সাথী,
দীর্ঘ বঞ্চনা, লাঞ্ছনা, অবহেলা ও অবমাননা নীরবে সহ্য করার পর আজ আমরা সারা পশ্চিমবঙ্গের বিদ্যালয় ও মাদ্রাসার করণিকরা জেগে উঠেছি, ঐক্যবদ্ধ হয়েছি, জোট বেঁধে গড়ে তুলেছি আমাদের নিজেদের সংগঠন “ওয়েস্ট বেঙ্গল স্কুল অ্যান্ড মাদ্রাসা ক্লার্কস্’ অ্যাসোসিয়েশন”। যে সংগঠন আমাদের নতুন করে স্বপ্ন দেখতে অনুপ্রাণিত করছে, মাথা উঁচু করে দাঁড়াতে শেখাচ্ছে, মেরুদণ্ড সোজা করে প্রতিবাদ করতে সাহস যোগাচ্ছে, আমাদের সামগ্রিক ব্যক্তিত্বের বিকাশের প্লাটফর্ম দিচ্ছে। আমাদের অবদমিত মানব সত্ত্বা আজ এই সংগঠনের সংস্পর্শে এসে যেন মুক্তির দিশা খুঁজে পাচ্ছে।
साथी,
लंबे समय तक अभाव, उपेक्षा, अवहेलना और अपमान को चुपचाप सहने के बाद, आज हम पूरे पश्चिम बंगाल के स्कूलों और मदरसों के क्लर्कों ने जागृत और एकजुट होकर अपना खुद का संगठन "वेस्ट बंगाल स्कूल एंड मदरसा क्लर्कस' एसोसिएशन" बनाया है। वह संगठन हमें नए सिरे से सपने देखने के लिए प्रेरित करता है, हमें सिर ऊंचा करके खड़ा होना सिखाता है, हमें अपनी मेरुदंड सीधा करके विरोध करने का साहस देता है और हमारे समग्र व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए मंच प्रदान करता है। हमारे पददलित, मायूस लोग इस संगठन के संपर्क में आकर मुक्ति की दिशा पातें हैं।
কর্মক্ষেত্রে প্রবেশ করার পর এক বিপুল কর্মভার আমাদের কাঁধে চাপিয়ে দেওয়া হয়েছে। সেই কাজের বর্ণনা নিষ্প্রয়োজন, নিজেদের দৈনিক অভিজ্ঞতা থেকে আমরা তা অনুভব করছি। কিন্তু সেই কাজের যোগ্য বেতন ও সম্মান কোনোটাই আমরা পাই না। আমাদের সংগঠন দৃঢ়ভাবে মনে করে, যে প্রকৃতি ও বহরের কাজ আমাদের করতে হয়, মাধ্যমিক পদমর্যাদার বেতনক্রম সেই কাজের জন্য কোনওভাবেই ন্যায়সঙ্গত নয়। আমাদের জন্য নেই কোনও প্রোমোশনের সুযোগ। নেই নির্দিষ্ট কর্মতালিকা, যার ফলে ইচ্ছাখুশিমত পাহাড়প্রমাণ কাজের বোঝা আমাদের উপর চাপিয়ে দেওয়া সম্ভব হচ্ছে। কাজের চাপে নির্দিষ্ট কর্মসময়ের চেয়ে অনেক বেশি সময় আমাদের কাজ করতে হয়। এমনকি ছুটির দিনে যখন বিদ্যালয় ও মাদ্রাসার অন্যান্য কর্মীরা অবসর-বিনোদনে সময় কাটান, সে সময়ও আমাদের কাজ করতে হয়। কিন্তু এই ত্যাগ ও কর্মনিষ্ঠার পরিবর্তে আমরা কোনওপ্রকার সুযোগসুবিধা পাই না। আমাদের মধ্যে অনেক করণিক বন্ধুর যোগ্যতা থাকা স্বত্বেও পেশাগত বাধ্যবাধকতার কারণে শিক্ষক পদে উন্নীত হওয়ার জন্য বি.এড বা ডি.এল.