AIIMS में खुले 7 नए वार्ड

दिल्ली AIIMS में खुले 7 नए वार्ड और सेंटर, स्वास्थ्य मंत्री ने बताए फायदे

दिल्ली AIIMS में सात नए वार्ड और सेंटर खोले गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस मौके पर कहा कि दिल्ली एम्स एक लाइट हाउस है, इसके मानक अन्य इंस्टिट्यूट भी फॉलो करते हैं.

दिल्ली AIIMS और NCI-AIIMS (झज्जर) में बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई नए वार्ड की शुरुआत की. इस मौके पर हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मंडाविया ने कहा कि ये वार्ड AIIMS की ताकत बढ़ाएंगे. 

नई दिल्ली एम्स और NCI झज्जर में राष्ट्रीय वरिष्ठ जन स्वास्थ्य केंद्र, मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक, सर्जरी ब्लॉक, फॉरेंसिक DNA लेबोरेटरी, प्राइवेट वार्ड आदि सुविधाओं की शुरुआत की गई. मनसुख मंडाविया ने कहा, 'ये सुविधाएं नागरिकों को उत्तम और सस्ता इलाज उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी.' बता दें कि दिल्ली एम्स का मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक 700 करोड़ की लागत से बना है. इससे दिल्ली एम्स की ताकत बढ़ने और मेडिकल सेक्टर में बदलाव का दावा किया गया है. 

इन परियोजनाओं का उद्धघाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, 'किसी देश को समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए हर नागरिक को स्वस्थ होना होगा, हेल्थ सेक्टर को डेवलपमेंट के साथ जोड़ा जा रहा है, हमारे लिए हेल्थ कॉमर्स नहीं है हेल्थ सेवा है.'

बता दें कि दिल्ली AIIMS भारत के सबसे सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में से एक है. अलग-अलग राज्यों से मरीज गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज कराने दिल्ली एम्स आते हैं. इस वजह से दिल्ली एम्स में की लंबी कतारों में मरीजों को लगना पड़ता है. अधिक से अधिक मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, इसलिए 7 नए वार्ड और सेंटर खोले गए हैं.

एम्स में हर दिन 25 से 30 हजार के करीब मरीज आते हैं, हर साल 45 लाख से ज्यादा मरीज ओपीडी में इलाज करवाते हैं, हर साल ढाई लाख से ज्यादा मरीज भर्ती होते हैं. करीब 2 लाख 30 हजार सर्जरी की जाती हैं.

मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए दिल्ली एम्स में नए वार्ड खोले गए हैं. 7 नई परियोजनाओं को शुरू किया गया है. इन नए विभागों से दिल्ली एम्स में ज्यादा से ज्यादा मरीजों का इलाज किया जा सकेगा.