Rohani Taqat Hasil Karne Ka Tarika Aur Amal 100% Working


Agar apko rohani taqat ko bulane me waqt lag rha hai ya rohani taqat hazir nhi ho rhi hai. Apko sirf aisa karna hai ki humhare molvi ji ek baar call par jarur baat karni hai. Aap chaye koi bhi rohani taqat ki pareshani humhere whatsapp pr bhi share kar sakte hai.Rohani Taqat Hasil Karne KaTarika Aur Amal, “Duniya bar ke log kala jadu, jinn aur hamzad jaise cheezo ko hasil karne ke liye bahut amal karte hai.

Amal karne ka tarika sahi se maloom na hone ki wajah se une amal me kamyabi hasil nhi ho pati hai. Isliye wo rohani taqat ki madad se jinnat, hamzad ko asani se hazirkar sakte hai. Aaj kal bahut se logo ki yeh khawish hoti hai ki une koi chila na karna pade. Unke masle me rohani taqat unki madad kare, rohani taqat hasil karne ka tarika aur amal, Isliye hum un bhaiyo ki khawish ko pura karne ja rhe hai.

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jab log bina kisi tazurabe ke koi amliyat ki kitab se amalkarne batita hai to usko nakamyabi dekhni padti hai.Aaj kal bahut sare amil internet par ban kar baite hai jo apko sahi masbara nhi dete hai. Unke kahne par aap apna time or money dono barbad karte hai. Humhari apse guzarish yeh hai ki aise logo se door rhe.

Humhare molvi ji apko rohanitaqat hasil karne ka tarika aur amal batayege. Amiyat sirf rohani taqat hasil karne ka asan zariya hai. Amal ki madad se aap rohani taqat hasil karke bahut kuch pa sakte hai. Uske baad apko zindagi me piche mudkar dekhne ki jarurat nhi padegi.

Rohani taqat ko bulane ka yeh khas meehina hai. Apne yeh amal 11 ramzan ko karna hai or 21 ko khatam ho jayega. Agar aap iske baad bhi karte hai to koi masla nhi hai, aap amal kar sakte hai. Rohani taqat ko bulane ka amal ke ek khash baat yeh hai ki waqt ki koi pabandi nhi hai. Apne ek safed plane kagaz lena hai. Us par lafaz ( ALIF ) 111 martba likh lena hai. Kagaz ke upar apni nazar jama kar apne sirf alif-alif 1111 baar padhna hai. Amal aap aram se padhe. Amal khatam hone ke baad apki bahut jayda rohani taqat badh jayegi. Jise apne kabhi socha tak nhi hoga.


मोहब्बत का रूहानी इलाज


मोहब्बत का रूहानी इलाज – Mohabbat Ka Rohani Ilaj, Amal, Ilm, रूहानी ताकत इस्लाम मे बताया गया एक इल्म है जिसके द्वारा आप इतनी ताकत हासिल कर सकते है की आप वो कर सकते है जो एक इंसान के बस मे नहीं है. इसलिए आज हम आपको रूहानी ताकत हासिल करने का अमल और रूहानी ताकत बढ़ाने का अमल बतायेगे। इसके अलावा हम आपको मोहब्बत की शादी होने का रूहानी अमल भी बतायेगे।Dua To Bring Husband and Wife Closer 100% Working

रूहानी ताकत बढ़ाने का अमल – Rohani Taqat Badhane Ka Amal, Ilm, रूहानी ताकत अल्लाह का दिया हुआ एक असाधारण तोहफा है, जिसे हर कोई हासिल नहीं कर सकता है। इसे वही शख्त प्राप्त कर पाता है, जिसकी नीयत बहुत ही पाक-साफ हो और वह अल्लाह की खिदमत में पांचों वक्त नमाज पढ़ता हो। हर किसी से मोहब्बत करता हो। किसी के विरूद्ध कभी भी नाफरमानी नहीं करता हो। हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहता हो।