এড প্রশিক্ষণ নিতে পারছেন না। দপ্তরগতভাবেও পদন্নোতির কোনও সুযোগ আমাদের জন্য নেই। আরও উল্লেখ্য, কর্মক্ষেত্রে এই বিপুল কাজের চাপ, বেতন বৈষম্য, বিভিন্ন সুযোগসুবিধার অভাবের সাথে আরও একটি অত্যন্ত দুঃখজনক প্রাপ্তি আমাদের রয়েছে। তা হল, পদে পদে অপমান। অনেকাংশে ক্লার্করাই প্রতিনিয়ত অবমাননা ও মানহানির শিকার হচ্ছেন। প্রতিষ্ঠানে করণিকরা সংখ্যালঘু। সেইসাথে করণিকদের পদমর্যাদা নিম্ন হওয়ায় তাদেরকে দূর্বল বিবেচনা করা হয়। যার ফলে অনেক করণিকদের দ্বারা জোরপূর্বক অন্যায্য ও অনৈতিক কাজ করানো হয়, অতিরিক্ত অমানবিক কাজের বোঝা চাপানো হয়, ভীতি প্রদর্শন করা হয়, মানসিক চাপ সৃষ্টি করা হয়। এমনকি কোনও কোনও করণিক শারীরিক নির্যাতনের শিকার হয়ে থাকেন। অনেক ক্ষেত্রে প্রতিষ্ঠানগতভাবে গুরুতর ভুলের দায় এড়ানোর জন্য কর্তৃপক্ষ এককভাবে করণিকদের উপর দায় চাপিয়ে দেন।
कार्यक्षेत्र में हमारे कंधों पर कामों का बड़ा बोझ डाल दिया गया है। उन कामों का विवरण बेकार है, हम इसे अपने दैनिक अनुभव से महसूस करते हैं। किन्तु इस कार्य के योग्य ना तो वेतन ओर ना ही सम्मान हमें मिलता है। हमारा संगठन ढृढ़ता से मानता है की जिस तरह का कार्य हमें करना पड़ता है, उसके लिए माध्यमिक स्तर का वेतनमान किसी भी तरह से न्यायसंगत नहीं है। हमारे लिए कोई पदोन्नति का अवसर नहीं है। कोई भी निर्दिष्ट कार्यतालिका नहीं है, जिससे हम पर मनमाना पहाड़नुमा कार्य थोपना संभव हो जाता है। कार्य के दवाव में हमे निर्धारित समय से ज्यादा वक्त तक काम करना पड़ता है। छुट्टिओं के समय जब स्कूलों और मदरसों के अन्य कर्मचारी अपना खाली समय बिताते हैं, हमें काम करना पड़ता है। लेकिन इस बलिदान और समर्पण के लिए हमे कोई भी सहूलियत या सुविधा नहीं मिलता। हमारे कई क्लर्क मित्र अपनी योग्यता के बावजूद, पेशेवर दायित्वों के कारन शिक्षक पदों पर पदोन्नत होने के लिए बी.एड. या डी. एल. एड. का प्रशिक्षण नहीं ले पाते हैं। आधिकारिक तौर पर भी हमें पदोन्नत होएं का अवसर नहीं है। इसके अलावा, इस विशाल कार्य-भार के साथ वेतन असमानता, कार्यस्थल में विभिन्न अवसरों की कमी के साथ कदम दर कदम अपमान भी एक सबसे बड़ी दुखती रग रहा है। शैक्षणिक प्रतिष्ठानों में क्लर्क अल्पसंख्यक होते हैं और आये दिन अपमान और मानहानि के शिकार होते रहते हैं। निम्न पद होने के कारन क्लर्कों को कमजोर मन जाता है। फलस्वरूप, क्लर्कों द्वारा जबरन अन्यायपूर्ण और अनैतिक कार्य करवाया जाता है, अतिरिक्त अमानवीय कार्यों का बोझ डाला जाता है, धमकाया जाता है तथा मानसिक दबाव बनाया जाता है। यहाँ तक की कई क्लर्क शारीरिक शोषण का भी शिकार होते हैं। कई मामलों में संस्थागत रूप से गंभीर त्रुटियों के दायित्व से बचने के लिए अधिकारी वर्ग क्लर्कों पर उसका ज़िम्मेदारी दाल देते हैं।
উপরে উল্লিখিত বঞ্চনা, বৈষম্য, অবহেলা, অব্যবস্থা, অন্যায্যতার বিরুদ্ধে এবং তার প্রতিবিধানের উদ্দেশ্যে আমাদের এই একত্রিত হওয়ার প্রচেষ্টা এবং এই প্রচেষ্টায় গত মাত্র পাঁচ বছরে এই রাজ্যের বিদ্যালয় ও মাদ্রাসার করণিকদের থেকে আমরা এক অভূতপূর্ব সাড়া পেয়েছি।
