दिन भर भारत की संस्कृति की बात करने वालों, मुझे बतलाओ जरा, की किसने तुमको अपनी पत्नी पर हाथ उठाना शिखाया? वो राम ने जो अपनी पत्नी के लिये रावण जैसे भीषण राक्षस से लड़ जाते हैं, या वो कृष्ण ने जो रुक्मिणी के लिए पूरे विदर्भ से अकेले ही लड़ पड़तें हैं? या फिर ये अबला औरतें जो तुमको छोड़ के कहीं जा भी नहीं सकतीं, उनको पीटना तुमको ज्ञान की देवी माँ सरस्वती ने शिखाया था? बताओ, यदि भारतीय संस्कृति बहुत जान गए हो तो। चुप क्यों हो? बोलो न अब। की तुमको भगवान शिव ने अपनी पत्नी पे हाथ उठाना शिखाया था, जो अपनी पत्नी पार्वती के लिए पूरे ब्रम्हांड को बर्बाद करने पे तुले थे? तुमको ये संस्कृति महर्षि भृगु ने शिखया था या फिर वाल्मिकी ने? शायद वेदव्यास ने शिखया हो! या फिर तुलसी ने? बताओ किस से ये संस्कृति शिखे तुम? औरतों पर हाथ उठाने वालों, यदि तुमने एक बार अपने जीवन मे किसी भी औरत पर हाथ उठाया हो, तो तुम भारतीय तो हो ही नहीं। तुमको नर्क में भी शायद ही जगह मिले। और तुमको खुद को भारतीय संस्कृति का अंग कहने में शर्म आनी चाहिए। किसी को भारतीय संस्कृति का ज्ञान देने से पहले चुल्लू भर पानी मे डुब जाते तो ज्यादा अच्छा रहता।
(17 Nov 2019 )