कीबोर्ड टाइपराइटर की तरह दिखता है, लेकिन इसमें कुछ अतिरिक्त कुंजी भी होते हैं। कीबोर्ड का प्रयोग कंप्यूटर टेक्स्ट टाइप करने या कमांड देने के लिए किया जाता है। अधिकांश कीबोर्ड में 104 बटन होते है, कुछ में इससे अधिक भी होते है। कीबोर्ड के कुंजी को मुख्य चार भागों में बांटा जाता है।
आंकड़ो, तथ्यों तथा सूचनाओं का ऐसा समूह जिनका कोई अर्थ नहीं होता है उसे Data कहते हैं। सामान्य रूप से देखें तो कैरेक्टर्स का एक ऐसा समूह है जो किसी विशेष उद्देश्य के लिए प्रोसेस किया जाता है। Data को इकठ्ठा करने का मुख्य उद्देश्य एनालिसेस करना होता है। Data के उदाहरण की बात करें तो यह कोई भी कैरेक्टर्स, टेक्स्ट, नंबर्स, पिक्चर्स, साउंड अथवा विडियो हो सकता है।
डाटा एक अव्यवस्थित इनफार्मेशन होती है जिसे कंप्यूटर के द्वारा प्रोसेस किया जाता है यह टेक्स्ट डॉक्यूमेंट के साथ-साथ इमेज, ऑडियो क्लिप्स, सॉफ्टवेर प्रोग्राम या किसी अन्य किसी फाइल के रूप में भी हो सकता है। इस Data को CPU के द्वारा प्रोसेस किया जाता है और प्रोसेस के बाद मिले इनफार्मेशन को कंप्यूटर मेमोरी में स्टोर भी किया जा सकता है।
Data शब्द लैटिन भाषा से लिया गया जिसका अर्थ होता है- Something Given ‘कुछ दिया गया है’ , Data एक प्लूरल वर्ड है, जिसका सिंगुलर फॉर्म Datum होती है। डाटा केवल कम्प्यूटर से सम्बंधित शब्द नहींं है कोई भी सूचना को भी हम डाटा कह सकते है। कम्प्यूटर के आविष्कार से पहले भी लोग डाटा को एकत्रित करते थे जिसे किताबो में स्टोर करके रखा जाता था।
Text Data- Text Data में Alphabets (A to Z) होते हैं।
Number Data- नंबर Data में 0 से 9 तक के नंबर्स आते हैं।
Alphanumeric Data- अल्फान्यूमेरिक डाटा में चिह्न आते हैं जैसे कि (@, #, $, %, &, *) आदि
Image Data- इस Data में तस्वीर होती-होती है, जो JPEG या PNG फार्मेट में होता है।
Audio and Video data- ऑडियो और विडियो डाटा MP3, MP4, HD या किसी अन्य फार्मेट में भी हो सकता है।
Data Processing का अर्थ डाटा को किसी खास उद्देश्य के लिए ज्यादा उपयोगी बनाने के लिए फिर से तैयार करना या सुव्यवस्थित तरीके से इकठ्ठा करना होता है। Computer में डाटा 3 स्टेप्स में प्रोसेस होता है।
Input-Processing-Output
Input- पहले स्टेप्स में डाटा को कंप्यूटर में Input किया जाता है, यह डाटा कंप्यूटर में बाइनरी फॉर्म में स्टोर होता है।
Processing- इस स्टेप्स में डाटा को ज्यादा उपयोगी बनाने के लिए CPU द्वारा प्रोसेस किया जाता है।
Output- कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस के बाद आउटपुट डाटा हमें इनफार्मेशन के रूप में प्राप्त होता है। इस इनफार्मेशन को फिर से उपयोग में लेन के लिए इसे कंप्यूटर हार्डडिस्क में स्टोर किया जा सकता है।
यह एक विज्युअल डिस्प्ले यूनिट है, यह टेलीविजन की तरह दिखता है यह कंप्यूटर पर हो रहे सभी कार्यों को दिखाता है। इसे Visual Display Device (VDU) भी कहते हैं। मॉनिटर सीपीयू से प्राप्त परिणाम को सॉफ्ट कॉपी के रूप में दिखाता है।
मॉनिटर पर इमेज छोटे-छोटे बिन्दुओं (Dots) से मिलकर बनती है। इन बिन्दुओं को पिक्सल (Pixels) के नाम से भी जाना जाता है।
मॉनिटर दो प्रकार के होते हैं; CRT और LCD
यह एक आयताकार बॉक्स की तरह दिखने वाला (टेलीविजन जैसा) मॉनिटर होता है। इसे डेस्कटॉप कम्प्यूटर पर आउटपुट देखने के लिए प्रयोग करते हैं। यह आकार में बड़ा, भारी तथा भद्दा होता है। इस तकनीक में कैथोड रे फ्लोरेसेन्स स्क्रीन पर पड़ता है और किरणों को विक्षेपित करके चित्र बनाता है। CRT मॉनिटर भी दो प्रकार के होते हैं। मोनोक्रोम और कलर मॉनिटर