पिछले पांच सालों में हमे उपरोक्त अभाव, भेद-भाव, उपेक्षा, कुप्रबंधन, अन्याय और उसके निवारण के लिए एकजुट होने के हमारे प्रयासों में स्कूल और मदरसा के क्लर्कों से अभूतपूर्व सहयोग मिला है।
আমাদের সংগঠনের পক্ষ থেকে প্রথম কর্মসূচি ছিল গত ৮ আগস্ট, ২০১৮ পশ্চিমবঙ্গ সরকারের বিদ্যালয় শিক্ষা দপ্তরে শিক্ষা সচিবের নিকট করণিকদের দাবিদাওয়া নিয়ে ডেপুটেশন। এই সমাবেশ থেকেই ঘোষণা করা হয় যে আগামীদিনে প্রত্যেক জেলায় জেলায় আমরা সংগঠিত হব এবং জেলা বিদ্যালয় পরিদর্শকের নিকট আমাদের দাবিদাওয়া নিয়ে ডেপুটেশন দেব। সেই কর্মসূচির অঙ্গ হিসাবে সকল জেলায় আমরা সংগঠনের পক্ষ থেকে সফল ভাবে ডেপুটেশন দিয়েছিলাম। প্রত্যেকটি জেলার ডেপুটেশনে আমরা দেখেছি বিপুল উৎসাহ উদ্দীপনা নিয়ে শতশত করণিক অংশগ্রহণ করেছিলেন। গত ২৪ নভেম্বর ২০১৮, কলকাতার সুকান্ত মঞ্চে আমাদের সংগঠনের ভিত্তিকে দৃঢ় করার উদ্দেশ্যে পাঁচশতাধিক প্রতিনিধির সক্রিয় উপস্থিতিতে প্রথম রাজ্য সম্মেলন সফল ভাবে অনুষ্ঠিত হয়। পরবর্তীতে, ২০১৯ সালের ৮ই জুলাই কলকাতার বুকে করণিকদের ঐতিহাসিক মহা মিছিল এবং ১৯ শে সেপ্টেম্বর রানী রাসমনি রোডের বিক্ষোভ সমাবেশে রাজ্যের প্রতিটি জেলা থেকে করণিকদের স্বতঃস্ফূর্ত অংশগ্রহন ছিল চোখে পড়ার মতো। সর্বশেষ, গত ৬ ই মে ২০২২, সল্ট লেকের করুণাময়ীতে মাত্র ৬ দিনের নোটিশে আয়োজিত সমাবেশে সারা রাজ্যের করণিকদের উপস্থিতি ছিল যেকোনো সংগঠনের ঈর্ষার কারন। একইভাবে জেলা সংগঠনকে মজবুত করার উদ্দেশ্যে এই সময়ের মধ্যে ১৮ টী জেলার জেলা সম্মেলন এবং সেই সব জেলাগুলির প্রায় সকল এরিয়া সম্মেলন গুলি সম্পন্ন হয়েছে। এই সময়কালে আমরা বিভিন্ন বিষয় নিয়ে শিক্ষা দফতর সহ মধ্য শিক্ষা পর্ষদ, এস এস সি –র বিভিন্ন আধিকারিকদের কাছে পৌঁছাতে পেরেছি এবং আমাদের অস্তিত্বের জানান দিতে সক্ষম হয়েছি। স্বাধীনতার পর এই প্রথম এভাবে সম্মিলিত প্রচেষ্টায় স্কুল ও মাদ্রাসার করণিকদের স্বার্থে পথে নেমেছে কোনও সংগঠন এবং তাদের দাবিগুলো সরকারের দৃষ্টিগোচর করার চেষ্টা করছে। এই অদম্য ইছাশক্তি ও প্রচেষ্টার ফলে যে দশ দফা দাবি নিয়ে সংগঠনের পথ চলা শুরু হয়েছিল তার একটা দাবি, “করণিকদের ট্রান্সফার”, আদায় করতে আমরা সক্ষম হয়েছি। এই সকল মহতী কর্মযজ্ঞ সম্পন্ন হতে পারছে একমাত্র জেলায় জেলায় করণিকদের অক্লান্ত পরিশ্রম, ত্যাগস্বীকার ও সামগ্রিক স্বার্থে আত্মনিয়োগের মহৎ মানসিকতার জন্য। এই অর্থে জেলায় জেলায় করণিকরা আজ ইতিহাস সৃষ্টি করেছেন এবং ভবিষ্যতে আরও বড় ইতিহাস সৃষ্টির প্রক্রিয়া শুরু করেছেন। ইতিমধ্যে, সংগঠন সরকারি ভাবে নিবন্ধিত হয়েছে এবং গত ১১ই সেপ্টেম্বর ২০২১, সংগঠনের দ্বিতীয় রাজ্য সম্মেলনও জলপাইগুড়ি জেলার লাটাগুড়িতে সফল ভাবে সম্পন্ন হয়।
