राष्ट्र निर्माण का संकल्प ,शिक्षा का उत्थान शिक्षक का सम्मान, बेहतर शिक्षा बेहतर समाज
Spacious and well- ventilated classrooms
Libraries
Playgrounds
Well-equipped Mathematics lab
Facilities study tables, chairs, furniture and basic utilities such as water, electricity etc.
Smart class
Games equipment
Assembly area
Well-maintained sanitation facilities
Innovative methods of teaching
सरकारी स्कूलों में आपका स्वागत है
लॉकडाउन के कारण अधिकांश उच्च, निम्न एवं मध्यमवर्गीय परिवारों की आर्थिक स्थिति चरमरा रही है और आगे भी सुधार की गुंजाइश कम नजर आ रही है। अभिभावक निजी स्कूलों की फीस भरने में असमर्थ हैं और वे फीस माफी चाहते हैं। निजी स्कूल वाले मान नहीं रहे हैं। सरकार ने निजी स्कूल वालों से कहा भी है कि वे फीस न बढ़ाएं तथा एकमुश्त शुल्क भरने का दबाव न बनाएं। जरूरी नहीं कि सभी निजी स्कूल वाले सरकार का कहा मानेंगे। उनकी अलग *मजबूरियां हैं। हो सकता है कि वे मान भी ले या नहीं भी माने। मेरा ऐसे अभिभावकों से अनुरोध है वे सरकारी स्कूल में अपने बच्चों को प्रवेश दिलाएं। 8 वीं कक्षा तक कोई प्रवेश या मासिक फीस नहीं है । उत्तम शिक्षण है । योग्य शिक्षक उपलब्ध हैं । NCERT बेस्ड पाठ्यक्रम* , *अच्छे भवन* , *पर्याप्त फर्नीचर* , *निशुल्क यूनिफार्म* , *पुस्तकें*, *साईकिल*, *छात्रवृति*, *मिड डे मील*, *आपके घर के निकट* ही हैं इसलिए कोई *वाहन शुल्क* नहीं।
आपके पास ज्यादा पैसा है तो *सरकारी स्कूल* में डोनेशन* दे दें तो और *अधिक सुधार* आ जायेगा। एक बार *हम पर*, *हमारे स्कूलों* पर *विश्वास* करके तो देखें। *पुरानी पीढ़ी* भी इन *सरकारी स्कूलों* में पढ़ी है । *क्या वह किसी से कम है।* 9 वीं कक्षा के बाद *मामूली फीस* है । *अभिभावकगण* बेवजह सरकार पर दवाब बना रहे हैं कि निजी स्कूलों पर फीस कम करने को कहे । सरकार ने तो उनके सामने *सर्वसुविधायुक्त सरकारी स्कूलों* में प्रवेश का विकल्प दे रखा है । यदि अभिभावक निजी स्कूलों की *कार्यप्रणाली* से खुश नहीं है तो हमारे *शासकीय स्कूलों* में उनका *स्वागत* है । हम *बड़े -बड़े विज्ञापन अखबार* में नहीं देते । *अपनी प्रशंसा स्वयं नही करते। सरकारी स्कूलों का नेटवर्क देश के छोटे से छोटे गांव में है। पूरी पारदर्शिता है इसलिए हमारे स्कूलों की आलोचना कोई भी कर सकता है। अखबार के पन्नों में केवल हमारी बुराई ही छपती है पर आप केवल एक बार सेवा का अवसर दें तो आप हमारी अच्छाइयों से भी परिचित हो जाएंगे।* आज भी देश के करोड़ों बच्चे सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी हैं , जो निजी स्कूलों से अधिक ही हैं ।
*नए सत्र से हम भी स्मार्ट क्लासें शुरू करने जा रहे हैं जिसकी शुरुआत निदेशालय स्तर पर हो चुकी है*
अबकी बार सत्र 2017-18 के लिए कक्षा 1से8 तक के बच्चों के प्रवेश हेतु
अपने बच्चों, भाइयों, बहिनों को राजकीय विद्यालयों में प्रवेश दिलायें
विशेष सुविधाएं:-
1 :- उच्च योग्यताधारी एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षणकार्य।
2:-सभी कक्षाओं की पुस्तकें निःशुल्क उपलबध।
3:- कक्षा 1 से 8 तक शिक्षण शुल्क मुक्त।
4:- परीक्षा शुल्क से मुक्त।
5:- SC,ST को छात्रवृति देय।
6:- OBC व SBC को छात्रवृति देय।
7:- विकलांगो को विशेष सुविधाएं जैसे छात्रवृति, विकलांगता से सम्बन्धित उपकरण देय और विद्यालयों में रेम्प की सुविधा आदि।
8:- दूर से आने जाने वाले विद्यार्थियों को ट्रांसपोर्ट भत्ता देय।
9:- सत्र पर्यन्त पाठ्य सहगामी कियाओं का आयोजन।
10:- खेल मैदानों व खेल उपकरणों की उपलब्धता।
11:- बालक व बालिकाओं के लिए पृथक टॉयलेट की उपलब्धता
12:- गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न भोजन MDM की उपलब्धता।
13:- सप्ताह में एक दिन फल देय।
14:- सत्र पर्यन्त सृजनात्मक एवं व्यक्तित्व विकास हेतु प्रतियोगिताओं का आयोजन।
15:- सत्र पर्यन्त हवादार कमरों, पंखों, दरीपट्टी अन्य भौतिक सुविधाएं उपलब्ध।
16:- वर्ष में दो बार मेडिकल चेकअप ।
17:- कमजोर छात्रों के लिए रेमेडियल क्लासेज का आयोजन ।
18:- और भी कई योजनाएं जो केवल सरकारी विद्यालयों में ही उपलब्ध ।
एक बार प्राइवेट का मोह छोड़कर राजकीय विद्यालयों का रुख कीजिए। सरकारी शिक्षकों सेवा का मौका दे।
मेरे सभी शिक्षक साथियों से विनम्र अनुरोध है की ये सन्देश दूर दूर तक फैला दो ।
"पढ़ेगा भारत तो बढ़ेगा भारत "
" प्राइवेट का मोह छोड़ो,
सरकारी से नाता जोड़ो "!!
प्रवेश प्रारम्भ हो चुके हैं ......
तो फिर .........
आओ चलें सरकारी स्कूल.....