शब्दों के भाव उनसे सबंधित चीजों का चरित्र चित्रण करतें हैं| जैसे 'काला' शब्द को अन्धकार, बुराई, अमनुष्यता और बेईमानी से सम्बंधित चीजों के लिए प्रयोग किया जाता रहा है| जैसे बुरी रात को लोग 'काली रात' की उपमा देतें हैं| किसी बुरे मन वाले व्यक्ति के लिए 'उसका मन काला है...' कह कर हम संबोधित करतें हैं| बेईमानी से अर्जित किये धन को 'कला धन' का नाम दिया जाता है| परंतु 'काला' तो एक रंग है| अन्य रंगों की ही तरह| विज्ञानं में एक प्रक्षेत्र के सभी रंगों को मिला देने से काला रंग बनता है| ब्रम्हांड का सर्वाधिक भाग 'काला' ही प्रतीत होता है| प्रकीर्ति जिसने हम सभी को रचा है वो इतनी बुरी तो नहीं हो सकती|
बात ये है कि, 'काला' शब्द के दूषित उपयोग के वजह से हमारा दिमाग 'काले' रंग के प्रति भी वैसी ही छवि बनाता है| परिणामस्वरूप हम काले लोगों से भी घृणा का भाव रखतें हैं| ये बात सुनने में तो व्यवहारिक नहीं लगती पर हम सभी इस बात जानतें हैं| आम तौर पर कोई गोरा लड़का किसी काली लड़की से शादी नहीं करना चाहता| यही चीज लड़कियों के साथ भी है| दिखावे में आ के भले लोग ये बोल दें कि मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता, पर यदि ऐसा न होता तो हम 'मार्टिन लूथर किंग जूनियर' और 'नेल्सन मंडेला' का नाम तक नहीं सुने होते| ये हमारी प्रवृत्ति है|
काला एक रंग है, अन्य सभी रंगों कि तरह| उसके प्रति दूषित विचारधारा न जाने कब और कैसे ख़त्म होगी| बहरहाल, रंगों का त्यौहार आ गया है| इसी लिए मैंने इस अदभुत रंग के विषय में कुछ लिखने लगा| आप सभी को रंगों के इस पावन पर्व की शुभकामनाएं| जम के होली खेलिये| पानी न बचाइए| सर्दी में न नहाने से पहले ही ढेर सारी पानी कि बचत हो रक्खी है| व्यक्तिगत स्विमिंग पूल रखने वाले लोग पानी बचाने का ज्ञान देंगे| उनका ज्ञान उनको मुबारक और आपको आपकी होली|
~राघव