हमारे संगठन की ओर से पहला कार्यक्रम था ८ अगस्त २०१८ को पश्चिम बंगाल सर्कार के स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव को क्लर्कों का मांगपत्र (दावापत्र) का डेपुटेशन। इसी सभा से यह घोषणा हुई थी की आने वाले दिनों में हम हर जिले में संगठित होकर अपनी मांगों को लेकर जिला बिद्यालय निरीक्षकों (डी आई) को डेपुटेशन देंगे। उस कार्यसूची के हिस्से के रूप मे हमने संगठन की ओर से सभी जिलों में सफलतापूर्वक डेपुटेशन प्रदान किया है। प्रत्येक जिले के डेपुटेशन में हमने सैकड़ों क्लर्कों को भाग लेते देखा है। हमारे संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से २४ नवंबर २०१८ को पांचसौ से अधिक प्रतिनिधियों के सक्रीय उपस्थिति के साथ कोलकाता के सुकांत मंच में पहला राज्य सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था। तत्पश्चात, ८ जुलाई २०१९ को कोलकाता के बीचों बिच क्लर्कों का ऐतिहासिक पदयात्रा में राज्य के प्रत्येक जिले के क्लर्कों की सतःस्फूर्त भागीदारी और १९ सितम्बर २०१९ को रानी रासमणि रोड पर प्रदर्शन रैली ने मन मोह लिया। इसी तरह जिला संगठन को मजबूत करने के लिए १९ जिलों के जिला सम्मेलनों और उन जिलों के लगभग सभी क्षेत्रीय सम्मेलनों को इस अवधि में पूरा किया गया है। इस दौरान हम विभिन्न मुद्दों पर शिक्षा विभाग सहित मध्य शिक्षा पर्षद, एस. एस. सी. के विभिन्न अधिकारीयों तक पहुंचने में सफल हुए और हम अपने अस्तित्व की सुचना देने में सक्षम हुए हैं। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब किसी संगठन ने स्कूल और मदरसा के क्लर्कों के हिट में इस तरह का ठोस प्रयास किया है और उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। इस अदम्य इच्छा शक्ति और प्रयास के फलस्वरूप संगठन के दस मांगों में से एक - "क्लर्कों के स्थानांतरण" को साकार करने में सक्षम हुए है। इन सभी महत्वपूर्ण कार्यों को हम जिलों में क्लर्कों के अथक परिश्रम, समग्र हित में आत्म-बलिदान और निस्वार्थता के महान भावना के कारण ही पूरा कर पा रहें हैं। इस अर्थ में जिलों में क्लर्कों ने इतिहास रचा है और भविष्य में और बड़े इतिहास रचने की प्रक्रिया शुरू किया है। इसी बिच संगठन का आधिकारिक रूप से पंजीकरण हो गया, एवं ११ सितम्बर २०२१ को जलपाईगुड़ी जिले के लाटागुड़ी में संगठन का दूसरा राज्य सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था।
দাবি আদায়ের প্রচেষ্টার পাশাপাশি, নিজের কর্মক্ষেত্রে নির্যাতিত করণিকদের পাশে থেকে তাদের সুবিচার দেওয়ার ক্ষেত্রেও আমরা নজির রাখতে সক্ষম হয়েছি। এখনও পর্যন্ত বিভিন্ন জেলায় এ ধরনের অসংখ্য ঘটনায় আক্রান্ত করণিক বন্ধু সংগঠন থেকে উপকৃত হয়েছেন। ভোটের ট্রেনিং নিতে যাওয়ার সময় পথ দুর্ঘটনায় নিহত করণিকের পরিবারের পাশে দাঁড়িয়ে সরকারের থেকে আর্থিক ক্ষতিপূরণ আদায়ের ক্ষেত্রেও সংগঠন তার মানবিকতার ছাপ রেখেছে। সামাজিক দায়বদ্ধতার দিক থেকে বর্তমান অতিমারীর বিরুদ্ধে লড়াইয়ে সাহায্য করতে মুখ্যমন্ত্রীর ত্রাণ তহবিলে সংগঠনগত ভাবে প্রায় দশ লক্ষ তেতাল্লিশ হাজার টাকা দান করা হয়েছে যা এক প্রকার নজিরবিহীন।