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रूहानी ताकत के जरिए अगर किसी के दिल में बेपनाह मोहब्बत पैदा किया जा सकता है, तो किसी की नाराजगी को पल भर में दूर करना भी संभव है। किसी को अपने वश में करना वैसे शख्स के लिए बाएं हाथ का खेल होता है। ताकत बढ़ाने वाले रूहानी अमल के लिए निम्न तरीका अपनाना चाहिए।

  • रूहानी ताकत के लिए अमल में लाया जाने वाला वजीफ है- या हय्यू, या कय्यूम। अल्लाह की रहमत पर भरोसा रखकर इस आयत को पूरी शिद्दत के साथ पढ़ना चाहिए।

  • सबसे पहले पांच वक्त की नमाज की पाबंदी के साथ जूम्मे के रोज से वजीफा पढ़ने की शुरुआत करें। उस रोज मस्जिद जरूर जाएं। सजदा कर अपने गुनाहों की माफी मांगें।

  • रात को सोने से पहले ईशा की नमाज के बाद वजू बनाएं और दरूद शरीफ को 11 बार पढें़।

  • सूरह फतिहा को भी 121 बार पढ़ें और वजीफे को 1041 बार लगातर पढ़ें। इसे पढ़ते हुए आप किसी आंतरिक ताकत को महसूस करेंगे। यह आपमें आत्मविश्वास और बढ़े हुए हौसल के रूप में प्रकट होगा।

  • इस अमल लगातार 11 दिनों तक करे, लेकिन इसकी जानकारी किसी और को कतई नहीं होनी चाहिए।

मोहब्बत की शादी होने का रूहानी अमल


Mohabbat Ki Shadi Hone Ka Rohani Amal, Ilm, जिससे मोहब्बत हो उसी के साथ राजीखुशी शादी हो जाए, ऐसा शायद ही कभी किसी लड़का या लड़की की जिंदगी में आ पाता है। वे मोहब्बत को पाने और अपनी मोहब्बत के पसंद की शादी के लिए अपने मां-बाप और सगे-संबंधियों के आगे काफी मिन्नते करते हैं।

अल्लाहताला से भी दुआएं करते हैं। फिर भी बात नहीं बनती है। अगर मोहब्बत जायज है। उसमें जरा भी खोट नहीं है तब रूहानी अमल का सहारा लिया जाना चाहिए। इसमें और र्कुआनी वजीफे में कोई अधिक फर्क नहीं है। दोनों के लिए पाक-साफ होकर वजीफे पढ़े जाते हैं।

इसके प्रयोग के बारे में जानकार मौलवी द्वारा बताए गए हैं। इस वजीफे से मन में अपनी रूहानी ताकत का आवाहन किया जाता है और फिर उसमें र्कुआनी आयत की ताकत को शामिल कर मोहब्बत को निकाह की ओर प्रेरित किया जाता है। यह एक तरह से पाक-साफ नीयत से मोहब्बत को जेहन में बिठाकर हासिल होने वाला पैगाम-ए-अमल है।

मोहब्बत की शादी होने का रूहानी अमल

इस्लाम में दुआओं और इबादतों के लिए कई आयतें बताई गई हैं। उनके जरिए किसी समस्या का रूहानी इलाज भी किया जाता है। मुसीबतों से बाहर निकलने का यह एक बेहतरीन तरीक हो सकत है। एक नवविवाहिता चाहती है कि उसका शौहर उससे बेइंतहा मोहब्बत करे। उसकी इज्जत करे। उसकी भावनाओं की कद्र करते हुए उसकी हर छोटी-से-छोटी बात को भी तरजीह दे उसके मोहब्बत में तनिक भी फीकापन नहीं आने पाए।

इसलिए हर बीवी अपने शौहर को अपना दीवाना बनाकर रखना चाहती है, ताकि उसका शौहर किसी दूसरी औरत की तरफ देखे तक नहीं। किसी बुरे रिश्ते या दूसरी औरतों के चक्कर में नही ंपड़े। इसी तरह से मोहब्बत में पड़ चुकी हर लड़की चाहती है कि उसकी महबूब के साथ-साथ उसकी मोहब्बत की भी हिफाजत हो। उसमें कोई खलल नहीं पड़ने पाए। इसके लिए मोहब्बत का रूहानी इलाज बताया गया है, जिसे मौलवी से जान-समझकर अपनाना चाहिए।

