VVI Subjective Questions
Very Very Important Questions & Answers | Class 10th | Bihar Board
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उत्तर- एक अर्थव्यवस्था के क्षेत्र को दो भागों में बाँटा जाता है— स्वामित्व के आधार पर तथा व्यवसाय के आधार पर।
स्वामित्व के आधार पर किसी अर्थव्यवस्था के निम्न क्षेत्र होते है— निजी क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र तथा संयुक्त क्षेत्र
व्यवसाय या आर्थिक क्रियाओं के आधार पर किसी अर्थव्यवस्था के मुख्य तीन क्षेत्र होते है— प्राथमिक क्षेत्र, द्वितीयक क्षेत्र तथा तृतीयक क्षेत्र
उत्तर- एक अर्थव्यवस्था के तीन प्रमुख क्षेत्र होते है—
प्राथमिक क्षेत्र:- प्राथमिक क्षेत्र के अंतर्गत कृषि, पशुपालन, खनन इत्यादि आते है।
द्वितीयक क्षेत्र:- द्वितीयक क्षेत्र के अंतर्गत उद्योग, निर्माण, विनिर्माण, गैस, विधुत सेवा इत्यादि आते है।
तृतीयक क्षेत्र:- तृतीयक क्षेत्र के अंतर्गत बैंक, बीमा, परिवहन, संचार इत्यादि आते है।
उत्तर- उत्पादन के साधनों के स्वामित्व की दृष्टि से अर्थव्यवस्था के तीन मुख्य प्रकार है।
पूॅंजीवादी अर्थव्यवस्था
समाजवादी (सार्वजनिक) अर्थव्यवस्था
मिश्रित अर्थव्यवस्था
उत्तर- विकसित अर्थव्यवस्था में प्राकृतिक और मानवीय संसाधनों का पूर्ण उपयोग होता है तथा विकसित अर्थव्यवस्था की राष्ट्रीय तथा प्रति व्यक्ति आय का स्तर बहुत ऊँचा होता है। इसके विपरीत विकाशशील अर्थव्यवस्था में प्राकृतिक और मानवीय संसाधनों का पूर्ण उपयोग नहीं होता है तथा विकसित अर्थव्यवस्था की राष्ट्रीय तथा प्रति व्यक्ति आय का स्तर कम होता है।
उत्तर- सतत् विकास का अर्थ है कि पर्यावरण को बिना नुकसान पहुॅंचाए विकास हो तथा वर्त्तमान विकास की प्रक्रिया भविष्य की पीढ़ियों की आवश्यकता की पूर्ति में बाधा न बने।
उत्तर- विकास की वह प्रक्रिया समावेशी विकास कहलाती है, जो विकास के लाभ को सभी लोगों तक पहुँचाने तथा उनका जीवन स्तर ऊँचा उठाने में मदद करती है। समावेशी विकास को 11 वीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य लक्ष्य बनाया गया क्योंकि बहुत प्रयासों के बाद भी भारत के कई कमजोर वर्गों के लोग विकास के लाभ से वंचित रह गए थे।
उत्तर- किसी भी देश के आर्थिक विकास में उसकी आधारभूत संरचना का महत्वपूर्ण योगदान होता है। आर्थिक आधारभूत संरचना अर्थव्यवस्था में सेवाएँ प्रदान करता है। यातायात, संचार, शिक्षा, स्वास्थ्य, मौद्रिक तथा वित्तीय संस्थाएँ आर्थिक संरचना के अंग है, जो उत्पादन और वितरण का हिस्सा बनकर अपनी सेवाएँ प्रदान करती है तथा देश के आर्थिक विकास को मजबूत करने में सहायता प्रदान करती है।
उत्तर- आर्थिक नियोजन से राष्ट्र की आर्थिक प्रगति का मार्ग प्रसस्त होता है। कोई भी राष्ट्र अपनी परिस्थितियों और उद्देश्यों के अनुसार लक्ष्यों का निर्धारण करता है तथा नियोजन से उन लक्ष्यों की प्राप्ति की जाती है। आर्थिक नियोजन से गरीबी, बेरोजगारी इत्यादि समस्याएँ सुलझाएँ जाते है। आर्थिक विकास की दर को तीव्र बनाना, गरीबी तथा बेरोजगारी को दूर करना तथा आर्थिक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की प्राप्ति करना नियोजन के मुख्य उद्देश्य है।