दावों को लागू कराने के हमारे प्रयास के अलावा हम कार्यस्थल में पीड़ित क्लर्कों को न्याय दिलाने के लिए उनके पास खड़े होने और उनको सम्हालने में सक्षम है। अब तक विभिन्न जिलों में इस तरह की घटनाओं में संगठन से क्लर्कों को सहयोग मिला है। मतदान की ट्रेनिंग में जा रहे एक क्लर्क की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनके परिवार के साथ खड़ा होकर सरकार से मुआवजा दिलाने में संगठन ने मानवता पर भी अपनी छाप छोड़ी है। सामाजिक उत्तरदायित्व की दृष्टि से बिगत महामारी के विरुद्ध लड़ाई में सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में संगठन ने लगभग दस लाख तैंतालीस हजार रूपये दान किया, जो अभूतपूर्व है।
বিগত চার বছরে একাধিক প্রচেষ্টায় মাননীয় শিক্ষামন্ত্রীর সঙ্গে সাক্ষাতের সুযোগ না পেলেও তাঁর দফতরে আমাদের দাবিপত্র একাধিক বার পেশ করা হয়েছে এবং যাতে আমরা মাননীয় শিক্ষামন্ত্রীর সাথে সাক্ষাৎ করে সরাসরি তাঁর নিকট আমাদের বক্তব্য পেশ করতে পারি, সংগঠনগত ভাবে অবিরাম তার প্রচেষ্টা চালানো হচ্ছে। অতিমারী জনিত বিভিন্ন সরকারি নিয়মকানুন ও বিধিনিষেধ শিথিল হতে শুরু করেছে এবং আমরাও রাস্তায় নামা শুরু করেছি এবং করণিকদের দাবি আদায়ের লক্ষ্যে আগামী দিনে আমরা আরও বৃহত্তর আন্দোলনের আয়োজন করব। আমাদের প্রিয় সংগঠন প্রতিজ্ঞাবদ্ধ যে কোনওপ্রকার হীন স্বার্থের কাছে মাথা না নুইয়ে, দল-মত-জাতি-ধর্ম-লিঙ্গ নির্বিশেষে করণিকদের স্বার্থ রক্ষার্থে, করণিকদের দাবি আদায় করতে ও করণিকদের কর্মক্ষেত্রে সুরক্ষা প্রদান করতে সর্বতোভাবে নিয়োজিত থাকবে। এই মহতী আয়োজনে আপনার সক্রিয় অংশগ্রহণ একান্ত জরুরী।
यद्यपि पिछले चार सालों में माननीय शिक्षा मंत्री से मिलने का अवसर नहीं मिलने पर भी हमने अपना मांगपत्र उनके कार्यालय में अनेक बार पहुंचाया है ताकि हम शिक्षा मंत्री से मिलकर सीधे उन तक अपनी बात रख सकें। यह सच है की करोना काल में विभिन्न सरकारी नियमों और प्रतिबंधों के कारण अन्य संगठनों की तरह हमारी संगठन भी कोई कार्यक्रम नहीं कर पाया। परन्तु , महामारी बीतने पर हमारा संगठन पहला था जो पिछले ६ मई २०२२ को कोलकाता के सॉल्टलेक स्थित करुणामयी में एक भब्य समावेश का आयोजन किया जिसमे पुरे राज्य से ए क्लर्कों की भागीदारी देखने लायक थी आने वाले समय में क्लर्कों की मांगों को लेकर हम बड़ा आंदोलन करेंगे। हमारा संगठन क्लर्कों की हितों की रक्षा करने, क्लर्कों की मांगों को पूरा करने और कार्यस्थल पर क्लर्कों की जाती, धर्म, लिंग, पंथ या पार्टी की परवाह किये बिना सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
