ऑस्ट्रिया के क्रिस्टियन डॉप्लर ने 1842 में जब एक बहुत ही सहज सा प्रतीत होने वाले परिघटना का व्याख्या किया, तो उस समय शायद उन्होंने भी ये ना सोचा होगा कि ये व्यख्या ब्रम्हांड की हमारी समझ को यूँ अभूतपूर्व तरह से बदल कर रख देगी। डॉप्लर इफ़ेक्ट, जो हम हर रोज कहीं आते-जाते, घूमते-फिरते महसूस करतें हैं, ब्रम्हांड के उन रहस्यों को समझने में मदद करता है, जिसे हम भगवान के ऊपर बोझ की तरह छोड़ रक्खे थे।
जब हम रेलवे स्टेशन पर होतें हैं, और ट्रेन हॉर्न बजाते आ रही होती है तो हमे उसके हॉर्न का आवाज बदलता हुआ महसूस होता है। मतलब जब ट्रेन दूर होती है तो हॉर्न धीरे सुनाई देता है और जैसे-जैसे पास आती जाती है उसका आवाज तेज होते जाता है। कितनी साधारण सी बात है ना! पर डॉप्लर को ये बात कोई साधारण बात नहीं लगी। उन्होंने गहन अनुसंधान किया और पाया की, हॉर्न के आवाज में बदलाव दो कारणों से होती है। एक तो ट्रैन के पास आने से हॉर्न की तीव्रता बढ़ जाती है। दूसरी, उसकी आवृत्ति (फ्रीक्वेंसी) भी बढ़ जाती है! ये एक बहुत ही महत्वपूर्ण ऑब्जरवेशन था।
देखा जाय तो विज्ञान केवल एक केयरफुल ऑब्जरवेशन मात्र है। क्या इससे पहले किसी ने यूँ किसी भागते हुए आदमी की बात नहीं सुनी होगी? डॉप्लर के अनुसार कोई भी तरंग का सोर्स यदि सुनने/देखने वाले से दूर जा रहा होगा तो उसके तरंग की फ्रीक्वेंसी कम होती जाएगी और पास आने पे बढ़ेगी।
अब चुकी लाइट कई रंगों से मिल के बनी होती है, उसमे सबसे कम फ्रीक्वेंसी लाल रंग की होती है, और सबसे अधिक बैगनी की। इस लिए जब कोई लाइट का सोर्स हमसे दूर जाएगा तो उसके लाइट की फ्रीक्वेंसी घटने लगेगी। इसको कहतें हैं 'रेड शिफ्ट'। और इसके जब उल्टा होगा तो उसको बोलते हैं, 'ब्लू शिफ्ट'। (इसमे ब्लैक बॉडी रेडिएशन के कॉन्सेप्ट आसानी के लिए इग्नोर कर रहा हूँ)
अब बात ये है कि, जैसे हम सभी के फिंगरप्रिंट अलग-अलग होतें हैं, वैसे ही ब्रम्हांड के सभी तारों के 'लाइट पैटर्न' होतें हैं। इनको तारों का फिंगरप्रिंट मान लो। अब यहीं लाइट पैटर्न में रेड और ब्लू शिफ्ट को लगातार परीक्षण करने पर पता लगा कि तारों की गति क्या है। पता चला की, कैसे सभी तारे एक दूसरे से दूर भाग रहे हैं। ये भी पता चला की तारों की गति लगातार बढ़ रही है। मतलब इनकी गति कभी शून्य भी थी। अर्थात ब्रम्हांड हमेशा से नहीं था। ये समय के इतिहास में कभी न कभी बना है।
और सबसे बड़ा प्रश्न ये की, ये तो 101% सत्य है कि ब्रम्हांड हमेशा से नहीं था, तो जैसा कि लोग मानतें हैं, की ब्रम्हांड को भगवान ने बनाया है, तो, "ब्रम्हांड को बनाने से पहले भगवान क्या करते थे?"
(ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम से प्रभावित)
~राघव
28 Feb 2018