GODAN
MUNSHI PREMCHAND
DICTIONARY
MAGZINE
NEWS PAPER
BOOK RIVIEW
DATE-----------------------17/02/2023
NAME OF REVIEWER----------------------------------RAGHAV KUMAR JHA
TITLE-----------------------------------------------------GABAN
AUTHOR-------------------------------------------------PREMCHAND
ACCESSION NO---------------------------------------1995
PUBLISHER’S-------------------------------------------MANOJ POCETS BOOK ,NEW DELHI
हिंदी साहित्य में लोकप्रियता की दृष्टि से गोस्वामी तुलसीदास के बाद मुंशी प्रेमचंद का अपना विशिष्ट स्थान है। भारत ही नहीं, वह विदेशों— विशेषतः रूस— में भी लोकप्रिय हैं। सामान्यतः वह उपन्यास सम्राट् के रूप में जाने जाते हैं, किंतु वह अपने समय में सहृदय भारतीय जनता के हृदय सम्राट् भी बने। वह प्रगतिशील साहित्यकार थे।
प्रेमचंद आधुनिक कथा साहित्य में नवयुग के प्रवर्तक थे। कुछ लोग उन्हें भारत का गोर्की कहते हैं तो कुछ लोग हार्डी के रूप में देखते हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी रचनाओं में अधिकांशतः ग्रामीण वातावरण का चित्रण किया है।
प्रेमचंद का जन्म 1 जुलाई, 1880 को बनारस (अब वाराणसी) से लगभग छह मील दूर स्थित गाँव लमही में हुआ। वह पिता अजायबराय और माँ आनंदी देवी की संतान थे। उनके तीन बहनें और एक छोटा भाई भी था। उनकी दो बहनें बचपन में ही
अकाल मृत्यु की शिकार हो गई थीं।
प्रेमचंद का परिवार मूलतः कृषक था। उन दिनों कृषि कार्य लाभदायक नहीं रह गया था, इसलिए प्रेमचंद के पिता ने डाकखाने में काम करना शुरू कर दिया। प्रेमचंद के जन्म के समय उनके पिता की तनख्वाह करीब बीस रुपए माहवार थी, जिससे घर का खर्च चलाना भी मुश्किल था।