थितियों में परिवार और समाज का साथ ना मिलना ।
अनुभवी लोगों के द्वारा सही दिशा निर्देश का न मिलना ।
ग्राहकों का नये कम्पनियों पर विश्वास का संकट
एवं अन्य छोटे-छोटे कई कारणों से अधिकांश संस्थाएं शूरूआत के दिनों से ही कई चुनौतियों का सामना करना शूरू कर देता है और इन संस्थाओं के सफल होने के कोई गारंटी नहीं होती या कमजोर स्थिति से चलता रहता है या अधिकांश संस्थाएं दम तोड़ देती है । एक संस्था का असफल होने का असर युवा उद्यमी पर सीधा पड़ता है। इसका समाधान संभव है ।
हमारी इच्छा है कि संस्था ऐसा बने जो सामाजिक मूल्यों पर आधारित हो और जिससे व्यक्तिगत हित और समाज हित दोनो ही लक्ष्यों कि पूर्ति की जा सके । मदर संस्था का मूख्य लक्ष्य ही होगा एक ऐसा प्लेटफॉम विकसित करना जहां उद्यमी व्यक्तिगत हित और समाज हित दोनो ही लक्ष्यों को पूरा कर सकेगे ।
इस व्यवस्था के द्वारा हम सिर्फ एक कुशल टीम ही नहीं बल्कि एक उद्यमी बनने का महौल या सहयोग दिया जाता है ।कम समय में ग्रृप ऑफ कंपनी बनाने में सफल हो पाएंगे । यह संस्था को वैश्विक क्षितिज पर लाना संभव है ।
इस संस्था से कैसे जूड सकते है -
मुख्य संस्था के शेयर होल्डर / शेयर होल्डर और डायरेक्टर / सिर्फ डायरेक्टर /शेयर होल्डर और इंप्लाइ ।
सिस्टर कंसर्न कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, डायरेक्टर और शेयर होल्डर ।
चैनल पार्टनर बिजनस / एसोसिएट बनकर ।
अगर आप पहले से कोई कंपनी चला रहें हो ।
कोर गु्रप ऑफ इंप्लाइ ।
समान्य इंप्लाइ ।
मुख्य संस्था के शेयर होल्डर / शेयर होल्डर और डायरेक्टर / सिर्फ डायरेक्टर /शेयर होल्डर और इंप्लाइ - अगर आप के पास पूँजी तथा व्यवसायिक दृष्टिकोण या समय का अभाव है तो इस स्थिति में हमारे इस संस्था के शेयर धारक बनकर लाभ उठा सकते है। इस कंपनी की शुरूआत कम से कम एक करोड़ शेयर कॅपटल से शुरूआत की जा रही हैै अतः आप हमारे शेयर धारक बने । आप हमारे शेयर धारक एक लाख से उपर के हो सकते है। इसी तरह शेयर होल्डर और डायरेक्टर / सिर्फ डायरेक्टर /शेयर होल्डर और इंप्लाइ भी बन सकते है ।
सिस्टर कंसर्न कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, डायरेक्टर और शेयर होल्डर - यह इस संस्था का सबसे महत्वपूर्ण विन्दू है। इस संस्था से जूड़ने वाले कोई भी लोग इसके लिए मान्य होंगे । ये सारे मेम्बर भविष्य में अपने कोर कंपिटेन्सी के बदौलत सिस्टर कन्सरन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलने के लिए मदर कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को आवेदन करेगी और अगर ऐसा लगता है कि यह प्रपोजल लाभकारी है तो बोर्ड ऑफ डायरेक्टर रेजूलेशन के द्वारा सहमति प्रदान करेगी । वैसे उद्यमी विचार रखने वाले मेंबर इस सिस्टर कन्सरन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी केे मैनेजिग डायरेक्टर होंगे तथा इस कंपनी में इन्हें 49 प्रतिशत शेयर दिये जाएंगे । बाकी 51 प्रतिशत शेयर कोई व्यक्ति विशेष का नहीं होगा बल्कि मदर कंपनी का ही होगी ।
3. बिजनस एसोसिएट बनकर -
किसी भी संस्थान के बिजनेश के विकास के लिए अच्छा प्रोडक्ट या सेवा पहली आवश्कताएं है कर्मचारी उसकी दुसरी आवश्यकता है और बिजनस एसोसिएट उसकी तीसरी आवश्यकता है। अगर ये तीन आवश्कताएं का ताल मेंल अगर बैठ जाय तो उस संस्था का वैश्विक क्षितिज पर विकास बहुत ही तेजी से संभव है।
