दोस्तों हाइड्रोपोनिक्स पौधों को उगाने (खेती या बागवानी) की ऐसी विधि है। जिसमे मिटटी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
मिटटी की जगह इसमें पर्लाइट, रॉकवूल, क्ले बॉल्स, कोकोपीट, वर्मीकुलाइट आदि का प्रयोग किया जाता है , इस तकनीक में पौधों को आवश्यक पोषक तत्त्व उपलब्ध करवाए जाते है जो पौधों के विकास के लिए बहुत आवश्यक होते है। आधुनिक खेती के रूप में हाइड्रोपोनिक्स तकनीक का प्रचलन काफी बढ़ा है।
हाइड्रोपोनिक्स विधि के बहुत से लाभ देखे गए है, जैसे :-
सबसे पहले तो इसमें मिटटी का इस्तेमाल नहीं किया जाता।
दूसरा हर जगह तथा किसी भी मौसम में इस तकनीक का इस्तेमाल करके फसलों को उगाया जा सकता है।
कम जगह में भी इस तकनीक का बखूबी इस्तेमाल करके ज्यादा लाभ लिया जा सकता है। बल्कि घर की छत्तों में भी इस तकनीक का उपयोग करके बेहतरीन आमदनी का जरिया बनाया जा सकता है ।
इसमें पोधो को पोषक तत्त्व आसानी से प्राप्त होते है जिससे कम जगह में ज्यादा पौधों को लगाया जा सकता है। तथा अधिक, व आसानी से उच्च गुणवत्ता युक्त सब्जियां उगाई जा सकती हैं।
इस आधुनिक तकनीक में पौधों का विकास कम समय में अधिक , तथा फसल स्वस्थ व स्वच्छ होती है।
यह तकनीक लोगों को उन स्थानों पर भी भोजन उगाने की क्षमता प्रदान करता है, जहां पारंपरिक कृषि संभव नहीं है। या जहाँ खेती के लिए जमीन की उपलब्धता कम है।
बड़े बड़े शहरों में यह तकनीक बहुत ज्यादा अपनाई जा रही है। क्योंकि हाइड्रोपोनिक्स सिस्टम में आप अपने फ्लैट में या घर के किसी कोने में या छत पर भी बड़े आराम से पौधे और सब्जियाँ आदि उगा सकते हैं। आम खेती के मुकाबले इस तकनीक में पढ़ने 3 गुना अधिक पैदावार करते है।
आमतौर पर हाइड्रोपोनिक्स कृषि प्रणाली में टमाटर, मिर्च, खीरे, लेट्यूस, पालक, बैंगन, शिमला मिर्च, करेला आदि हर प्रकार की सब्जियों तथा फूलों का उत्पादन बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है।
हाइड्रोपोनिक प्रणालियों में पौधों के विकास के लिए को विभिन्न प्रकार के आवश्यक पोषक तत्व प्रदान किये जाते है। जिसमे कार्बनिक खाद, रासायनिक उर्वरक या कृत्रिम विधि द्वारा तैयार किये गए पोषक तत्व आदि प्रमुख है। दूरसे शब्दों में कहें तो हाइड्रोपोनिक्स तकनीक में पौधों की उत्तम वृद्धि और बेहतर उपज व उत्पादन पाने के लिए पौधों को पानी के साथ-साथ विशिष्ट मात्रा के दिए गए पोषक तत्त्वों द्वारा समृद्ध किया जाता है ।
हाइड्रोपोनिक्स पानी की फ़ालतू बर्बादी को रोकता है। खुले खेतों की अपेक्षा इसमें 90 प्रतिशत कम पानी की खपत होती है , इस विधि में सिस्टम के अंदर पानी लगातार घूमता रहता है। जिसे पौधे अपनी आवश्यकता के अनुसार लेते रहते है।
हाइड्रोपोनिक्स कृषि प्रणाली के कुछ बुनियादी मुख्य प्रबंधन कार्य की निम्नलिखित है :-
Plant & Root Support System:- आम तौर पर हाइड्रोपोनिक्स सिस्टम में, पौधे और पौधे की जड़ों को सीधा ऊपर की और बढ़ने के लिए सहारा देने व्यवस्था की जाती है, जिसके लिए कई माध्यमों और प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है।
Supply of Nutrient:- एक और जहाँ पारंपरिक खेती में पौधे पानी और पोषक तत्त्वों को मिटटी से ग्रहण करते है वहीं हाइड्रोपोनिक्स कृषि प्रणाली में संतुलित मात्रा में पोषक तत्वों को पौधों तक पहुंचाया जाता है।
Supply Of Oxygen:- मृदा आधारित खेती में, पौधों को मिट्टी से ऑक्सीजन प्राप्त होता है, परन्तु हाइड्रोपोनिक्स कृषि प्रणाली में पौधे पानी से ऑक्सीजन प्राप्त करते है यह ठीक वैसे ही है जैसे एक्वेरियम टैंक में मछलियों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाती है।
सबसे बड़ा फायदा इसमें यह है की आप पौधों के विकास अलग-अलग चरणों के अनुसार आवश्यक पोषक तत्त्वों की सही मात्रा पौधों को आसानी से उपलब्ध करवा सकते है। जिससे अधिक व गुणवत्ता युक्त उपज या फसल ले सकते है। हाइड्रोपोनिक्स श्रम और समय तो बचाता ही है। साथ ही साथ इस विधि से किसी भी समय किसी भी मौसम में अधिक लाभ भी प्राप्त किया जा सकता है।
दोस्तों यदि आप हाइड्रोपोनिक विधि से बागवानी करना चाहते है तो आपको प्रत्येक हाइड्रोपोनिक सिस्टम को पूरी तरह से समझने की आवश्यकता होगी, जो आपके लिए यह निर्धारित करना आसान बनाता है कि आपके लिए कौन सी प्रणाली सही है। और इसे किस प्रकार उपयोग में लाया जा सकता है।
विभिन्न प्रकार की हाइड्रोपोनिक प्रणालियों के बारे में हाइड्रोपोनिक ई-बुक में सपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।
दोस्तों अगर आप हाइड्रोपोनिक खेती के बारे में विस्तार से सीखना चाहते है तो आज ही सम्पूर्ण जानकारी युक्त ई-बुक डाउनलोड करें बहुत ही सरल हिंदी भाषा में आसानी से यहाँ से डाउनलोड करें
अगर आप हाइड्रोपोनिक्स सीखना चाहते है और इसमें मास्टर बनना चाहते है तो इस तकनीक को सीखने के लिए सम्पूर्ण ई बुक आज ही डाउनलोड करें , मात्र 199 रुपए में।
Download Complete E-Book In Hindi
इस ई-बुक में हाइड्रोपोनिक खेती की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। जिसे सीख कर आप आसानी से एक हाइड्रोपोनिक सिस्टम का निर्माण स्वयं कर सकते है तथा इससे हर प्रकार की सब्जियों व फूलों का उत्पादन आसानी से कर सकते है।
सम्पूर्ण हाइड्रोपोनिक ई-बुक यहाँ से डाउनलोड करें Download Complete E-Book In Hindi