বন্ধুগণ, ওয়েস্ট বেঙ্গল স্কুল অ্যান্ড মাদ্রাসা ক্লার্কস্’ অ্যাসোসিয়েশনের উদ্দেশ্য হল পশ্চিমবঙ্গের সকল করণিকদের একত্রিত করা, সংগঠিত করা, দাবিদাওয়া আদায় করা এবং করণিকদের সামগ্রিক মানোন্নয়ন ঘটানো। আমরা জানি, স্বতঃস্ফূর্ত আন্দোলন হঠাৎ জ্বলে উঠে আবার নিভে যায়। কিন্তু সুসংগঠিত আন্দোলন হয় দীর্ঘস্থায়ী ও ফলপ্রসূ। দাবি আদায় না হওয়া পর্যন্ত লড়তে হলে এবং নিজেদের কর্মক্ষেত্রে নিরাপত্তা ও গণতান্ত্রিক অধিকার নিশ্চিত করতে হলে আমাদের সুসংগঠিত হতে হবে। সেই উদ্দেশ্যে এই অতি অল্প সময়ে দ্রুত বিস্তার লাভ করা ‘ওয়েস্ট বেঙ্গল স্কুল অ্যান্ড মাদ্রাসা ক্লার্কস্’ অ্যাসোসিয়েশন’-এর ছত্রছায়ায় হাজার হাজার করণিক জমা হয়েছেন। আপনার কাছে আবেদন— আপনিও এই মহতী উদ্যোগে সামিল হোন। আপনার, আমার, পশ্চিমবঙ্গের স্কুল ও মাদ্রাসার সকল করণিকদের দ্বারা তৈরি, তাদের দ্বারা পরিচালিত এবং দল-মত-নির্বিশেষে সকল করণিকদের স্বার্থ রক্ষার জন্য গড়ে ওঠা এই সংগঠনে ও সংগঠনের সকল কর্মসূচিতে সক্রিয় অংশগ্রহণ করুন, সংগঠন তথা নিজেকে শক্তিশালী করুন।
मित्रों, वेस्ट बंगाल स्कूल एंड मदरसा क्लर्कस' एसोसिएशन का उद्देश्य पश्चिम बंगाल के सभी क्लर्कों को एकत्रित करना, संगठित करना, उनकी मांगों को पूरा करवाना और क्लर्कों की समग्र गुणवत्ता में सुधार करना है। हम जानते हैं की, सतःस्फूर्त आंदोलन अचानक प्रज्वलित होता है और बुझ जाता है, लेकिन, सुव्यवस्थित आंदोलन लम्बे समय तक चलने वाला और फलदायी होता है। जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती और हमारे अपने कार्यस्थल में सुरक्षा और लोकतांत्रिक अधिकार सुनिश्चित नहीं हो जाते, तब तक हमें लड़ने के लिए सुसंगठित होना होगा। इसी उद्देश्य से इतने कम समय में तेजी से विस्तार करने वाला वेस्ट बंगाल स्कूल एंड मदरसा क्लर्कस' एसोसिएशन के छत्रछाया में हज़ारों के संख्या में क्लर्क जुड़े हैं। आपसे अपील है की आप भी इस महान पहल मे शामिल हों। आपका, हमारा, पश्चिम बंगाल के सभी स्कूलों और मदरसों के सभी क्लर्कों द्वारा गठित और उन्ही के द्वारा परिचालित इस संगठन और संगठन द्वारा आयोजित सभी गतिविधियों में आप सक्रीय रूप से भाग लें और संगत को तथा खुद को मजबूत करें।
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-: আমাদের দাবি / हमारी मांगें :-
১। বিদ্যালয় ও মাদ্রাসার করণিকদের শিক্ষাগত যোগ্যতা উচ্চমাধ্যমিক ও প্রশিক্ষিত (কম্পিউটার) বিবেচনা করে LEVEL – 9 (as per ROPA 2019) বা Pay Band- 3, Pay Band Scale Rs. 7100 -37600, Grade Pay 3600 (as per ROPA 2009) অনুযায়ী বেতনক্রম চালু করতে হবে এবং বর্তমান করণিক পদের নাম পরিবর্তন করে Educational Assistant বা School/Madrasah Assistant করতে হবে;