मोनोक्रोम डिस्प्ले मॉनिटर- मोनोक्रोम शब्द दो शब्द (mono) अर्थात एकल तथा क्रोम (chrome) अर्थात रंग से मिलकर बना है इसलिये इसे Single Color Display कहते है, यह टेक्स्ट को डिस्प्ले करने के लिए एक ही रंग का प्रयोग करता है। यह मॉनिटर आउटपुट को Black & White रूप में प्रदर्शित करता है।
कलर डिस्प्ले मॉनिटर- कलर डिस्प्ले मॉनिटर में तीन अलग-अलग फॉस्फोरस होते हैं जो क्रमशः (RGB) लाल, हरे और नीले प्रकाश का उत्सर्जन करते हैं जिस कारण डिस्प्ले रंगीन दृश्य में दिखाई देते हैं। कलर डिस्प्ले मॉनिटर एक समय में 256 रंगों को दिखा सकता है। किसी इमेज की स्पष्टता रेजोल्यूशन्, डॉट पिच और रिफ्रेश रेट पर निर्भर करती है।
यह CRT की अपेक्षा बहुत हल्का, किन्तु महँगा आउटपुट डिवाइस है। इसका प्रयोग लैपटॉप में, नोटबुक में, पर्सनल कम्प्यूटर में, डिजिटल घड़ियों आदि में किया जाता है। LCD में दो प्लेट होती हैं। इन प्लेटों के बीच में एक विशेष प्रकार का द्रव (Liquid) भरा जाता है।
जब प्लेट के पीछे से प्रकाश निकलता है, तो प्लेट्स के अन्दर के द्रव एलाइन (Align) होकर चमकते हैं, जिससे इमेज दिखाई देने लगती है। यह भी दो प्रकार की होती है-LED और TFT
LED (Liquid / Light Emitting Diode) –यह मॉनिटर आजकल घरों में टेलीविजन की तरह प्रयोग किया जाता है। इसके अन्दर छोटे-छोटे LEDs लगे होते हैं। जब विद्युत धारा इन LEDs से गुजरती है तो ये LEDs चमकने लगते हैं और इमेज LED के स्क्रीन पर दिखाई देने लगती है। पहले LED लाल रंग की लाइट उत्पन्न करते थे, लेकिन आजकल LED (RGBW – Red Green Blue and White) लाइट उत्पन्न करते हैं।
TFT (Thin Film Transistor) – TFT में एक पिक्सल को कण्ट्रोल करने के लिए एक से चार ट्रांजिस्टर लगे होते हैं। ये ट्रांजिस्टर पैसिव मैट्रिक्स की अपेक्षा स्क्रीन को बहुत तेज, चमकीला एवं अधिक रंगीन बनाते हैं। TFT अन्य मॉनिटर्स की अपेक्षा महँगा, लेकिन बहुत अच्छी क्वालिटी की इमेज डिस्प्ले करने वाली आउटपुट डिवाइस है।
3D मॉनिटर (3D Moniter) – 3D मॉनिटर भी LCD मॉनिटर का एक प्रकार है, इस मॉनिटर का प्रयोग आउटपुट को तीन डायमेन्शन (Three Dimension, 3D) में देखने के लिए करते हैं। यह अन्य मॉनिटर की अपेक्षा ज्यादा स्पष्ट और साफ इमेज प्रदर्शित करता है। किसी इमेज को 3D मॉनिटर में देखते हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है कि यह बिल्कुल वास्तविक इमेज है।
1) The K-finger is also known as;
A. Right Index
B. Right Middle
C. Right Ring
D. Right Pinky
Ans: B
2) Which finger is used to strike the P?
A. J-finger
B. K-finger
C. L-finger
D. ;-finger
Ans: D
3) Which finger is used to strike the comma?
A. Right Index
B. Right Middle
C. Right Ring
D. Right Pinky
Ans: B
4) What is the character between the t and s in “It’s”?
A. slash
B. question mark
C. apostrophe
D. comma
Ans: C
5) Which finger is used to strike the apostrophe?
A. Right Index
B. Right Middle
C. Right Ring
D. Right Pinky
Ans: D
6) Which finger is used to strike the I?
A. J -finger
B. K-finger
C. L-finger
D. Right Pinky
Ans: B
7) Which finger is used to strike the apostrophe?
A. J-finger
B. K-finger
C. L-finger
D. Right pinky
Ans: D
8) The K-finger is also your;
A. Right index
B. Right middle
C. Right Ring
D. Right Pinky
Ans: B
9) The ;-finger is also known as;
A. Right Index
B. Right Middle
C. Right Ring
D. Right Pinky
Ans: D
10) Which finger is used to strike the slash?
A. Right middle
B. J-Finger
C. Right Pinky
D. K-finger
Ans: C