उन्नत भारत अभियान की स्थापना ११ नवंबर, २०१५ को हुई। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों को समृद्ध करने हेतु गढ़ा गया मानव संसाधन विकास मंत्रालय का यह एक प्रमुख कार्यक्रम है। उन्नत भारत अभियान २.० के अंतर्गत सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र से ७५० प्रतिष्ठित उच्चतर शिक्षा संस्थानों को चयनित किया गया है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली को इस कार्यक्रम के 'राष्ट्रीय समन्वयक' के रूप में चुना गया है। इस वृहद अभियान को देश भर में सुचारू रूप से लागू करने के लिए अनेक अन्य शीर्ष संस्थानों जैसे की आईआईटी, आईआईएससी, आईआईएम, एनआईटी और केंद्रीय विश्वविद्यालय, जिनके पास पहले से ही ग्रामीण विकास कार्यों के लिए आधारभूत ज्ञान एवं संरचनात्मक ढांचा और पर्याप्त एवं उचित अनुभव है, को 'क्षेत्रीय समन्वयक संस्थानों' के रूप में चिंहित किया गया है।
क. प्रायोजक मंत्रालय - मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी)
कार्यक्रम की दूरदृष्टि के अनुसार देश के व्यवसायिक एवं उच्चतर शैक्षिक संस्थानों को ग्राम पंचायत की विकास प्रक्रिया से जोड़ा जाना चाहिए। 'उन्नत भारत अभियान' के संरचनात्मक नेटवर्क की स्थापना और इस अभियान के दलों की बेहतर सहभागिता के लिए अभिविन्यास, ताकि सभी संस्थान अपना संचालन प्रभावी रूप से कर सके। सांकेतिक निधि के लिए आधारभूत आर्थिक कोष मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाना है। इसके अतिरिक्त, स्त्रोत सामग्री, प्रशिक्षण कार्यशाला आदि तैयार करने के लिए विषय विशेषज्ञ समूह के कार्यों के लिए आवश्यक निधि भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रदान की जानी है।
ख. राष्ट्रीय संचालन समिति (एनएससी)
यह एक शीर्ष नीति निर्माता संस्था है। इसमें मंत्रालयों/विभागों - मानव संसाधन विकास, पंचायती राज, भू-संसाधनों, पेयजल एवं स्वच्छता और कुछ अन्य से प्रतिनिधि लिए जाने का प्रावधान है। सभी हितधारकों संस्थानों और राज्य सरकारों के साथ काम कर, इन प्रयासों का नेतृत्व करना समिति का उत्तरदायित्व है।
ग. राष्ट्रीय समन्वयक संस्थान (एनएसआई)
भारतीय प्रद्योगिकी संस्थान, दिल्ली इस योजना का 'राष्ट्रीय समन्वयक संस्थान' है और अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए उत्तरदायी है। इसके समग्र उत्तरदायित्व में संस्थानों के चयन और उनके प्रशिक्षण, विषय विशेषज्ञ समूहों के गठन और वेब पोर्टल के माध्यम से कार्यक्रम की प्रगति की देख-रेख का कार्य सम्मिलित है।
घ. विषय विशेषज्ञ संस्थान (एसईजी)
'विषय विशेषज्ञ समूह' में सम्मिलित संस्थानों को 'राष्ट्रीय समन्वयक संस्थान' ने ग्रामीण कार्यों में कार्यरत संस्थानों द्वारा मांगी गई परिचालनात्मक विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए नियुक्त किया है। ये संस्थानों द्वारा प्रस्तावित तकनीकी समाधानों को मूल्यांकित कर उन्हे अनुमोदित करते है और अनुकूल प्रक्रिया का अनुवीक्षण करते है।
ड. क्षेत्रीय समन्वयक संस्थान
