हिन्दी क्लब
परिचय
IISER में हिन्दी भाषा व साहित्य के प्रेमियों को कभी अकेलापन न महसूस हो, इसे ध्यान में रखते हुए हिन्दी क्लब की स्थापना वर्ष 2014 में IISER के विद्यार्थियों द्वारा की गई। जहां भारत की अनेकों भाषाओं को बोलने वाले विद्यार्थी हैं वहाँ हिन्दी को अपनी पहचान दिलाने और हिन्दी साहित्य को सभी तक पहुँचाने के लिए यह क्लब सदा से कई छोटी-बड़ी गतिविधियां संचालित करता रहा है। भारत की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा हिन्दी के निराले साहित्य-इतिहास और इसकी अनेकों बोलियों के प्रचार-प्रसार के लिए यह क्लब युवाओं को प्रेरणा व मार्गदर्शन प्रदान करता है।
उद्देश्य
हिन्दी क्लब - IISER पुणे, आयसर के विद्यार्थियों का गण है जो हिन्दी भाषा और हिन्दी साहित्य के प्रचार व निर्माण के लिए तत्पर हैं। यह क्लब विद्यार्थियों में हिन्दी के प्रति प्रेम भावना व उत्साह उत्पन्न करने के लिए समर्पित है।
नज़र
नज़रों की बातें
बातें तो नहीं होती
बातें शुरू होती हैं
और खतम भी, नज़र नहीं
नज़र से खिलवाड़ कैसा
जब नज़र खुद खिलवाड़ हैं
एक ऐसी डोर जो जोड़े सभी को
पर किसीको बाँधे ना रखना चाहे
चाय के प्याले को भी
कभी ना कभी खाली तो होना हैं
तुमने और हमने भी आखिर
एक दिन तो मरना हैं
इस नज़र ने जो दी जिंदगी
दो पल की ही सही
शुक्रगुजार, इस ज्योत को
जीतेजी मरने नहीं देना हैं ...
जीतेजी मरने नहीं देना हैं...
रचिता- प्रणव निटूरकर
संपर्क
संयोजक ( Coordinators ) : पार्थिव दिक्षित, रचित प्रथम
अध्यापक संयोजक ( Faculty Coordinator ) : श्री मनीष मिश्रा
E-mail ID : hindi@sac.iiserpune.ac.in
पता : IISER पुणे, डॉ. होमी भाभा रोड, पाषाण पुणे - 411008