सम्मेलन सत्र विवरण अद्यतन किया गया
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जम्मू के संस्थान में हिंदी प्रकोष्ट का गठन राज भाषा नीति के अनुपालन एवम इसके सम्बंध में भारत सरकार के आदेशों को लागू करने के उद्देश्य से किया गया है। इस दिशा में हिंदी प्रकोष्ट ने कई कदम उठाये हैं, जैसे -
प्रति वर्ष हिंदी पखवाडा एवं पखवाडा के तहत प्रतियोगिताओं का आयोजन कराना जिसमें निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता, स्वरचित कविता पाठ, टिप्पण एवं आलेखन, ,सुलेख, तकनीकी लेखन आदि शामिल हैं।
समय समय पर देश के प्रसिद्ध कवियों द्वारा कविता पाठ आदि का आयोजन
संस्थान की गृहपत्रिका तव्याकर्ष का प्रकाशन
कार्यालय के प्रशासनिक कार्य राजभाषा हिंदी में करने हेतु कार्यशाला, सम्मेलन, प्रशिक्षण सत्र संगोष्ठी आदि का आयोजन
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जम्मू को 1961 के इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी एक्ट के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित एक स्वायत्त सार्वजनिक उच्च शिक्षण संस्थान है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जम्मू का उद्घाटन 6 अगस्त 2016 किया गया और पलौड़ा परिसर में छात्रों के पहले वर्ग का स्वागत किया गया। 2018 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जम्मू के प्राथमिक संचालन को जगती, नगरोटा में मुख्य परिसर में स्थानांतरित किया गया। जम्मू और कश्मीर की सरकार ने जम्मू में भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान के एक स्थाई परिसर की स्थापना के लिए 400 एकड़ की भूमि प्रदान किया। वर्तमान में 25 एकड़ में फैले हुए मुख्य परिसर का चरण 1-अ कार्यान्वित है ।चरण 1-ब और चरण 1-स का निर्माण कार्य चल रहा है। संस्थान का मुख्य परिसर राजमार्ग 44 पर स्थित है। यह हवाई अड्डे से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर है ।
भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग ने हिन्दी के कार्यान्वयन को पूर्णतः सुनिश्चित करने के उद्देश्य से नवंबर, 1976 में प्रत्येक नगर स्तर पर नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) का गठन करने का आदेश दिया। इस प्रकार इस आदेश के अनुपालन हेतु भारत के वह राज्य जहाँ 10 या उससे अधिक सरकारी कार्यालय स्थित हैं वहाँ सन्न 1977 में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) का जन्म हुआ । जम्मू, केंद्र शासित प्रदेश में कुल 10 नराकास उपस्थित हैं। जिनमे इस नराकास- जम्मू [014] में केंद्र सरकार के जम्मू में स्थित कार्यालय सम्मिलित हैं। वै.औ.अ.प. – भारतीय समवेत औषध संस्थान, जम्मू को नराकास, जम्मू की अध्यक्षता तथा राजभाषा हिन्दी के कार्यान्वयन के नेतृत्व का कार्य जुलाई, 1997 में सौंपा गया जिसे यह संस्थान दो दशकों से भी अधिक समय से बखूबी निभाते हुए नराकास को सफलता की नई उचाईंयों तक पहुँचने का निरंतर प्रयास कर रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जम्मू नराकास- जम्मू [014] का सदस्य है।
जम्मू , जम्मू संभाग का सबसे बड़ा शहर व जम्मू और कश्मीर राज्य की शीतकालीन राजधानी है। यह तवी नदी के तट पर स्थित है। जम्मू 32.73 डिग्री उत्तर और 74.87 डिग्री पूर्व में स्थित है। यह 327 मीटर (1073 फीट) की औसत ऊंचाई पर स्थित है। जम्मू शहर शिवालिक पहाड़ियों पर कम ऊंचाई की असमान लकीरों पर स्थित है। यह उत्तर पूर्व और दक्षिण पूर्व में शिवालिक श्रेणी से घिरा हुआ है, जबकि त्रिकुटा श्रेणी उत्तरपश्चिम से इसे घेरे हुए है। यह राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से लगभग 600 किलोमीटर (370 मील) की दूरी पर है। यह शहर तवी नदी के इर्द-गिर्द फैला हुआ है जहाँ पुराना शहर इसे उत्तरी (दाएँ किनारे) से घेरता है, जबकि नया शहर दक्षिणी किनारे अर्थात् बाएँ किनारे के आसपास फैले हुए हैं।