आज भारत में आर्थिक और सामाजिक स्तर पर जो बदलाव हो रहा है वह दुनिया को चौंकाने वाला है। आज के इस सशक्त हो रहे देश में अडानी ग्रुप ने भी कई महत्वपूर्ण काम किए है और अपना योगदान दिया है जो आज भी चल रहा है। आदिवासी वर्ग के बच्चों को शिक्षित करने और उन्हें भविष्य के लिए सक्षम बनाने के लिए अडानी सरगुजा प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप द्वारा चलाया जा रहा है। कल के बेहतर राष्ट्र के लिए आज की नई पीढ़ी को साक्षर करना अडानी ग्रुप अपनी जिम्मेदारी मानता है और उसके लिए हर दिन हर संभव प्रयास कर रहा है। अडानी सरगुजा निश्चित ही देश के शिक्षा स्तर को नई ऊँचाई देगा और आदिवासी बच्चों को एक बेहतर जीवन मिलेगा।
अडानी ग्रुप का उद्देश्य बेहतर राष्ट्र निर्माण का है जिसके लिए वह देश के सबसे अक्षम और अशिक्षित वर्ग को भी शिक्षित और विकसित बनाकर विकास कार्यों से जोड़ना चाहता है। अडानी ग्रुप के अनुसार विशेष रूप से बच्चों को शिक्षित बनाना और उनके जरिए उनके परिवार और गाँव एवं कस्बों को जितना हो सके साक्षर करना आवश्यक है। अडानी सरगुजा प्रोजेक्ट के माध्यम से वे न केवल आदिवासी परिवारों के बच्चों को शिक्षित बनाने का काम कर रहे हैं बल्कि उन्हें इस लायक बना रहे है कि वे भविष्य में सुगम जीवन जी सके और अपने परिवार के जीवन स्तर को भी बेहतर बना सके। इन बच्चों को सक्षम और शिक्षित बनाकर अडानी ग्रुप ने वंचित क्षेत्र में एक बड़े और बेहतर बदलाव की शुरुआत की है जो आने वाले समय में इस क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाएगी।
अडानी सरगुजा अडानी ग्रुप द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के सरगुजा जिले में संचालित होने वाले अडानी विद्या मंदिर स्कूल को कहा जाता है जो एक को-एड (को-एजुकेशन का लघु रूप) स्कूल है जहाँ सभी आदिवासी और ग्रामीण बच्चे एक साथ पढ़ते हैं। 2013 में प्रारंभ हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त इस अडानी सरगुजा विद्यालय में आज लगभग इस क्षेत्र के 700 लड़के लड़कियाँ सफलता पूर्वक अपनी स्कूली शिक्षा पूरी कर रहे हैं। अडानी सरगुजा में आज के समय के अनुसार एडवांस टीचिंग मेथड का उपयोग किया जाता है जिसमें प्रैक्टिकल लर्निंग को तवज्जो दी जाती है। यहाँ बच्चों को उच्च शिक्षा के साथ स्वास्थ्य वर्धक भोजन और यूनिफार्म की सुविधा भी उपलब्ध है। समय के साथ बढ़ती प्रतिस्पर्धा और हर क्षेत्र में हो रहे नए अविष्कार और बदलाव के चलते अडानी सरगुजा में बच्चों को प्रोफेशनल एजुकेशन दिया जा रहा है जिससे वे भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कर अपनी सफलता और धन उपार्जन सुनिश्चित कर सके और देश की प्रगति में अपना योगदान दे सके।
सुविधा विहीन क्षेत्र में शिक्षा जैसी आवश्यक सेवा को सुलभ बनाने के लिए अडानी सरगुजा स्कूल को वर्ष 2020 में समग्र शिक्षा सशक्त भारत अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। अडानी ग्रुप का लक्ष्य है कि देश की विकास यात्रा में हर तबके का नागरिक शामिल हो। इसके लिए समूह द्वारा विभिन्न सामाजिक कल्याण की योजनाएँ चलाई जा रही है और शिक्षा पर समूह का विशेष जोर है। आज अडानी सरगुजा विद्यालय और शिक्षा से जुड़े अन्य प्रोजेक्ट जैसे ज्ञानोदय, उत्थान, नवचेतन विद्यालय, नवयुग वर्ल्ड स्कूल, आमची शाला-आदर्श शाला, अडानी पब्लिक स्कूल, अडानी विद्यालय, अम्बुजा निकेतन स्कूल द्वारा 3000 से ज्यादा बच्चों को मुफ्त शिक्षा, 6000 से ज्यादा बच्चों को स्मार्ट एजुकेशन के लिए सब्सिडी और 512 सरकारी स्कूलों के 1 लाख से ज्यादा बच्चों को अलग अलग प्रकार के लाभ मिल रहे हैं। अडानी ग्रुप का लक्ष्य है कि सभी वर्ग के बच्चे शिक्षित हो और एक साथ मिलकर आने वाले समय में देश की बागडोर सुचारु और बेहतर ढंग से संभाले। अडानी सरगुजा जैसे प्रोजेक्ट का जमीनी स्तर पर सफल होना इस बात की उम्मीद है कि आदिवासी परिवार के बच्चे भी आने वाले भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
अडानी ग्रुप द्वारा लम्बे समय से देश के कमर्शियल डेवलपमेंट में प्रमुखता से सहयोग दिया जा रहा है। इसके साथ ही अपनी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के चलते कई प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप चला रहा है। भारत को इंडस्ट्रियल पॉइंट ऑफ़ व्यू से सबसे सक्षम और सर्वोच्च बनाने के अलावा यह उद्योग समूह देश के सर्वांगीण विकास के लिए भी प्रतिबद्ध है। देश के न्यूनतम स्तर के नागरिक को बेहतर जीवन स्तर देने और उस परिवार के बच्चों को उच्च शिक्षा देने के लिए अडानी ग्रुप अपने ढंग से अनेक प्रयास कर रहा है। अडानी सरगुजा और शिक्षा से जुड़े अन्य प्रोजेक्ट इसी बात को दर्शाते हैं। अडानी सरगुजा प्रोजेक्ट से आदिवासी समाज की आने वाली पीढ़ी के हित के बारे में सोचना और उसे प्रभावी तरीके से क्रियान्वित करना अडानी ग्रुप के समर्पण का परिणाम है। अडानी ग्रुप की इन समाज हितैषी योजनाओं से देश को कई प्रकार से फायदा मिल रहा है जो राष्ट्र निर्माण के लिए लाभकारी है। ऐसे ही योगदान से अडानी ग्रुप ने देश की अर्थव्यवस्था और समाज को मजबूत बनाया है और यह क्रम आज भी ऐसे ही बना हुआ है।