१| स्कूल और मदरसा के क्लर्कों की शिक्षागत न्यूनतम योग्यता उच्च माध्यमिक एवं कम्प्यूटर (प्रशिक्षित) करके LEVEL – 9 (as per ROPA 2019) या Pay Band- 3, Pay Band Scale Rs. 7100 -37600, Grade Pay 3600 (as per ROPA 2009) के अनुसार वेतनमान लागु करना और वर्तमान क्लर्क पद का नाम बदलकर Educational Assistant বা School/Madrasah Assistant करना;
২। Career Advancement Scheme (CAS)-এর আওতায় এনে করণিকদের কর্মজীবনের আট (৮), ষোলো (১৬) ও পঁচিশ (২৫) বছরে পরবর্তী উচ্চতর Pay Scale প্রদান করা হোক, অথবা, রাজ্য সরকারি বিদ্যালয় বা মাদ্রাসাগুলির করণিকদের মতো LDC থেকে UDC এবং সবশেষে HEAD CLERK পদে ক্রমান্বয়ে পদোন্নতি দিতে হবে;
२| Career Advancement Scheme (CAS) के तहत क्लर्कों के आठ (८), सोलह (१६) और पच्चीस (२५) वर्षों के बाद उच्च वेतनमान प्रदान किया जाय अथवा, राज्य सरकार की क्लर्कों की तरह LDC से UDC एवं अंत में HEAD CLERK के पद पर चरण दर चरण पदोन्नत किया जाय;
৩। বিদ্যালয় ও মাদ্রাসার করণিকদের জন্য একটি সুনির্দিষ্ট কর্মতালিকা প্রকাশ করতে হবে;
३| स्कूलों और मदरसों के क्लर्कों के लिए एक सुनिर्दिष्ट कार्य-तालिका प्रकाशित किया जाय;
৪। যোগ্যতাসম্পন্ন করণিকদের B.Ed ও D.El.Ed, ODL mode-এ করানোর ব্যবস্থা করতে হবে;
४| योग्य क्लर्कों के लिए ODL mode में B.Ed और D.El.Ed करने की व्यवस्था किया जाय;
৫। WBSSC ও WBMSC-এর সহকারী শিক্ষক ও লাইব্রেরিয়ান পদের নিয়োগ পরীক্ষায় বিদ্যালয় ও মাদ্রাসার করণিকদের জন্য দশ শতাংশ (১০%) সংরক্ষণ দিতে হবে;
५| WBSSC और WBMSC के सहकारी शिक्षक और लाइब्रेरियन पदों की भर्ती परीक्षा में स्कूल और मदरसा के क्लर्कों को दस प्रतिशत (१०%) आरक्षण दिया जाय;
৬। অতিরিক্ত কাজের জন্য Overtime Allowance-এর ব্যবস্থা করতে হবে;
६| अतिरिक्त कार्य के लिए Overtime Allowance की व्यवस्था की जाय;
৭। বিদ্যালয় ও মাদ্রাসার করণিকদের রাজ্য সরকারী কর্মচারীদের মত Cashless West Bengal Health Scheme-এর আওতায় আনতে হবে;
७| राज्य सरकारी कर्मचारियों की तरह स्कूल एवं मदरसा के क्लर्कों को भी Cashless West Bengal Health Scheme के तहत लाया जाय;
৮। প্রতিটি বিদ্যালয় ও মাদ্রাসায় পাঁচশ (৫০০) জন ছাত্রছাত্রী পিছু একজন করণিক নিয়োগ করতে হবে;
८| प्रत्येक स्कूल और मदरसे में प्रत्येक ५०० छात्र छात्राओं पर एक क्लर्क नियुक्त किया जाय;
৯। কর্মদিবস এবং কর্মদিবসে শিক্ষা দফতর দ্বারা নির্ধারিত কর্মসময়ের বাইরে করণিকদের দ্বারা অতিরিক্ত সময় কাজ করানো যাবে না;
९| शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित कार्य दिवस और कार्य घंटों के बहार क्लर्कों से काम नहीं करवाया जाय;
১০। করণিকদের জন্য Earn Leave চালু করতে হবে ;
१०| क्लर्कों के लिए Earn Leave चालू किया जाय;