Rohani Taqat Hasil Karne Ka Amal, Wazifa, Tarika, Ilm, बहुतों की यह ख्वाहिश होती है कि उनको कोई परेशानी नहीं आने पाए। जिंदगी में सबकुछ सहजता से चलता रहे।उनकी हर किसी मसले में रूहानी ताकत से मदद मिले। इसके लिए जरूरी है कि पहले रूहानी ताकत को हासिल किया जाए। इसके लिए मुकम्मल अमल बताए गए हैं, जो किसी तजुर्बेकार मौलवी की मदद से प्राप्त किया जा सकता है।

रूहानी ताकत हासिल करने का अमल

  • सबसे पहले पाक नीयत के साथ अनजाने में भी भूल हो जाने के लिए इंशाअल्ला से माफी मांगते हुए फज्र की नमाज के बाद ताजा वजू बनाएं।

  • उसके बाद तीन मर्तबा दारूद शरीफ पढ़ें।

  • फिर सुराह बकरा पढ़ें। इस वजीफे को करते वक्त अपनी मोहब्बत का ख्याल जेहन में कर लें।

  • अल्लाहताला से दुआ करते हुए फिर से तीन मर्तबा दारूद शरीफ पढ़ लें।

  • अंत में साथ में रखे महबूब या शौहर की तस्वीर पर दम करें। ऐसा 11 दिनों तक लगातार करें, कंतु ध्यान रहे कि इस दौरान माहवारी का दौर नहीं चल रहा हो।

  • अपने साथ सात सुगंधित ताजे फूल रखें। सब पर 11 बार दुआ पढ़कर दम करें।

  • इस दौरान दारूद शरीफ को 11 बार अवश्य पढ़ें। उसके बाद दुआ की आयत ‘ वालाकद फट अन्ना सुलेमान वा अलकैना अलकुर सिय्याही जसादान सुम्मा अनाब ’ को 121 बार पढ़ें। अंत में दारूद शरीफ को फिर से 11 बार पढ़ लें।

  • जिनसे निकाह करनी है सुगंधित फूलों को उनके और वालिदों को नाम कर दम करें। आगले रोज किसी भी तरह से उनमें से एक फूल उन्हें सुंघने के लिए अवश्य दें।

रूहानी ताकत हासिल करने का अमल


  • इस अमल को कई दिनों तक बैठकर करने के बजाय सिर्फ एक रात ईशा की नमाज के बाद 11 बजे के बाद अमल किया जाता है। उसके बाद सो जाना है।

  • फिर ख्वाब में न केवल कोई न कोई रूहानी ताकत आ जाएगी, बल्कि आपके मसले का हल भी बता जाएगी।

  • यह स्थिति डरावनी और विचलित करने वाली हो सकती है, लेकिन नीडरता से ख्वाब में बताए अमल को आजमा सकते हैं।

  • इसके अतिरिक्त रमजान के खास महीने में 11 रमजान से शुरुकर 21 वें दिन तक अमल के जरिए रूहानी ताकत को बुलाया जा सकता है।

  • इस दौरान एक सफेद कागज पर अलिफ लफ्ज को 111 बार लिखें। उस कागज पर नजर गड़ाकर हर रोज 1111 बार पढ़ें।

  • इस अमल के खत्म होने के बाद आपमें ऐसी रूहानी ताकत बढ़ जाएगी, जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा।

  • इसका अंदाजा आप स्वयं अपने बढ़े हुए आत्मविश्वास और सूझबूझ से लगा सकते हैं। आपके द्वारा किसी मसले को हल करने के दरम्यान तुरंत तरीका मालूम हो जाएगा।

  • रूहानी ताकत को बुलाने के लिए पांचें वक्त का नमाज के बाद अल्लाह को याद करना चाहिए।