आमजन में विश्वास अपराधियों में डर - राजस्थान पुलिस
हाल ही में औपनिवेशिक युग के भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (Criminal Procedure- CrPC) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के स्थान पर अधिनियमित किये गए तीन नवीन आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) 1 जुलाई 2024 से प्रभावी हुए।
Bhartiya Nyay Sanhita, 2023
भारतीय न्याय संहिता, 2023
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस-2023) भारत में १ जुलाई २०24 से लागू एक नयी न्याय संहिता (कोड) है। यह एक व्यापक संहिता है जो भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और साक्ष्य अधिनियम के स्थान पर लायी गयी है। यह विधेयक अपराधों से सम्बन्धित प्रावधानों को सुदृढ करेगा और उनमें संशोधन कएगा।
Bhartiya Nagrik Suraksha Sanhita, 2023
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (बीएनएसएस) दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 (सीआरपीसी) की जगह लेने का प्रयास करती है। सीआरपीसी में गिरफ्तारी, अभियोजन और जमानत की प्रक्रिया का प्रावधान है। बीएनएसएस सात साल या उससे ज़्यादा की सज़ा वाले अपराधों के लिए फ़ोरेंसिक जाँच को अनिवार्य बनाता है।
Bhartiya Sakshya Adhiniyam, 2023 भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023
भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 (बीएसए) के घोषित लक्ष्य और उद्देश्य, इसके लंबे शीर्षक के अनुसार, निष्पक्ष सुनवाई के लिए साक्ष्य के सामान्य नियमों और सिद्धांतों को समेकित करना तथा प्रदान करना है। बीएसए यह मानता है कि साक्ष्य के नियमों और सिद्धांतों को प्रतिपादित करना अंतिम लक्ष्य नहीं है।