अगर आप हमारे ग्रुप ऑफ कंपनी के द्वारा चलाये जा रहे किसी भी प्रोजेक्ट के चैनल पाटनर, मास्टर फ्रांचाइजी, अधिकृत प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में भी जुड़ते है। तो आपको हमारी कंपनी की ओर से निर्धारित शेयर भी प्रदान करेगी । वैसे जब आप किसी भी संस्था के बिजनस एसोसिएट बनते है तो वे आपको अपने संस्थान का शेयर नहीं देती है। ऐसी स्थिति में एक बड़ा रिक्स बिजनस एसोसिएट मेम्बर को बना रहता है। हमारी संस्था कि ओर से यह भी एक नई पहल होगी और आप दो तरीको से लाभान्वित हो सकेंगे ।
अगर आप के पास पूँजी तथा व्यवसायिक सोच रखते है तो हमारे इस संस्था से अवश्य जुड़े तथा अपना भविष्य शुरक्षित रखें ।
4. अगर आप कोई कंपनी चला रहें है -
अगर आप कोई कंपनी अभी चला रहे है तो आप अपनी कंपनी को हमारे साथ मर्ज कर दे सकते है। इससे आप हमारे ग्रुप ऑफ कंपनी के विशाल नेटवर्क में सामिल हो जाएंगे । इससे आप कम समय में अपनी कंपनी का विकास कर पायेंगे । जैसे अगर आप एक कंपनी पहले से चला रहे है तो यह संभव है कि यह कंपनी हमारे मदर कंपनी के सिस्टर कंसर्न कंपनी बन सकते है। इसके लिए हमारे निधार्रित नियमानुसार हम जोड़ेगे ।
सभी तरह से जूडने वाले लोगों की पात्रता -
एक सफल उद्यमी बनने का स्वपन हो ।
व्यक्तिगत हित और समाज हित दोनो को प्रमूखता देते हो ।
जिनके पास अपना कोर कंपिटेन्सी हो ।
वैसे अनुभवी लोग जिनका अनुभव कम-से-कम 5 वर्षो का हो ।
जिनके पास समय और स्थान परिवर्तन की बाध्यता न हो ।
जिनके पास पूंजी निवेश की क्षमता हो ।
जो एक मुख्य कम्पनी के सिस्टर कंसर्न कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बनना चाहते हो।
शैक्षणिक योग्यतायें -
ग्रेजूयेट /एम.बी.ए / बी.सी.ए. / इंजिनियरिंग / कॉमर्स ग्रेजूयेट
अब आप यह जानने के इच्छुक होगें कि यह सब कैसे होगा ?
इस लिमिटेड कम्पनी का 51 प्रतिशत शेयर जो संतोष कुमार के नाम होगा उसके लाभांस का उपयोग चैरिटी /समाज हित में / बैक तो सोसाइटी के लिए किया जा जायेगा। यह कंपनी के मेमोरंडम ऑफ आर्टिकल और एसोसिएशन में लिखा होगा और भविष्य में भी इस शेयर का परिवर्तन नहीं किये जा सकेंगे ।
बाकी बचे 49 प्रतिशत शेयर का वैसे उद्यमियों को दिया जाएगा जो व्यक्तिगत हित और समाज हित दोनो तरह के विचारों में आस्था रखते है । साथ ही साथ वैसे उद्दमीयों जो आरंभ से ही संस्था के विकास में महत्वपुर्ण भुमिका निभाएंगे । इसमें प्ररिवर्तन हो सकते है ।
अगर आप हमारे इस सोच से सहमत है तो आप अपने विचार मेंल पर, फोन कर और व्यक्तिगत मिटींग में भाग ले सकते है । यह एक ड्राफ्ट प्रारूप है और इसमें बदलाव संभव है । आप इस मॉडल को अपने बिजनेस में भी उतार सकते है । आप आपने फीड बैक सं अवगत कराये।
आप अपने सुझाव को हमारे ईमेंल-आई डी. infosiets@gmail.com और Whats Apps पर 7549495945 दे सकते है।
Our Mission
To make a difference in everything we do.
Core Values attracting, developing and retaining the best talent for our business, challenging our people, demonstrating a "can-do" attitude and fostering a collaborative and mutually supportive environment.Enabling clients to become high-performance businesses and creating long-term relationships by being responsive and relevant and by consistently delivering value.
Our Beliefs
If you plan for one year- Plant Rice,
If you plan for 10 years – Plant Trees,
If you plan for 100 years – "EDUCATE MANKIND"
In future IT Company will come and will go; but only those Company will survive in Domestic Clients who have a reliable backup of education & training.
Like theory is blind without practical experience, knowledge is worthless without application.
Winners do not follow others footsteps, they create their own.