ये संस्थान अपने क्षेत्र में 'उन्नत भारत अभियान' के नेटवर्क को बढ़ावा देने के लिए नोडल केंद्रों के रूप में कार्य करते है और अपने समूह की गतिविधियों को अंजाम के अतिरिक्त अपने आस पड़ोस के क्षेत्र में स्थित सहभागी संस्थानों को दक्षता प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण देने के लिए भी उत्तरदयी होते है।
च. सहभागी संस्थान
चयनित गावों की आवशकताओं को समझना, चयनित गावों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए सभी हितधारकों के निकट समंवय से तदनुसार कार्य योजना तैयार करना एवं स्थानीय प्रशासन एवं अन्य हितधारकों के समंवय से कार्ययोजना को कार्यान्वित करना सहभागी संस्था का कार्य है।
ग्रामीण विकास योजना प्रत्येक गाँव के लिए तैयार की गई एक योजना है जिससे कार्य के प्रति सामाजिक प्रोत्साहन का वातावरण बने। निम्नलिखित कुछ कदम सहायक सिद्ध होते है -
• गांव के क्रिया-कलापों जैसे ग्राम सभा, महिला सभा, बाल सभा, और युवा क्लबों आदि में भागीदारी।
• गांवों के स्कूल में जाकर शिक्षको और छात्रों से संवाद करना।
• महत्वपूर्ण अवसरों पर बैनर लगाना, पर्चे एवं प्रचार पुस्तिका बांटना एवं रैलियां आयोजित करना।
• स्वच्छता अभियान आयोजित करना।
• व्रक्षारोपण।
• लोगो की शिकायतों, क्षेत्र की एक बड़ी समस्या को सूचीबद्ध करना और उनके समाधान के बारे में बातचीत करना।
दिल्ली विश्वविद्यालय के देशबंधु महाविद्यालय में उन्नत भारत की शुरुआत २०२१ में की गई थी। उन्नत भारत अभियान की देशबंधु इकाई छतरपुर तहसील में स्थित पांच गांवों में कार्यरत है। इन गांवों के नाम निम्नलिखित है:
१. सतबरी
२. चंदनहोला
३. सुल्तानपुर
४. राजपुर खुर्द
५. भाटी माइंस
देशबंधु महाविद्यालय विभिन्न हितधारकों में से एक सहभागी संस्थान के रूप में कार्यरत है। सहभागी संस्थानों के उद्देश्य को कार्य में सुनिश्चित करना ही देशबंधु की उन्नत भारत अभियान इकाई का कर्तव्य है। देशबंधु की इस इकाई ने अपना कार्य विभिन्न क्षेत्र में कर अपने आप को महाविद्यालय एवं गांवों के लोगो के दिल में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है। देशबंधु की इस इकाई के द्वारा किए गए कुछ कार्य निम्नलिखित है -
• व्रक्षारोपण
• स्वच्छता अभियान
• स्वास्थ्य शिविर
• जागरूकता अभियान
• वस्त्र वितरण
इस अभियान को अन्य लोगो तक पहुंचने हेतु विभिन्न माध्यम से प्रयास किए जा रहे है। विभिन्न समूह इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो के बीच चर्चा का विषय बनाने के लिए कार्यरत है। आज के तकनीकी युग में देशबंधु की उन्नत भारत अभियान इकाई के इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया माध्यमों का उपयोग कारगर साबित हुआ है। महाविद्यालय में दूसरे छात्रों को इस अभियान की ओर जागरूक करने हेतु विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए है। अभिविन्यास, आम जिंदगी से जुड़ी समस्याओं हेतु लेक्चर एवं चर्चा ऐसे ही कुछ आयोजित कार्यक्रम रहे।
UBA Convenor
Prof.Varsha Baweja
Teacher Coordinator
Dr. Ajay P S Gehlot
Teacher Coordinator
Prof. Ruby Mishra
Teacher Coordinator
Dr. Seema Gupta
Teacher Coordinator
Dr.Ashawani K Singh
Teacher Coordinator
Dr.Robin Kumar
Teacher Coordinator
Dr. Sushma Sharma
Teacher Coordinator
Ms.Shrasti Tomar