Even सेमेस्टर, 2016, IIT कानपुर, न्यूरल नेटवर्क lecture में मेरे प्राध्यापक ने एक प्रश्न किया। विज्ञान के यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देने वाले चार वैज्ञानिक कौन होंगे?
कई लोगों ने ट्राई मारा। कम दिखाई देने के वजह से आगे बैठता हूँ, हाथ उठाया था, पर अंत मे मौका मिला। या फिर ये कहिये की, मेरे बताने के बाद किसी और से पूछने की जरूरत नहीं पड़ी।
मेरा मानना था कि न्यूटन (ग्रेविटी), मैक्सवेल (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक थ्योरी), आईन्स्टीन (ब्राउनियन मोशन, और जेनरल रिलेटिविटी) ने तो विज्ञान के विकास को अद्वितीय रूप से गति दी है। ये तीन तो होंगे ही होंगे। मुझे लग रहा था कि Heigenberg (Uncertainity Principle) को होना चाहिए, पर मेरे प्राध्यापक के हिसाब से प्लैंक (quantization of light, ब्लैक बॉडी रेडिएशन) चौथे सबसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक थे। खैर दोनों ने विज्ञान के एक ही क्षेत्र : quantum mechanics में महत्वपूर्ण मूलभूत योगदान दिये थे।
मैं बता दूं कि, General relativity एक बहुत ही Non intuitive आईडिया है। सुरू में तो, उस समय के कई महान वैज्ञानिकों (नोबेल प्राइज विजेताओं) को भी नहीं पची। पर समय के साथ लाखों observatins के बाद, आज एक सर्वमान्य थ्योरी है। इस थ्योरी के बिना हमारे आम जीवन मे प्रयोग होने वाली बहुत सारी चीजों की खोज कभी संभव नहीं हो पाती। सैटेलाइट कम्युनिकेशन, GPS जो लाखों नहीं करोणों जान बचाते है, कभी संभव ना हो पाते।
Unceratainity principle भी एक बहुत ही Non intuitive आईडिया है। मतलब ये ऐसा आईडिया है जिसका मजाक आइंस्टीन भी उड़ाया करते थे, क्यों कि उनको भी अजीब लगता था। कहते थे 'God doesn't play dice..."। पर वो गलत थे, क्यों कि डाइस खेलने के लिए किसी को exist होना होता है, पर God तो है ही नहीं। पर सच तो ये है कि, यदि भगवान हों भी, तो वो भी uncertainity principle को किनारे नहीं लगा सकते। Uncertainty is in very nature of the universe, it is a concrete fact! Uncertainity principle के खोज के वजह से ही हम transitor को डिज़ाइन और मॉडलिंग कर पातें हैं, अन्यथा हम transitor बना भी लेते तो कभी इसका यूँ उपयोग नहीं कर पाते। आधुनिक दुनिया से transitor गायब कर दिया जाय तो उसी क्षण हम पाषाण युग (stone age) में चले जायेंगे।
पर ये सारी बातें मैने एक बहुत interesting प्रश्न पर विचार करने के लिए लिखा। वो ये, की, क्या Heigenberg और आइंस्टीन का यदि जन्म नहीं हुआ होता तो Unceratainity Principle और जेनेरल रिलेटिविटी का खोज अब तक नहीं हो पाया होता? क्या हम बिना GPS और कम्प्यूटर के जिंदगी बिता रहे होते? क्या आज भी अपने प्रिय लोगों को चिट्ठियां भेजा करते, और गाना गाते : संदेसे आतें हैं...?
(उत्तर फिर कभी)
~राघव
24 Nov 2017